NEET और JEE को CUET के साथ किया जा सकता है मर्ज, दो साल पहले होगी घोषणा, जानें और क्या कहा यूजीसी अध्यक्ष ने
NEET and JEE Merger: यूजीसी चेयरमैन जगदीश कुमार का कहना है कि आने वाले सालों में नीट और जेईई परीक्षा को सीयूईटी के साथ मर्ज किया जा सकता है. हालांकि सूचना काफी पहले दी जाएगी.
NEET And JEE Can Be Merged In CUET: कॉमन यूनिवर्सिटी टेस्ट को लेकर रोज कुछ न कुछ ताजा अपडेट आता रहता है. इसी क्रम में हाल ही में साफ हुआ है कि इस बार की सीयूईटी परीक्षा 2023 तीन पालियों में आयोजित की जाएगी. इतना ही नहीं इस बार यूनिवर्सिटी ग्रैंट्स कमीशन और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की पूरी कोशिश है कि परीक्षा का आयोजन बिना किसी रुकावट या तकनीकी खराबी के किया जा सके. इसके लिए तैयारियां एडवांस में की गई हैं. इतना ही नहीं यूजीसी चेयरमैन जगदीश कुमार का कहना है कि आने वाले समय में नीट और जेईई जैसी बड़ी परीक्षाओं को भी सीयूईटी के साथ मर्ज करके एक बड़े नेशनल एग्जाम का रूप दिया जा सकता है.
एडवांस में होगी घोषणा
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि हो सकता है नीट और जेईई को सीयूईटी में मिला दिया जाए और सभी के लिए केवल एक परीक्षा का आयोजन हो. हालांकि ऐसा होने के कम से कम दो साल पहले छात्रों को इस बारे में जानकारी दी जाएगी यानी काफी एडवांस में बताया जाएगा.
एनईपी के मुताबिक होगा फैसला
दोनों परीक्षाओं के मर्जर पर यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा बिलकुल किया जा सकता है पर इसके पहले सभी डिटेल्स पर काम कर लिया जाएगा. मर्जर के कम से कम दो साल पहले छात्रों क बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 में भी साफतौर पर ये कहा गया है कि सिंगल नेशनल लेवल एंट्रेस एग्जाम के माध्यम से छात्रों का बर्डन कम किया जाना चाहिए. हम छात्रों को इसके लिए मानसिक रूप से तैयार करना चाहते हैं कि भविष्य में ऐसा हो सकता है. इसके लिए अंदरूनी स्तर पर काम चल रहा है.
सीयूईटी के लिए इस बार हुईं ज्यादा तैयारियां
सीयूईटी को ठीक से संपन्न कराने के लिए इस बार की गई अतिरिक्त तैयारियों पर भी यूजीसी अध्यक्ष ने बात की. उन्होंने कहा कि ऐसे सेंटर्स को पहले से चिंहिंत कर लिया गया है जहां समस्या हो सकती है. वहां के इंफ्रास्ट्रक्चर, कंप्यूटर्स, बैंडविथ वगैरह पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है ताकि पिछली बार जैसे हालात न पैदा हों. यहां तक की अलग एक्सट्रा सेंटर भी बना लिए गए हैं ताकि कहीं समस्या हो तो छात्रों को शिफ्ट किया जा सके और परीक्षा कैंसिल न करनी पड़े. शेड्यूल भी ऐसे तय किया गया है कि एकेडमिक कैलेंडर सही से फॉलो हो सके. इस बार परीक्षा तीन पालियों में होगी.
पीएचडी के लिए नहीं मानक तो लिया जाएगा एक्शन
यूजीसी चेयरमैन ने ये भी कहा कि अगर उन्हें ऐसी इंस्टीट्यूट या यूनिवर्सिटी के बारे में पता चलता है जहां पीएचडी की डिग्री दिए जाने के दौरान सभी नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो ऐसे संस्थानों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने छात्रों, टीचर्स, पैरेंट्स सभी से कहा कि अगर किसी को ऐसी किसी जगह के बारे में पता चले जहां नियम तोड़े जा रहे हैं तो वे यूजीसी को एक मेल लिख दें. इस पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा. इसके साथ ही यूजीसी भी समय-समय पर सरप्राइज विजिट करके ये चेक करती रहेगी कि संस्थानों में नियमों का पालन ठीक तरह से किया जाए.
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