हर दूसरे छात्र का सपना बढ़िया नौकरी पाने का होता है. जिसे पाने के लिए वह बेहजोड़ मेहनत भी करते हैं. आज हम आपको देश में आयोजित होने वाली कुछ ऐसी प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में बताएंगे, जिन्हें पास करने के बाद आप अपने भविष्य को सुनहरे अक्षरों से लिख सकेंगे, आइए जानते हैं कौन सी हैं वो परीक्षाएं.


राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए)


राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, जिसे आमतौर पर एनडीए के नाम से जाना जाता है. इस परीक्षा को पास करना सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है. यह परीक्षा थल सेना, वायु सेना और नौसेना में प्रवेश के लिए एक द्वार है. आवेदकों का चयन इन निम्नलिखित परीक्षणों के आधार पर किया जाता है 1. लिखित परीक्षा 2. एसएसबी साक्षात्कार. लिखित परीक्षा को क्रैक करना कठिन है लेकिन एसएसबी साक्षात्कार को पास करना इससे भी ज्यादा मुश्किल होता है. एसएसबी साक्षात्कार 5 दिनों की अवधि के लिए आयोजित किया जाता है. इसमे सफलता दर महज दो फीसद ही होती हैं.


नीट


एम्स से एमबीबीएस डॉक्टरी की तैयारी में जुटे हर स्टूडेंट का सपना होता है. चूंकि एम्स भारत का सर्वाेच्च क्लिनिकल स्कूल है, इसलिए प्रत्येक आवेदक एम्स से एमबीबीएस करने के बारे में सोचता है. सबसे कठिन होने के पीछे का कारण सीटों की सीमित संख्या और परीक्षा का प्रारूप है. नीट भारत के सभी क्लिनिकल/डेंटल स्कूलों में एमबीबीएस/बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए दावेदारों की जांच करने के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा निर्देशित एक प्रीमेडिकल परीक्षा है. नीट का परीक्षा स्तर एम्स से थोड़ा कम है लेकिन चयन दर असाधारण रूप से कम है. सबसे कठिन होने के पीछे का कारण लगभग 10 लाख प्रतियोगी परीक्षण के लिए आते हैं और लगभग 1 लाख सीटों के लिए प्रयास करते हैं.


कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट


कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट, जैसा कि नाम से पता चलता है, यह एलएलबी और एलएलएम जैसी स्नातक और स्नातकोत्तर परियोजनाओं में प्रवेश के लिए निर्देशित एवं प्लेसमेंट परीक्षा है. इस परीक्षा के अंक भारत के प्रमुख 16 लॉ कॉलेजों में मान्य हैं.यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है. केवल कानून की गहन जानकारी रखने वाले आवेदक ही इस परीक्षा को पास कर सकते हैं.


चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए)


चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा आईसीएआई (इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया) द्वारा निर्देशित है. यह परीक्षा विशिष्ट रूप से तीन स्तरों पर आयोजित की जाती है. सामान्य प्रवीणता परीक्षा (सीपीटी), एकीकृत व्यावसायिक योग्यता पाठ्यक्रम (आईपीसीसी) एवं फाइनल परीक्षा. इस परीक्षा की सफलता दर काफी कम है. हर साल केवल 8 से 16 प्रतिशत उम्मीदवार ही सीए की परीक्षा में पास हो पाते हैं.


यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी नेट)


राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (एनईटी) को वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद द्वारा भारत भर के कॉलेजों में स्कूल, सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के पदों पर जाने के लिए एक पोर्टल के रूप में निर्देशित किया जाता है. यूजीसी नेट 83 विषयों के लिए निर्देशित है. यह परीक्षा मास्टर्स के लगभग पूरे पाठ्यक्रम पर आधारित होती है. साथ ही सीटों की संख्या भी काफी कम रहती है.  


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