नीट यूजी परीक्षा इस बार चर्चा में है. इस बार इस एग्जाम में 67 कैंडिडेट्स ने टॉप किया है. इसके अलावा एक ही सेंटर से कई टॉपर सामने आए हैं. जिन्हें लेकर बवाल मचा हुआ है. अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. कोर्ट में कई याचिकाएं दर्ज की गई है. जिस पर आज सुनवाई भी हुई. सुप्रीम कोर्ट में अब अगली सुनवाई 08 जुलाई को होगी. फिलहाल कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाई है. आइए जानते हैं इस बार हुई नीट परीक्षा से जुड़े बड़े सवाल कौन से हैं?
इस बार नीट यूजी परीक्षा में करीब 24 लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे. इनमें से 13 लाख से अधिक स्टूडेंट्स सफल हुए हैं. इस वर्ष एग्जाम के लिए पंजीकरण प्रोसेस 9 फरवरी से लेकर 10 अप्रैल 2024 तक हुई थी. परीक्षा का आयोजन 5 मई 2024 को हुआ था. जबकि एग्जाम के नतीजे 4 जून को घोषित किए गए हैं. उम्मीदवारों के स्कोर सामने आने के बाद से ही हंगामा मचा हुआ है.
सवाल- नीट परीक्षा के रिजल्ट पर इतना बवाल क्यों मचा हुआ है?
जवाब- नीट यूजी 2024 के परिणाम घोषित होने के बाद से ही परीक्षा को लेकर कई विवाद खड़े हो गए हैं. छात्रों, अभिभावकों और राजनीतिक दलों ने भी अपना विरोध जताया है. छात्रों ने आरोप लगाया है कि उनकी OMR शीट में गड़बड़ी थी और परीक्षा में कुछ ऐसे प्रश्न थे जिनके दो उत्तर सही माने गए थे. इस बार एग्जाम में कैंडिडेट्स काफी ज्यादा नंबर मिले हैं. कुछ लोगों ने परीक्षा में अनियमितताओं की भी आशंका जताई है.
सवाल- नीट परीक्षा में आखिरी इतने टॉपर कैसे हो सकते हैं?
जवाब- इस वर्ष 67 छात्रों ने टॉप किया है, जो इतिहास में सबसे ज्यादा संख्या है. आमतौर पर केवल एक या दो छात्र टॉप करते हैं, लेकिन इस बार 67 छात्रों ने सर्वोच्च रैंक प्राप्त की है. इस बार ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं.
सवाल- एक ही परीक्षा केंद्र के कई कैंडिडेट्स कैसे एग्जाम में टॉप कर सकते हैं?
जवाब- एजेंसी की तरफ से कहा गया है कि कुछ एग्जाम सेंटरों पर एग्जाम के लिए पूरा समय नहीं मिला था. इन सेंटरों के स्टूडेंट्स ने शिकायत की थी उन्हें समय नहीं मिला था. जिसके बाद एक कमेटी की सिफारिश के बाद 1500 से अधिक स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए. इनमें से एक ही परीक्षा केंद्र के 6 छात्रों को ग्रेस अंक मिले जिनके पहला से अंक काफी अधिक थे.
सवाल- कैंडिडेट्स को 718 और 719 नंबर कैसे मिले?
जवाब- इस सवाल पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कहा कि ग्रेस मार्क्स के चलते छात्रों का स्कोर 718 और 719 रहा है.नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूले की वजह से स्टूडेंट्स को विभिन्न ग्रेस नंबर मिले हैं.
सवाल- संभावित डेट से पहले परीक्षा के नतीजे कैसे आ गए?
जवाब- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का पूरा जोर इस बात पर रहता है कि परीक्षा के नतीजे जल्द से जल्द घोषित किए जाएं. आंसर-की चैलेंज की प्रक्रिया खत्म होने के बाद परिणाम जल्द आ जाते हैं. ऐसे में रिजल्ट तैयार हो गया था, इसलिए नतीजे संभावित तारीख से पहले जारी कर दिए गए.
सवाल- क्या नीट परीक्षा के रिजल्ट को रद्द घोषित कर दिया जाएगा?
जवाब- परीक्षा को लेकर कई याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई हैं. जिन पर आज सुनवाई भी हुई कोर्ट ने एनटीए से जवाब मांगा है. अगली सुनवाई 08 जुलाई को होगी. हालांकि काउंसलिंग प्रोसेस पर रोक नहीं लगाई गई है. अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. फिलहाल एग्जाम रद्द होने को लेकर किसी भी तरह की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
सवाल- क्या नीट की परीक्षा दोबारा कराई जाएगी?
जवाब- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से बीते दिनों कहा गया था. कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय की बर्बादी के लिए छात्रों को मुआवजे के रूप में अंक बढ़ाए गए, जिससे कुछ छात्रों को 718 और 719 अंक मिले और 6 उम्मीदवार टॉपर बन गए. यह समस्या 6 केंद्रों तक सीमित थी और केवल 1600 छात्र प्रभावित हुए हैं. कोई पेपर लीक नहीं हुआ और पूरी परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी रही. ऐसे कमेटी बनाई गई है जिसकी रिपोर्ट पर आगे निर्णय होगा.
सवाल- क्या अगली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट नीट की काउंसलिंग पर रोक लगा सकता है?
जवाब- ये इस बात पर निर्भर होगा कि सुप्रीम कोर्ट एनटीए के जवाब से कितनी संतुष्ट है यदि कोर्ट संतुष्ट नहीं होगा तो एक बार को काउंसलिंग पर रोक लगने की उम्मीद है. अगर कोर्ट जवाब से संतुष्ट होगी तो प्रक्रिया यथावत चलती रहेगी.
सवाल- क्या लीक हुए थे नीट परीक्षा के पेपर?
जवाब- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक ने बीते दिनों बताया था कि कुछ केन्द्रो पर समय बर्बादी की शिकायत थी. लेकिन पेपर लीक नहीं हुआ है.
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