Kota Coaching Centres To Begin Routine Tests Again: कोटा में छात्रों के बढ़ते सुसाइड के मामलों को देखते हुए यहां के एडमिनिस्ट्रेशन ने रूटीन टेस्ट लेने पर रोक लगा दी थी. हालांकि इस आदेश को वापस ले लिया गया है और यहां के कोचिंग सेंटर्स में अब फिर से रूटीन टेस्ट शुरू हो जाएंगे. इस बार टेस्ट लेने से पहले, इस दौरान और बाद में कोचिंग सेंटरों को कुछ नियमों का पालन करना होगा. स्टूडेंट्स की सुरक्षा और उनकी मेंटल हेल्थ को प्राथमिकता देनी होगी. इसके लिए कुछ नियमों का पालन इन शिक्षण संस्थानों द्वारा किया जाएगा. जानते हैं ऐसे ही रूल्स की सूची.


इन 6 नियमों का करना होगा पालन



  • कोटा कोचिंग सेंटर्स को इस बात का ध्यान रखना होगा कि जो स्टूडेंट्स रेग्यूलर कोर्स में इनरोल हैं उनके टेस्ट के बीच में कम से कम 21 दिन का गैप होना चाहिए.

  • टेस्ट के अगले दिन स्टूडेंट्स को एक ऑफ दिया जाना चाहिए.

  • इसी प्रकार जिन स्टूडेंट्स का कोर्स पूरा हो गया है, उन्हें टेस्ट के बीच में कम से कम सात दिन का गैप दिया जाना चाहिए.

  • स्टूडेंट्स के लिए टेस्ट में बैठना यानी ये परीक्षा देना अनिवार्य नहीं होगा. अगर कोई छात्र चाहे तो टेस्ट न दे.

  • टेस्ट का रिजल्ट पब्लिकली घोषित नहीं किया जाएगा. हर टेस्ट के बाद छात्रों की मदद के लिए एक इवैल्युएशन सेशन रखा जाएगा.

  • जिन स्टूडेंट्स के मार्क्स एवरेज से कम आएंगे, उनके लिए काउंसलिंग सेशन का आयोजन किया जाएगा.


इस तारीख पर लगी थी रोक


बता दें कि कोटा में एक के बाद एक सुसाइड के मामले बढ़ने के बाद यहां जिला कलेक्टर ओ पी बुनकर ने कोचिंग सेंटर्स में होने वाले रूटीन टेस्ट पर पाबंदी लगा दी थी. ये आदेश दो महीने के लिए था और 7 अगस्त को जारी हुआ था. अब इसे वापस लिया जा रहा है और फिर से टेस्ट आयोजित किए जाएंगे. हर साल लाखों की संख्या में छात्र जेईई और नीट की तैयारी के लिए कोटा जाते हैं. 


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