इस आधार पर होंगे स्टूडेंट्स पास –
इस नये फॉरमेट में स्टूडेंट्स को पास करने के लिये इन अंको को आधार बनाया जायेगा. इसके तहत वे एग्जाम जो हो चुके हैं उनके नंबर कंसीडर किये जायेंगे और जो एग्जाम नहीं हो पाये थे उन विषयों के हाफइयरली एग्जाम्स के अंक जोड़े जायेंगे. अगर कुछ स्टूडेंट्स ऐसे भी सामने आते हैं जिन्होंने हाफइयरली एग्जाम्स भी नहीं दिये होंगे लेकिन उनके पास इसका कोई वैलिड रीज़न होगा, ऐसे स्टूडेंट्स को सभी यूनिट टेस्ट्स के कुल अंक मिलाकर एवरेज अंक दे दिये जायेंगे. कुल मिलाकर सरकार हर कोशिश कर रही है कि जिस स्टूडेंट के लिये जैसे संभव हो वैसे अंक देने की व्यवस्था कर दी जाये क्योंकि किसी भी हाल में इन कक्षाओं के बचे या पूरे पेपर आयोजित नहीं कराये जा सकते. कोविड -19 की वजह से हुई एनजाइटी और स्ट्रेस को कम करने के लिये यह निर्णय लिया गया है.
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