पंजाब यूनिवर्सिटी एसओपी के माध्यम कराएगी परीक्षा, छात्रों और परीक्षा केंद्रों को करना होगा इन नियमों का पालन
पंजाब यूनिवर्सिटी जुलाई से अपने करेंट छात्रों के लिए एग्जाम की व्यवस्था शुरू करने जा रहा है. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. यूनिवर्सिटी ने इसके लिए एसओपी को अंतिम रूप दे दिया है.
पंजाब यूनिवर्सिटी ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिव प्रोसिजर्स (एसओपी) को जुलाई से सेमेस्टर एग्जाम करवाने के लिए अंतिम रूप दे दिया है. नियमों के मुताबिक, एक सेशन में प्रत्येक सेंटर में अधिकतम 150 कैंडिडेट्स को ही अनुमति दी जाएगी और परीक्षा का समय दो घंटे का होगा. कैंडिडेट्स, टीचर्स, स्टाफ के लिए फेसमास्क पहना अनिवार्य होगा. प्रत्येक 15 छात्रों के लिए एक असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट होगा.
पंजाब यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर डॉ. परविंदर सिंह ने कहा, 'वर्तमान कक्षाओं के लिए जुलाई से एग्जाम शुरू होंगे. इसके लिए पंजाब यूनिवर्सिटी ने एसओपी को अंतिम रूप दे दिया है. एक सत्र के दौरान प्येक सेंटर में 150 कैंडिडेट को ही जाने की अनुमति होगी और परीक्षा मात्र दो घंटे की होगी.. '
करना होगा नियमों का पालन
परीक्षा केंद्रों और परीक्षा देने वाले छात्रों को आरोग्य सेतु एप, अपनी पानी की बोतल, बिल्डिंग और बेंचों का सेनिटाइजेशन, छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग सहित सुरक्षा के सभी मानकों को फॉलो करना होगा. रेड जोन या कंटेनमेंट जोन के किसी भी छात्रों के परीक्षा में केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इनक लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी.
गर्भवती महिलाओं की नहीं लगेगी ड्यूटी
इसके साथ ही, 65 साल से अधिक उम्र के लोगं, गर्भवती महिलाएं, विशेष योग्यता वाले व्यक्ति की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी. हाथ मिलाना, थूकना, दो से अधिक व्यक्ति का इकट्ठा होना और खाने की चीज़ें लाना प्रतिबंधित रहेंगे.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से देश के सभी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई से लेकर हर तरह के कामकाज ठप पड़े हैं. ऐसे में छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी ने यह कदम उठाया है.
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI