UP Board Exam Update: उत्तर प्रदेश बोर्ड ने नए शैक्षिक सत्र अर्थात 2020–2021 से प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शुरू करने का एक प्रस्ताव शासन के पास भेज दिया है. अगर यह प्रस्ताव शासन द्वारा मंजूर कर लिया गया तो नए शैक्षिक सत्र से एनसीसी माध्यमिक स्कूलों के 9वीं एवं 11वीं कक्षा में एक वैकल्पिक विषय के रूप में शुरू कर दिया जाएगा.

अभी तक एनसीसी को माध्यमिक स्कूलों में एक अतिरिक्त विषय के रूप में केवल उन्हीं छात्रों को पढाया जाता है जो एनसीसी लेते हैं. यूपी बोर्ड ने शासन के मंसा के अनुसार ही एनसीसी का पाठ्यक्रम तैयार करके इससे सम्बंधित प्रस्ताव सरकार के पास भेजा है. यूपी बोर्ड ने इस कार्य के लिए केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से भी संपर्क स्थापित कर चुका है. इस मामले से सम्बंधित विषय विशेषज्ञों एक बैठक भी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव की अध्यक्षता में 12 दिसंबर को संपन्न हो चुकी है.

इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अभी जिन माध्यमिक कॉलेजों में एनसीसी का प्रशिक्षण चल रहा है केवल उसी कॉलेज के छात्रों के लिए पहले एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में लागू किया जाय. बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि चूँकि एनसीसी का पाठ्यक्रम दो वर्षों का होता है इसलिए इसकी शुरुआत 9वीं एवं 11वीं कक्षा से की जाएगी.

एनसीसी एक अतिरिक्त विषय के रूप में- एनसीसी एक अतिरिक्त विषय के रूप में होने से छात्रों का यह नुकसान होता है कि यदि कोई छात्र हाईस्कूल में एनसीसी लेता है तो उस छात्र को 6 विषय के अतिरिक्त एनसीसी तथा यदि कोई छात्र इंटरमीडिएट में एनसीसी लेता है तो उस छात्र को 5 विषय के अतिरिक्त एनसीसी पढ़ना पड़ता है. तथा इसकी लिखित और प्रैक्टिकल दोनों परीक्षायें बटालियन के द्वारा कराई जाती है.

एनसीसी एक वैकल्पिक विषय के रूप में- जब एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में मान्यता मिल जाएगी तब एनसीसी लेने वाले छात्र को हाईस्कूल में 5 विषय तथा इंटरमीडिएट में 4 विषय ही पढ़ना पड़ेगा. तथा तब एनसीसी की लिखित परीक्षा बोर्ड के माध्यम से कराई जाएगी तथा प्रैक्टिकल की परीक्षा बटालियन कराएगा.

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