महायोगी गोरखनाथ यूनिवर्सिटी में 100 सीटों से शुरू होगा एमबीबीएस कोर्स, तैयारी पूरी
गोरखपुर के नए मेडिकल कॉलेज के 1800 बेड के अस्पताल के लिए भूमि पूजन-शिलान्यास हो गया है. यहां जल्द ही 100 सीटों के साथ एमबीबीएस कोर्स शुरू किया जाएगा.
गोरखपुर की उपलब्धियों में एक और मेडिकल कॉलेज का नाम जुड़ गया है. महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में स्थापित हो रहे इस मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) का भूमि पूजन सोमवार को गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास और केके कंस्ट्रक्शन के निदेशक जगदीश आनंद की उपस्थिति में किया. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन के बाद योगी कमलनाथ ने हॉस्पिटल का शिलान्यास किया.
तीन चरणों में बनेगा मेडिकल कॉलेज
भूमि पूजन और शिलान्यास के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. वाजपेयी एवं कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि यह मेडिकल कॉलेज तीन चरणों में बनकर तैयार होगा. पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 600-600 यानी कुल मिलाकर 1800 बेड का अस्पताल बनेगा.
उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय में स्थापित यह मेडिकल कॉलेज गोरक्षपीठाधीश्वर एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है. सीएम योगी इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं.
अभी 100 सीटों पर होगा प्रवेश
कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के अनुसार पहले वर्ष इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सौ सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा. इसे दूसरे चरण में 150 और तीसरे चरण में 250 सीटों तक विस्तारित किया जाएगा.
इस मेडिकल कॉलेज के शुरू हो जाने से न सिर्फ पूर्वांचल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्रों को अपने घर के पास गुणवत्तापरक चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध होगी बल्कि गोरखपुर-बस्ती-आजमगढ़ मंडल से लेकर पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई तक के लोगों को 1800 बेड का अत्याधुनिक सुपरस्पेशलिटी सुविधाओं से लैस चौबीसों घंटे सेवा देने वाला एक नया अस्पताल भी मिल जाएगा.
शहर का तीसरा बड़ा चिकित्सा संस्थान
कुलपति डॉ. वाजपेयी ने बताया कि यह वाराणसी और लखनऊ के बाद गोरखपुर में निजी क्षेत्र का पहला मेडिकल कॉलेज होगा. साथ ही एम्स गोरखपुर और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बाद शहर का यह तीसरा बड़ा चिकित्सा संस्थान होगा.
डा. संजय माहेश्वरी की अध्यक्षता में गठित हुई अंतरराष्ट्रीय स्तर की कमेटी
कुलसचिव डॉ. प्रदीप राव ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना और रोल मॉडल के रूप में इसके विकास के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की दो कमेटियां सहयोग दे रही हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर की कमेटी प्रख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ एवं बिरला ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के मेडिकल डायरेक्टर डॉ संजय महेश्वरी की अध्यक्षता में बनाई गई है.
इसमें एम्स नई दिल्ली के डॉ. संजीव सिन्हा, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ जीएन सिंह, यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के डॉ. राघवेंद्र राव, डॉ. असिथ मैली पिट्सबर्ग और डॉ. केशव दास सदस्य के रूप में शामिल हैं. यह कमेटी मुख्य रूप से देश के भीतर और बाहर स्थित समक्ष संस्थाओं के साथ अकादमिक सहयोग स्थापित करने के लिए काम करेगी.
कौन-कौन होगा समिति में
इस समिति में कुलसचिव सदस्य सचिव के रूप में रहेंगे. इसके साथ ही बनाई गई प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट में कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी अध्यक्ष, कर्नल (डॉ.) राजेंद्र चतुर्वेदी संयोजक, डॉ. आर चंद्रशेखर प्रिंसिपल आर्किटेक्ट, जीएन सिंह, डॉ. संजय माहेश्वरी, ब्रिगेडियर दीप ठाकुर, आर्किटेक्ट आशीष श्रीवास्तव, आरडी पटेल, वरुण भार्गव, राजेश सिंह, एसके सिंह, एके श्रीवास्तव शामिल हैं.
तत्कालीन राष्ट्रपति ने किया था विश्वविद्यालय का उद्घाटन
महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का उद्घाटन 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था. अब मेडिकल कॉलेज और 1800 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का सपना भी साकार होने जा रहा है. पहले सत्र में 100 सीटों के साथ शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज के पास 450 बेड का गोरखनाथ चिकित्सालय पहले से है. जल्द ही इसमें 1800 बेड का नया अस्पताल भी जुड़ जाएगा, जिसके आधार पर मेडिकल कॉलेज में सीटों का विस्तार होगा.
ये शामिल हुए भूमि पूजन में
भूमि पूजन एवं शिलान्यास समारोह में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के रामजन्म सिंह, राजेन्द्र भारती, प्रमथनाथ मिश्र, डॉ. अरुण कुमार सिंह, मनीष कुमार दूबे, पंकज कुमार, विश्वविद्यालय के मुख्य अभियंता नीरज कुमार गौतम, आर्किटेक्ट जसदीप लाम्बा, मुख्य अभियंता विद्युत अभिषेक मिश्रा, गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक डॉ. डीसी ठाकुर, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अवधेश कुमार अग्रवाल, चार्टर्ड अकाउंटेंट अनिल कुमार सिंह, गुरु श्री गोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा, संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह शामिल हुए.
इनके साथ ही आयुर्वेद संकाय के प्रिंसिपल डॉ. मंजूनाथ एनएस, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दूबे, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, महंत अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य रोहित कुमार श्रीवास्तव, उपकुलसचिव प्रशासन श्रीकांत, सहायक अभियंता आशीष कुमार सिंह, अरुण कुमार अग्रवाल आदि भी मौजूद रहे.
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