सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की गई है. याचिका में इस वर्ष 12वीं के स्टूडेंट्स के परिणामों को ऑब्जेक्टिव मेथेड लॉजिक के आधार पर घोषित करने का अनुरोध किया गया है. गौरतलब है कि सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) की कक्षा 12 की परीक्षा 4 मई से 14 जून के बीच होनी लेकिन कोविड-19 महामारी के मद्देनजर परीक्षा को स्थगित किया गया है.
सीबीएसई ने परीक्षाएं कैंसिल करने के लेकर मीडिया रिपोर्ट्स का किया खंडन
वहीं सीबीएसई ने12वीं की परीक्षाओं के संबंध में शुक्रवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया, जिनमें दावा किया जा रहा है कि बोर्ड, कक्षा 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर सकता है. 12वीं की परीक्षाओं के संबंध में मीडिया रिपोर्ट्स के जवाब में सीबीएसई ने कहा है, "यह स्पष्ट किया जाता है कि सीबीएसई ने कक्षा 12वीं की परीक्षाओं के संबंध में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है जैसा कि मीडिया के कुछ वर्गों में अनुमान लगाया जा रहा है. इस मामले में लिए गए किसी भी निर्णय की आधिकारिक तौर पर जनता को जानकारी दी जाएगी."
बता दें कि इससे पहले शिक्षा मंत्रालय ने पहले कहा था कि वे 1 जून को महामारी की स्थिति की समीक्षा करने के बाद कक्षा 12वीं की बोर्ड की परीक्षा को लेकर चर्चा करेंगे.
परीक्षा शुरू होने से पहले 15 दिनों का नोटिस दिया जाएगा
शिक्षा मंत्रालय (MoE) के एक अधिकारी ने कहा कि, “चार मई से 14 जून तक निर्धारित कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित की गई हैं. ये परीक्षाएं बाद में आयोजित की जाएंगी.बोर्ड द्वारा 1 जून को स्थिति की समीक्षा की जाएगी और डिटेल्स बाद में साझा की जाएंir. परीक्षा शुरू होने से पहले कम से कम 15 दिनों का एक नोटिस दिया जाएगा. ”
12वीं के स्टूडेंट्स परीक्षा रद्द करने की कर रहे हैं मांग
गौरतलब है कि इससे पहले CBSE कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्स ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों के मद्देनजर बोर्ड परीक्षा रद्द करने का अनुरोध करते हुए हैशटैग #saveboardstudents नाम से एक ऑनलाइन कैंपेन शुरू किया था. इसके अलावा स्टूडेंट्स ने Change.org पर एक याचिका भी दायर की है जिसमें सरकार से 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की गई है.
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