Bad Habits Students Should Avoid: स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्र हैं कहने को तो डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस या आईपीएस बनने का सपना देखा करते हैं लेकिन कई बार उनकी कुछ खराब आदतें उन्हें उनके लक्ष्य के करीब ले जाने की बजाय उससे दूर ले जाने लगती हैं. ऐसे में युवाओं को चाहिए कि ऐसी बुरी आदतों से दूर रहें जो उनके करियर के रास्ते को और मुश्किल या यूं कहें कि पहुंच से भी दूर कर देती हैं. आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में जिन्हें पहचानकर बदल लेना ही मुनासिब है...
टालमटोल करना
टालमटोल करना यूं तो बेहद सामान्य सी दिखने वाली एक आदत है लेकिन अगर इसे गंभीरता से लेकर समीक्षा करें तो समझ आ जाएगा कि इस आदत की वजह से कई बार हम न चाहते हुए भी कई चीजों में पीछे रह जाते हें. पढ़ाई में देरी या कार्यों को बाद में करने के लिए टालना सबसे बड़ी बाधा बन सकता है क्योंकि करियर में सफल रहने के लिए निरंतरता बेहद जरूरी होती है.
ऐसी चीजों से बचने के लिए टाइम टेबल बनाकर अपने कामों जैसे होमवर्क, घर में दिए जाने वाले किसी टास्क या किसी के द्वारा कहे गए किसी काम को तुरंत करना चाहिए. जैसे जैसे ये आदत में शुमार होती जाएगी, वैसे-वैसे आप अपने लक्ष्य को पाने के रास्ते पर ओर आगे बढ़ते रहेंगे.
टाइम का मैनेजमेंट न करना
डॉक्टर, इंजीनियर या आईएएस-पीसीएस जैसी परीक्षाओं को पास करने के लिए टाइम मैनेजमेंट सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है. टाइम मैनेजमेंट की बदौलत ही निर्धारित समय में अपने काम या पेपर को पूरा करने पर ही सफलता मिलती है. टाइम मैनेज न हो तो होमवर्क पेंडिंग रह जाता है और उसका सीधा असर दिनचर्या पर पड़ता है. इस समस्या से बचने के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर दिनचर्या को समय पर पूरा करने की आदत डालनी चाहिए.
लापरवाही करना
प्रोफेशनल लाइफ और लाइन में छोटी सी गलती भी बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती हैं. ऐसे में बच्चों को चाहिए कि हर काम को मन लगाकर करें ताकि किसी तरह की गलती या लापरवाही न हो और तय किए गए लक्ष्य को हासिल किया जा सके. इसके लिए हर काम को ध्यान और सावधानी से करने की आदत विकसित करनी चाहिए.
एकाग्रता का न होना
जबतक एकाग्रता जीवन में नहीं लाएंगे, तब तक किसी भी सूरत में सफलता नहीं मिल सकती. ऐसा इसलिए है क्योंकि मन के भटकते रहने की वजह से अक्सर हम अपने गोल या लक्ष्य को लेकर भी फोकस्ड नहीं रहते और अंत में असफल हो जाते हैं. बार-बार ध्यान भटकना एक बड़ी बाधा बन सकता है. ऐसे में ध्यान और योगा करने की आदत डालें और पढ़ाई के दौरान ध्यान भटकाने वाले कारकों से बचें.
असंतुलित जीवनशैली
असंतुलित जीवनशैली एक बहुत बड़ी समस्या है. सोशल मीडिया और तकनीक के इस दौर में यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. देर रात जागना, खराब या फास्ट अथवा जंक फूड और अनियमित दिनचर्या से शरीर और दिमाग थक जाते हैं, जिससे पढ़ाई पर बुरा असर पड़ता है. ऐेसे में सफल रहने के लिए जीवनशैली को एकदम संतुलित करें ओर नियमित रूप से कसरत, योगा जैसे अभ्यास कर खुद को ऊर्जा से भरकर रखें.
आलोचना के प्रति नकारात्मकता
आजकल के दौर के युवा किसी शिक्षक, अभिभावक या दोस्त की कही किसी भी बात का जल्दी बुरा मान लेते हैं. आलोचना न सुन पाना या सच जो आपकी कमी या गलती को बताए, अगर उसे नहीं सुनने की आदत हो तो वह आपके लिए बेहद हानिकारक है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कमी पता न होने पर उसे सुधारना या दूर करना असंभव हो जाता है. ऐसे में आलोचना को खुशी से स्वीकार कर उससे निकलने वाली आपकी कमियों को दूर कर बेहतर इंसान बनने का प्रयास करना चाहिए.
स्मार्ट वर्किंग
कुछ युवा स्मार्ट वर्किंग नहीं करते. मतलब, वह मेहनत तो खूब करते हैं लेकिन उस मेहनत का उतना आउटपुट नहीं आता, जितना होना चाहिए. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि मैथ्स का एक सवाल लंबी, जटिल और कई चरणाें वाली प्रक्रिया के जरिये सुलझाए जाए या स्मार्ट मेथड के जरिये. रिजल्ट एक ही आएगा लेकिन आएगा कितने समय में, उसके लिए कितनी ऊर्जा लगाई, यह भी देखना अहम है. ऐसे में जो छात्र स्मार्ट तरीके से नहीं पढ़ते, वे अक्सर पिछड़ जाते हैं. इससे बचने के लिए जरूरी है कि पढ़ाई के स्मार्ट तरीके अपनाएं और लाभ पाएं.
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