नई दिल्लीः आईएएस और आईपीएस का रुतबा हमारे देश में काफी बड़ा होता है. कई कठिन परीक्षाओं को पास करने के बाद इन पदों पर जाकर नियुक्ति मिलती है. संघ लोक सेवा आयोग यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन में मिली रैंकिंग के जरिए ही उम्मीदवारों को आईएएस या आईपीएस की पोस्ट मिल पाती है. हालांकि आईएएस और आईपीएस दोनों ही पोस्ट बेहद जिम्मेदारी भरी होती हैं और देश के एडमिनिस्ट्रेशन को चलाने में इनकी बड़ी अहम भूमिका होती है.
क्या होंते हैं आईएस और आईपीएस का काम
आईएएसः आईएएस ऑफिसर पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का काम संभालते हैं और इसके साथ पॉलिसी मेकिंग और एक्जीक्यूशन भी इन्हीं को कराना होता है.
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आईपीएसः कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी आईपीएस की होती है और अपने जिले के अंतर्गत आने वाले सभी इलाकों की लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी भी आईपीएस की ही होती है.
आईएस रैंक के ऑफिसर बन सकते हैं डीएम
किसी भी जिले के जिलाधिकारी या डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट की पोस्ट पर आईएस ही बैठ सकता है.
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आईपीएस रैंक के ऑफिसर बन सकते हैं SP
आईपीएस रैंक के ऑफिसर किसी शहर के सुप्रीटेंडेट ऑफ पुलिस यानी एसपी बन सकते हैं.
क्या आप जानते हैं IAS और IPS की सैलरी के बारे में ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएस और आईपीएस की सैलरी में से आईएएस की सैलरी ज्यादा होती है. इस समय का सैलरी स्ट्रक्चर देखें तो आईएस की सैलरी 56,100 रुपये से लेकर ढाई लाख रुपये तक के बीच हो सकती है. वहीं आईपीएस की सैलरी भी 56,100 रुपये महीना से लेकर सवा दो लाख रुपये के बीच रहती है.
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