(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UPSC: मां सफाई कर्मचारी और बेटे ने क्रैक किया UPSC, इंस्पायर कर देगी इस एस्पिरेंट की जर्नी
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के सिविल सेवा परीक्षा 2023 में कुल 1016 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है.लेकिन हम आपको एक ऐसे यूपीएससी एस्पिरेंट के बारे में बताने वाले हैं,जिसकी जर्नी हर किसी को इंस्पायर कर रही
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के सिविल सेवा परीक्षा 2023 में कुल 1016 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अभ्यर्थी के बारे में बताने वाले हैं, जिनके पिता स्वीपर थे और उन्होंने यूपीएससी के कोचिंग सेंटर में नौकरी करके परीक्षा पास किया है. जी हां हम बात कर रहे हैं, महाराष्ट्र के ठाणे में स्वीपर्स कॉलोनी में रहने वाले प्रशांत सुरेश की.
यूपीएससी 2023
बता दें कि आयोग की ओर से जारी लिस्ट के मुताबिक नंबर-1 रैंक हासिल करने वाले आदित्य श्रीवास्तव को कुल 1099 मार्क्स मिले हैं. जबकि दूसरी रैंक हासिल करने वाले अनिमेष प्रधान को 1067 और तीसरे स्थान पर जगह बनाने वाली अनन्या रेड्डी को 1065 मार्क्स मिले हैं. वहीं महाराष्ट्र के प्रशांत को 849 वीं रैंक मिली है.
कौन हैं प्रशांत सुरेश ?
प्रशांत सुरेश महाराष्ट्र के ठाणे में बनी खरतन रोड स्वीपर्स कॉलोनी में रहते हैं. प्रशांत की मां एक सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करती हैं. वहीं उनके पिता नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं. प्रशांस ने बेहद मुश्किल हालात से लड़ते हुए अपने 9वें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की है. अपने 9वें प्रयास में 32 साल के प्रशांत ने यूपीएससी की मेरिट लिस्ट में 849वीं रैंक के साथ सफलता पाई है.
कोचिंग सेंटर में नौकरी
बता दें कि साल 2015 में प्रशांत ने इंजीनियरिंग के बाद तय किया था कि वो यूपीएससी के जरिए सिविल सेवा में जाएंगे. उन्होंने 8 बार सिविल सेवा की परीक्षा दी और असफल होते थे. हालांकि उनके पास इंजीनियरिंग की डिग्री थी, लेकिन उन्हें उस फील्ड में नौकरी करने की कोई इच्छा नहीं थी. यूपीएससी में 5 बार फेल होने के बाद साल 2020 में प्रशांत दिल्ली आ गए थे और प्रतियोगी परिक्षाओं की कोचिंग कराने वाले एक सेंटर में नौकरी करने लगे थे. यहां प्रशांत को छात्रों की मॉक परीक्षाओं के पेपर चेक करने का काम सौंपा गया था.
लंबी असफलता के बाद सफलता
बता दें कि प्रशांत के लिए ये नौकरी टर्निंग पॉइंट साबित हुई. अब अपने खर्चे संभालने के साथ-साथ प्रशांत पढ़ाई भी कर सकते थे. मॉक परीक्षाओं के पेपर चेक करने से पढ़ाई के साथ ही उनका रिवीजन होने लगा था. हालांकि यूपीएससी के लिए अभी भी उनको तैयारियां करना बाकी था. असफलता के कारण ही इस बीच परिवार ने भी प्रशांत से कई बार कहा कि वापस लौट आओ और कहीं नौकरी ज्वॉइन कर लो, लेकिन वो अपने लक्ष्य से हटे नहीं. 2023 में प्रशांत ने एक बार फिर पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी थी. इस बार उनकी मेहनत ने रंग दिखा दिया. बीते 16 अप्रैल को आए यूपीएससी के रिजल्ट में प्रशांत का नाम मेरिट लिस्ट में था.
सफाई कर्मचारियों ने निकाला जुलूस
बता दें कि जब ठाणे की खरतन रोड स्वीपर्स कॉलोनी में प्रशांत के यूपीएससी क्लियर करने की खबर पहुंची थी, उसके बाद आस-पास के लोग खुशी से झूम उठे थे. हर तरफ मिठाइयां बंटने लगी थी. इस दौरान प्रशांत के घर बधाई देने के लिए इलाके के नेता पहुंचने लगे थे. लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा खुश उनकी मां हैं. जिस शहर में वो सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करती हैं, उसी शहर में उन्होंने अपने बेटे की कामयाबी का जुलूस निकाला. प्रशांत बताते हैं कि यूपीएसी की तैयारी के दौरान उनके परिवार वालों ने भी काफी कुछ सहा है. लेकिन अब उन्होंने अपने परिवार को सबसे बड़ी खुशी दी है.
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