NEET UG 2024: नीट परीक्षा रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज फिर करेगा सुनवाई, क्या आएगा बड़ा फैसला?
NEET UG Cancellation Plea: सुप्रीम कोर्ट आज फिर नीट यूजी परीक्षा 2024 कैंसिल करने की याचिका और दो और याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. थोड़ी देर में साफ होगा कि कोर्ट क्या फैसला लेता है. पढ़ें अपडेट.
NEET UG Cancellation Hearing In Supreme Court: नीट यूजी परीक्षा को लेकर मच रहे बवाल पर आज एक नया मोड़ आ सकता है. आज फिर से सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी. नीट यूजी 2024 को लेकर आज कुल तीन याचिकाओं पर सुनवाई होनी है. इन याचिकाओं में ग्रेस मार्क्स से लेकर, काउंसलिंग पर रोक लगाने, परीक्षा की अनियमित्ताओं के कारण उसे रद्द करने तक कई मुद्दे उठाए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की बेंच इस पर सुनवाई करेगी. सुनवाई सुबह 10.30 बजे से शुरू होनी है. हो सकता है आज इस मामले में कोर्ट कोई बड़ा फैसला सुना दे.
क्या है याचिकाकर्ताओं की शिकायत
नीट यूजी 2024 की अनियमित्ताओं को लेकर तीन याचिकाएं दायर हुई हैं, जिनमें विभिन्न मुद्दों पर सवाल उठाए गए हैं. एक याचिका में कहा गया है कि 1500 कैंडिडेट्स को लॉस आफ टाइम के नाम पर जो ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं वे परीक्षा की अनियमिताओं के की तरफ इशारा करते हैं और एनटीए इस बारे में कोई एक्सप्लनेशन नहीं दे पाया है.
इन तीन में से एक याचिक फिजिक्स वाला के सीईओ अलख पांडे द्वारा दायर की गई है इसमें ग्रेस मार्क्स के प्रति शंका जतायी गई है. इस याचिका में अलख पांडे लगभग 20000 स्टूडेंट्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उनका कहना है कि लगभग 70 से 80 मार्क्स रैंडमली 1500 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स के रूप में दे दिए गए हैं.
बात करें दूसरी याचिका की तो ये एसआईओ मेंबर अब्दुल्ला मोहम्मद फैज और डॉक्टर शेख रोशन मोहिद्दीन ने दाखिल की है. इनका कहना है कि इस परीक्षा को रद्द करके फिर से फ्रेश एग्जाम आयोजित कराया जाना चाहि. इस याचिका में कैंडिडेट्स को 718 और 719 नंबर मिलने पर भी सवाल उठाया गया है जो मार्किंग स्कीम के हिसाब से संभव नहीं है.
इनका कहना है कि कुछ छात्रों को बैक डोर से एंट्री देने की कोशिश की जा रही है और लॉस आफ टाइम के नाम पर उनको अतिरिक्त अंक दिए गए हैं. इन्होंने एक ही केंद्र के 67 कैंडीडेट्स के टॉपर बनने पर भी सवाल उठाया है जिन्हें कुल 720 मार्क्स मिले हैं.
एक याचिका में ये भी कहा गया है की काउंसलिंग पर रोक लगा दी जाए और पेपर लीक मामलों की भी ठीक से जांच की जाए. इस याचिका में ये भी मांग की गई है की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन होना चाहिए जो परीक्षा में हुई अनियमिताओं की ठीक से जांच करें.
तीसरी पिटीशन नीड कैंडिडेट जरिपिति कार्तिके द्वारा दायर की गई है और उसमें लास ऑफ टाइम के नाम पर ग्रेस मार्क देने पर सवाल उठाया गया है. इन सभी मामलों पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा. बता दें इसके पहले 11 जून को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को नोटिस जारी करके यह बात साफ तौर पर कही थी कि परीक्षा की पवित्रता पर आंच आई है और एनटीए को हर तरफ से उठ रहे सभी सवालों का ठीक से जवाब देना होगा.
कमेटी का हो चुका है गठन
बता दें कि मामले के तूल पकड़ने के बाद 8 जून को एनटीए और यूनियन एजुकेशन मिनिस्ट्री ने चार सदस्य कमेटी की घोषणा की थी जो ग्रेस मार्क्स और लॉस ऑफ टाइम के मुद्दे पर जांच करेगी. कई कैंडीडेट्स ने परीक्षा में गलत तरीकों के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया है.
आज इस मामले पर सुनवाई होगी और इसके बाद जानकारी सामने आएगी कि सुप्रीम कोर्ट परीक्षा रद्द करता है, ग्रेस मार्क्स के मुद्दे पर क्या कहता है या फिर अगली तारीख मिलती है जैसा कि पिछले सुनवाई में हुआ था.
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