प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद मंगलवार को सीबीएसई कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई थी. CBSE की 12वीं की परीक्षा कैंसल किए जाने के बाद सीआईएससीई और हरियाणा राज्य ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी. वहीं महाराष्ट्र राज्य में 12वीं बोर्ड एग्जाम को लेकर जल्द ही फैसला लिया जाएगा. स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि महाराष्ट्र बोर्ड की कक्षा 12 (एचएससी) की परीक्षाओं पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाएगा. इसकेंद्र के फैसले का स्वागत करते हुए, महाराष्ट्र की मंत्री ने कहा कि सरकार छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फैसला करेगी.
महाराष्ट्र सरकार “नो-एग्जामिनेशन रूट” पर दे रही जोर
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने पहले बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया था कि वह केंद्र की घोषणा के बाद कक्षा 12 के छात्रों के लिए राज्य बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला करेगी. यह भी कहा था कि कोरोना महामारी के बीच छात्रों के लिए “नो-एग्जामिनेशन रूट” की जांच की जाएगी.
स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने ट्वीट कर ये कहा
गायकवाड़ ने ट्वीट कर कहा कि, “महामारी की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर अनुमान है कि बच्चे भी नए स्ट्रेन की चपेट में हैं और उनमें चिंता है. महाराष्ट्र सरकार ने मांग की थी कि कक्षा बारहवीं के छात्रों के लिए एक “नो-एग्जामिनेशन रूट” पर विचार किया जाए.” "हमने देश भर में 'यूनिफ़ॉर्म असेसमेंट मॉडल' की आवश्यकता पर भी जोर दिया. मैं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद्द करने के केंद्र के फैसले का स्वागत करती हूं.
छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए परीक्षा पर लिया जाएगा फैसला
मंत्री ने कहा कि हालांकि कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा एक छात्र के जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होती है, मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य और मानसिक कल्याण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.गायकवाड़ ने कहा कि " छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जल्द ही बारहवीं की परीक्षा पर फैसला लिया जाएगा. ”
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