नई दिल्ली: आज की युवा पीढ़ी अपने हिसाब से करियर ऑप्शन चुनना चाहती है. उन्हें क्या पढ़ना है और क्या बनना है यह फैसला और कोई नहीं बल्कि वे खुद करना चाहती है. ऐसे में उनके लिए विषय का चुनाव भी एक अहम मुद्दा होता है. आज के युवा होटल, मीडिया और व्यपार इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते हैं.


मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में युवाओं की दिलचस्पी बढ़ी 


बात करें मीडिया और मास कम्युनिकेशन की तो पिछले कुछ सालों में युवाओं की दिलचस्पी इन क्षेत्रों में काफी बढ़ी है. देश के अलग-अलग शहरों में पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन के सरकारी और गैर सरकारी इंस्टीट्यूट मौजूद हैं.


क्या है एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया


मास कम्युनिकेशन में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को 12वीं पास होना जारूरी है. बता दें कि पत्रकारिता और मास कम्यूनिकेशन मेें एडमिशन पाने के लिए स्टूडेंट्स को 12वीं किसी खास साइड (साइंस, आर्टस या कॉमर्स) पास करना भी अनिवार्य नहीं है.


क्यों करें मास कम्युनिकेशन का कोर्स


किसी भी कोर्स को करने से पहले हर स्टू़डेंट्स के मन में एक सवाल आम तौर पर जन्म लेता है. वे ये कि उसे ये कोर्स क्यों करना चाहिए. बता दें कि सूचना और तकनीक के इस दौर में जॉब ओरिएंटेड कोर्स करना फायदेमंद है. मास कम्युनिकेशन उन्हीं कोर्सों में से एक है. स्टूडेंट्स इस कोर्स को करने के बाद मीडिया और सिनेमा के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं.


देश के अलग-अलग सरकारी और गैर-सरकारी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई होती है. इस कोर्स को करने वाले स्टूडेंट्स एंकर, रिपोर्टर, स्क्रिप्ट राइटर, कैमरा पर्सन, एक्टर, डायरेक्टर, वीडियो एडिटर और न्यूज एडिटर के पद पर काम कर सकते हैं.


ये हैं देश में पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन के दस टाप कॉलेज


देश में मौजूद पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन के जाने मानें संस्थान की लिस्ट में दस बेहतरीन इंस्टीट्यूट के नाम आपके सामने हैं.


इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (आईआईएमसी)



इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन पत्रकारिता की पढ़ाई के लिए बेहतरीन संस्थान में से एक है. दिल्ली स्थित इस संस्थान के भारत सरकार के जरिए चलाया जाता है.


अनवर जमाल किदवाई मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर, नई दिल्ली



एजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर के नाम से मशहूर यह संस्थान जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कैंपस में मौजूद है. यहां पत्रकारिता के साथ-साथ मास कम्युनिकेशन की भी अच्छी पढ़ाई होती हैं.


फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे



एफटीआईआई के नाम से मशहूर ‘फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ फिल्म और प्रोडक्शन में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए बेहतरीन विकल्प है. बॉलीवुड के ज्यादातर कलाकार और जानी-मानी हस्तियां इस संस्थान से ताल्लुक रखते हैं.


माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय –भोपाल



पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का सपना देख रहे स्टूडेंट्स के लिए माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय अहम संस्थानों में से एक है. भोपाल स्थित इस विश्वविद्यालय में पत्रकारिता समेत एडवर्टाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन की भी पढ़ाई होती है.


डिपार्टमेंटन ऑफ जर्नलिजम एंड मास कम्युनिकेशन, बीएचयू



बनारस स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय का डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन देश के गिने चुने मास कम्युनिकेशन संस्थानों में से एक है.


डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशन,  हैदराबाद यूनिवर्सिटी



हैदराबाद यूनिवर्सिटी का डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशन पिछले कई सालों से सर्वे में देश के पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन संस्थान के टॉप टेन कॉलेज में रहा है.


जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन (एक्सआईसी)



मुंबई का जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन भी देश के उन युवाओं के सपनो को पंख दे सकता है जो पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं.


सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन , पुणे



सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन मुंबई से सटे पुणे में स्थित है. यह मैनेजमेंट और मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई के लिए जाना जाता है.


मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, (एमआईसीए)



मीडिया मैनेजमेंट और डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन अच्छी पढ़ाई के लिए जाना जाता है.


इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिजम एंड न्यू मीडिया, बैंगलोर



इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिजम एंड न्यू मीडिया बैंगलोर में है. इसकी नींव 2001 में रखी गई थी तब से आईआईजेएनएम मीडिया के क्षेत्र में बेहतरीन प्रर्दशन करता आ रहा है. यह संस्थान प्रिंट जर्नलिज्म, ऑनलाइन जर्नलिज्म और ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म के लिए मुख्य रूप से जाना जाता है.


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI