गुजरे दिनों राजधानी दिल्ली में एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने के चलते तीन छात्रों को अपनी जान गंवानी पड़ी. जिसके बाद बड़ी संख्या में छात्र दिल्ली की सड़कों पर उतर आए और कार्रवाई की मांग करने लगे. जिसके बाद अधिकारियों ने दिल्ली के कई इलाकों में चल रहे कोचिंग सेंटरों की तफ्तीश की और उन्हें सील किया. इन सेंटर में कई नामी कोचिंग सेंटर्स भी शामिल हैं.


यूपीएससी का जब भी नाम आता है तो सबके दिमाग में विकास दिव्यकीर्ति जरूर आते हैं. बीते सोमवार को मशहूर शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति की तरफ से चलाई जा रही दृष्टि आईएएस कोचिंग का भी निरीक्षण किया गया. वहीं, मंगलवार को उनके मुखर्जी नगर सेंटर  के बेसमेंट को सील कर दिया गया. हालांकि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र में हुई दुखद घटना के बाद शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति और अवध ओझा ने चुप्पी साध ली जिससे छात्र उनसे नाराज नजर आ रहे थे.  


मामले को लेकर मंगलवार को शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि उन्हें निशाना बनाया गया है क्योंकि ऐसे मामलों में हर कोई एक बलि का बकरा चाहता है. वहीं, अवध ओझा ने एक वीडियो के माध्यम से सरकार से ऐसे मामलों में सख्‍त कानून बनाने की मांग की है.


कौन हैं विकास दिव्यकीर्ति?


विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा के भिवानी हुआ था. वह एक शिक्षक, लेखक, व्याख्याता और यूट्यूबर हैं. उनके शुरुआती सफर की बात करें तो विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर से की है. जिसके बाद वह हायर एजुकेशन के लिए दिल्ली आ गए और दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की. रिपोर्ट्स के अनुसार उनके पास हिस्ट्री में ग्रेजुएशन की डिग्री है. साथ ही हिंदी साहित्य में पोस्ट ग्रेजुएशन किया हुआ है. इसके अलावा उनके पास  लॉ में ग्रेजुएशन की डिग्री है. इसके अलावा उन्होंने फिलॉसफी में मास्टर्स किया है साथ ही हिंदी साहित्य में डीयू से डॉक्टरेट उपाधि भी ली है.


विकास दिव्यकीर्ति 1999 में स्थापित सिविल सेवा की तैयारी के लिए एक प्रमुख कोचिंग संस्थान दृष्टि आईएएस के संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं. उन्होंने अपने सफर की शुरुआत दिल्ली विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के रूप में की थी. साल 1996 में विकास ने पहली कोशिश में सिविल सेवा परीक्षा पास की और गृह मंत्रालय में कुछ समय काम करने के बाद शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस्तीफा दे दिया था. साल 2022 में उन्होंने एक यूट्यूब चैनल शुरू किया जिसने तेजी से लोकप्रियता हासिल की. इस चैनल 3.74 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं. वह फिल्म '12th Fail' में खुद का किरदार निभाते हुए भी दिखाई दिए थे.


कौन हैं अवध ओझा?


अवध ओझा ने 2005 में दिल्ली में चाणक्य आईएएस अकादमी और वाजिराम एंड रवि आईएएस सहित विभिन्न कोचिंग संस्थानों में काम करते हुए अपने शिक्षण करियर की शुरुआत की थी. साल 2019 में उन्होंने पुणे, महाराष्ट्र में अपना कोचिंग संस्थान, इकरा अकादमी की स्थापना की. अवध ओझा ने 2020 में एक यूट्यूब चैनल लॉन्च किया, जहां वे शिक्षा से जुड़ा मटेरिल पोस्ट करते हैं. उनके चैनल पर 8.82 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं.


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