वैश्विक स्तर पर तेज बदलाव और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट से भारतीय समाज में नाटकीय परिवर्तन हुए हैं. भारत ने आर्थिक, तकनीकी, सुरक्षा आदि क्षेत्रों में कई सीमाएं लांघी हैं,  लेकिन भारतीय संस्कृति और परंपरा से अलगाव और मूल्यों में गिरावट भी दिखी है. इसी अवमूल्यन को दूर करने के लिए पतंजलि यूनिवर्सिटी की परिकल्पना की गई थी.


पतंजलि यूनिवर्सिटी एक निजी अनुसंधान विश्वविद्यालय है, जिसका परिसर हरिद्वार, उत्तराखंड में है. इसकी स्थापना 2006 में उत्तराखंड विधान सभा द्वारा पतंजलि विश्वविद्यालय अधिनियम, 2006 पारित करने के बाद की गई थी. इसके संस्थापक बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण हैं. इस विश्वविद्यालय  की स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारत को समृद्ध रूप से आत्मनिर्भर राष्ट्र के तौर पर विकसित करने के लिए सक्षम युवा शक्ति को गढ़ना है. यह तभी संभव है जब युवाओं का व्यक्तित्व योग मूलक हो और सभी आयामों में सामर्थ्य के साथ-साथ एक सुदृढ़ चरित्र और व्यक्तित्व का विकास हो.


आज की शिक्षा अधिकतर नौकरी केंद्रित हो गई है, जिसका मकसद छात्र की वास्तविक क्षमता को निखारने के बजाय एक आत्मकेंद्रित, नौकरी चाहने वाले जीविकोपार्जन केंद्रित व्यक्ति का निर्माण करना है. वहीं, पतंजलि विश्वविद्यालय का उद्देश्य युवाओं में जीवन और समाज के हर क्षेत्र में नेतृत्व परक गुणों का विकास करना है. इसी को केंद्र में रखते हुए पतंजलि विश्वविद्यालय की समस्त शैक्षणिक गतिविधियों का उद्देश्य ऐसे युवाओं को शिक्षित करना है, जो राष्ट्र को नई दिशा प्रदान करने के साथ ही वैश्विक धरातल पर भी पूरी मानवता का नेतृत्व कर सकें.



रिसर्च को देता है बढ़ावा, ये हैं पाठ्यक्रम


पतंजलि विश्वविद्यालय आधुनिक तकनीक के साथ तालमेल में वैदिक शिक्षा प्रणाली को मानकीकृत और बढ़ावा देता है. यह मानविकी, प्रबंधन, पत्रकारिता, प्राकृतिक और अनुप्रयुक्त विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और संबद्ध ज्ञान स्पेक्ट्रम पर शोध को भी बढ़ावा देता है. वर्तमान में, पतंजलि विश्वविद्यालय में चार संकाय हैं, जिनमें योग विज्ञान संकाय, मानविकी और प्राचीन अध्ययन संकाय, विज्ञान संकाय और प्रबंधन संकाय शामिल हैं. इन संकायों को आगे 11 विभागों में विभाजित किया गया है, जो सामूहिक रूप से यूजी, पीजी, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और डॉक्टरेट स्तर पर 10 पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं.


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इतनी है फीस और स्ट्रक्चर


पतंजलि विश्वविद्यालय का फीस स्ट्रक्चर कई घटकों से मिलकर बनी है, जैसे ट्यूशन फीस, छात्रावास शुल्क, चिकित्सा बीमा, मेस और अन्य शुल्क आदि. इन सभी शुल्कों में से, कुछ ऐसे हैं जिन्हें पतंजलि विश्वविद्यालय द्वारा एक बार लिया जाता है. वहीं, कुछ को सेमेस्टर के हिसाब से भुगतान करना होता है, जैसे ट्यूशन फीस. पतंजलि विश्वविद्यालय की फीस छात्रों द्वारा चुने गए कोर्स या विशेषज्ञता के आधार पर अलग-अलग होती है. इसकी अधिक जानकारी के लिए अधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं.



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