कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफे को देखते हुए  मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा 9 और कक्षा 11 की फाइनल परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. कक्षा 9 और 11 के छात्रों का मूल्यांकन अब 20 नवंबर से 28 नवंबर 2020 को आयोजित किए गए रिविजन टेस्ट में उनकी परफॉरमेंस और इस साल 1 फरवरी से 9 फरवरी के बीच आयोजित की गई अर्धवार्षिक परीक्षाओं के आधार पर किया जाएगा. वहीं किसी स्टूडेंट ने अगर नवंबर की परीक्षा में अच्छा स्कोर प्राप्त किया है तो उन अंकों पर भी विचार किया जाएगा. 


एमपी बोर्ड ने इवैल्यूएशन क्राइटेरिया भी जारी किया


बता दें कि कक्षा 9 और कक्षा 11 की परीक्षा रद्द करने की घोषणा करते हुए,  स्कूल शिक्षा विभाग एमपी बोर्ड ने इवैल्यूएशन क्राइटेरिया भी जारी किया है कि कैसे छात्रों को रद्द की गई बोर्ड परीक्षा में अंक प्रदान किए जाएंगे. इसके मुताबिक दो बेस्ट परफॉरमेंस का इस्तेमाल कक्षा 9 और कक्षा 11 के छात्रों के मूल्यांकन के लिए किया जाएगा. 


बेस्ट ऑफ फाइव सब्जेक्ट के आधार पर फाइनल रिजल्ट किया जाएगा जारी


एमपी बोर्ड के आधिकारिक बयान के अनुसार, अंतिम परिणाम बेस्ट ऑफ फाइव सब्जेक्ट के आधार पर जारी किए जाएंगे. यदि स्टूडेंट्स छह विषयों में से पांच विषयों में पास हो जाते हैं और एक विषय में फेल हो जाते हैं, तो छात्रों को उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा. एक से अधिक विषयों में 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने में असफल रहने वाले छात्रों के लिए, मैक्सिमम 10 ग्रेस मॉर्क्स प्रदान किए जाएंगे. एमपी बोर्ड के बयान में कहा गया है कि ग्रेस मॉर्क्स एक से अधिक विषयों में भी दिए जा सकते हैं.


एमपी बोर्ड स्टूडेंट्स को परीक्षा में उपस्थित होने का भी अवसर देगा


इसके अलावा, एमपी बोर्ड कक्षा 9 और कक्षा 11 परीक्षाओं के लिए उपस्थित होने का विकल्प भी उन स्टूडेंट्स को देगा जो फाइनल एग्जाम में न्यूनतम आवश्यक अंक प्राप्त नहीं कर पाएंगे. इसके अलावा उन स्टूडेंट्स को जो नवंबर 2020 या फरवरी परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे उन्हें भी परीक्षा में उपस्थित होने का एक और अवसर दिया जाएगा.


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