(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MUHS Final Year Exam 2021: पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स MD / MS फाइनल ईयर की परीक्षा 16 अगस्त तक स्थगित
MUHS Final Year Exam 2021: महाराष्ट्र में पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स MD / MS फाइनल ईयर की 24 जून से निर्धारित परीक्षा को 16 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. गौरतलब है कि यह दूसरी बार है जब परीक्षाएं स्थगित की गई हैं.
कोरोना के प्रकोप के कारण अब तक कई प्रवेश व प्रतियोगी परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं. इसी कड़ी में अब महाराष्ट्र में 24 जून से निर्धारित फाइनल ईयर की MD / MS परीक्षाएं 16 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई हैं. गौरतलब है कि यह दूसरी बार है जब परीक्षाएं स्थगित की गई हैं. दरअसल फाइनल ईयर के रेजिडेंट डॉक्टर कोविड ड्यूटी पर प्रतिनियुक्त हैं, उन्हें परीक्षा से 45 दिन पहले कार्यमुक्त करना होगा. राज्य सरकार की योजना है कि फाइनल ईयर डॉक्टरों को रिलीव करने के बाद बॉन्ड और मेडिकल इंटर्न डॉक्टर्स की सेवा ली जाएगी.
कोविड नियमों का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी परीक्षा
मेडिकल एजुकेशन मंत्री अमित देशमुख ने कहा कि लिखित और प्रैक्टिकल परीक्षाएं कोविड-19 के लिए निर्धारित सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए आयोजित की जाएंगी. उन्होंने कहा कि छात्र परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए प्रवेश पत्र का उपयोग कर सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि परीक्षा से पहले कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले छात्रों पर बाद में निर्णय लिया जाएगा.
राज्य में मैनपावर की कोई कमी नहीं होगी
वहीं मेडिकल एजुकेशन और रिसर्च निदेशालय के डायरेक्टर डॉ टी पी लहाने ने कहा कि पोस्टग्रेजुएट मेडिकल के उम्मीदवार, जो अब बांड पर सेवा कर रहे हैं, तब तक काम करना जारी रखेंगे जब तक कि केंद्र सरकार एनईईटी-पीजी आयोजित नहीं करती. राज्य मेडिकल इंटर्न का भी उपयोग करेगा. उन्होंने कहा कि मैनपावर की कोई कमी नहीं होगी.
फर्स्ट ईयर बैच के आने के बाद ड्यूटी से रिलीव होंगे फाइनल ईयर के डॉक्टर
बता दें कि राज्य में कोविड -19 मामलों में वृद्धि और एमडी / एमएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनईईटी-पीजी को स्थगित करने के बाद अंतिम वर्ष की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई थी.प्रथम वर्ष के बैच द्वारा कॉलेज ज्वाइन करने के बाद ही फाइनल ईयर के डॉक्टरों को ड्यूटी से मुक्त किया जाता है। केंद्र सरकार द्वारा NEET-PG को 31 अगस्त तक स्थगित करने के साथ ही केंद्र ने राज्यों को नए बैच के ज्वाइन करने तक फाइनल ईयर के डॉक्टरों की सेवाओं का उपयोग करने का निर्देश दिया था.
डॉक्टरों को आमतौर पर 30 अप्रैल को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाता लेकिन अब वे जून के अंत तक काम करेंगे. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स के एक प्रतिनिधि ने कहा कि ज्यादातर क्षेत्रों में मामलों में कमी आई है और मैनपावर की जरूरत में भी कमी आई है. उन्होंने कहा कि "सरकार को परीक्षा स्थगित नहीं करनी चाहिए."
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