Zero Marks In NEET:  मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए इस साल आयोजित की गई राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में शून्य अंक प्राप्त करने वाली एक लड़की का मूल रिकॉर्ड राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी से मांगा है. इंदौर पीठ के न्यायमूर्ति सुबोध अभ्यंकर ने मंगलवार को आगरा-मालवा जिले की निवासी लिपाक्षी पाटीदार (19) की याचिका पर यह निर्देश जारी किया है.


केंद्र सरकार के वकील ने मूल रिकॉर्ड पेश करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा, जिसे अदालत ने 30 सितंबर को अगली सुनवाई के लिए मान लिया है. याचिकाकर्ता के वकील धर्मेंद्र चेलावत ने कहा कि सुश्री पाटीदार ने 17 जुलाई को आयोजित एनईईटी 2022 में 200 प्रश्नों में से 161 का उत्तर दिया था. छात्रा को अच्छे अंक लाने का भरोसा था. उन्होंने कहा कि जब सात सितंबर को नतीजे आए तो वह यह जानकर हैरान रह गईं कि उन्हें शून्य अंक मिले हैं. 


छात्रा को 10वीं और 12वीं में मिले है 80 फीसदी से ज्यादा अंक


वकील ने कहा कि ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) उत्तर पुस्तिका उन्हें ई-मेल से भेजी गई थी. वकील ने दलील दी कि पाटीदार ने कक्षा 10 और 12 की परीक्षाओं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए थे और उसे संदेह है कि उसकी ओएमआर शीट से छेड़छाड़ की गई है. 


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