वैसे तो 12वीं तक छात्रों के दिमाग में ये साफ हो जाता है कि इसके बाद आगे क्या करना है. ज्यादातर छात्र 12वीं में ऐसे सब्जेक्ट चुनते हैं जो उनके करियर के लिए जरूरी हैं. 12वीं में ही स्टूडेंट अपने करियर की प्लानिंग कर लेते हैं. लेकिन अगर 12वीं में किसी वजह से आपने जो स्ट्रीम चुनी वो आपकी पसंद की नहीं या फिर उस स्ट्रीम से संबंधित करियर बनाना नहीं चाहते हैं तो आपके पास ग्रेजुएशन लेवल पर एक मौका और है. ग्रेजुएशन में आप अपनी रुचि के मुताबिक और जो आपका टेलेंट है उसके अनुसार कोई डिग्री कोर्स या डिप्लोमा कर सकते हैं. साइंस और कॉमर्स वाले छात्रों के पास ग्रेजुएशन लेवल पर थोड़े ज्यादा ऑप्शन होते हैं क्योंकि वो अपनी स्ट्रीम के अलावा दूसरी स्ट्रीम में भी जा सकते हैं. हालांकि आर्ट के छात्रों के लिए विकल्प थोड़े लिमिटेड होते हैं क्योंकि वो साइंस या कॉमर्स वाले स्ट्रीम नहीं चुन सकते लेकिन फिर भी आर्ट साइड में भी अच्छे करियर ऑप्शंस की कमी नहीं.



इंजीनियरिंग- साइंस वाले छात्र जो 12वीं में मैथ्स लेते हैं उनको सबसे पहला सपना होता है इंजीनियरिंग करना. बीटेक आज भी सबसे ज्यादा पॉपुलर डिग्री कोर्स है और आईआईटी जैसे कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए छात्र 10वीं से ही तैयारी करना शुरु कर देते हैं. हर साल लाखों छात्र आईआईटी के एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेन्स और एडवांस को क्वालिफाई करने की कोशिश करते हैं. 12वीं के बाद इंजीनियरिंग लाइन आज भी एक बेहतरीन करियर ऑप्शन है. अगर आईआईटी में एडमिशन ना हो तो भी देश में दूसरे प्रेस्टिजियस क़ॉलेज हैं जहां से बीटेक किया जा सकता है हालांकि इन कॉलेज में भी एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है. इन सबके अलावा हजारों प्राइवेट कॉलेज हैं जो बीटेक की डिग्री देते हैं और इन कॉलेज में एडमिशन का अपना क्राइटेरिया है और फीस बाकी कॉलेज से ज्यादा होती है.


पॉपुलर स्ट्रीम इन बीटेक

कंप्यूटर इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग
सिविल इंजीनियरिंग
केमिकल इंजीनियरिंग
मेकेनिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
इन टॉप इंजीनियरिंग ब्रांच के अलावा कई दूसरी ब्रांच भी है जो इंजीनिरिंग में फेमस हैं.एमबीबीएस- पूरी दुनिया में डॉक्टर्स की जॉब बहुत ही सम्मान की नजर से देखी जाती है. डॉक्टर बनने पर सैलरी तो अच्छी मिलती ही है साथ ही समाज में रिसपेक्ट भी बहुत होती है. आज भी लाखों युवाओं का सपना होता है एमबीबीएस करने का. मेडिकल साइंस की पढ़ाई काफी टफ और लंबी है इसलिए डॉक्टर बनना हर किसी के बस की बात नहीं. जो छात्र 12वीं में बायलॉजी लेते हैं वो डॉक्टर ही बनना चाहते हैं. अगर किसी वजह से से एमबीबीएस में सलेक्शन ना हो पाये तो बायलॉजी वाले स्टूडेंट्स को निराश होने की जरूररत नहीं. आज मेडिकल फील्ड बहुत ही वाइड है और इसमें डॉक्टर के अलावा बहुत सारे ऐसे अच्छे प्रोफाइल हैं जिनके लिए अप्लाई किया जा सकता है. एमबीबीएस के अलावा डेंटल, हॉम्योपैथी, आयुर्वेद, नेचुरोपैथी , नर्स, फिजियोथेरपिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, और बाकी पैरा मेडिकल का बड़ा फील्ड है जिसमें करियर बनाया जा सकता है. एमबीबीएस करने के लिए नीट  का एग्जाम में आये नंबरों के आधार पर बनी मेरिट से कॉलेज में एडमिशन होता है.



कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए ऑप्शन

12 वीं में कॉमर्स की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए कंपनी सेक्रेटरी और चार्टर्ड एकाउंटेंसी सबसे पॉपुलर विकल्पों में से एक है. आईसीएआई इस कोर्स को रेगुलेट करती है और सीए करने का टाइम 5-6 साल का है. सीए में सरकारी कानूनों के अनुसार कंपनियों के वित्तीय मामलों की सम्पूर्ण जानकारी सहित लेखा परीक्षा रिपोर्ट बनाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण और लेखा परीक्षा के माध्यम से कराधान, वित्तीय लेनदेन आदि विषयों की जानकारी प्रदान की जाती है. वहीं सीएस का रोल कंपनी के लीगल मैटर्स देखना, टैक्स रिटर्न और दूसरे एकाउंट्स मैनेज करना साथ कंपनी की एडवाइजरी मीटिंग्स अटेंड करने का काम होता है. सीएस पांच साल का कोर्स है और इसे आईसीएसआई संचालित करती है. चार्टर्ड एकाउंटेंट के अलावा  कॉमर्स छात्रों के लिए दूसरे फेमस कोर्स बिजनेस मैनेजमेंट (बीबीए), बीकॉम, बीकॉम (एच), अर्थशास्त्र (एच), लॉ, ट्रेवल एंड टूरिज्म आदि में ग्रेजुएशन है. इन कोर्सेज की मदद से निवेश बैंकर, ब्रांड मैनेजर, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर और अन्य प्रतिष्ठित पदों के रूप में एक प्रतिष्ठित  करियर बनाया जा सकता है.


आर्ट्स स्टूडेंट्स के लिए ऑप्शन

जिन छात्रों ने 12वीं में आर्ट्स या ह्युमेनिटिज लिया है उनके लिए भी ग्रेजुएशन में क्या पढ़ाई करनी है ये बहुत महत्वपूर्ण है. आर्ट्स वाले छात्रों के पास साइंस और कॉमर्स की तुलना में कम चॉइस होती है इसलिए उनको ग्रेजुएशन लेवल सही कोर्स या डिप्लोमा का चयन करना चाहिए. आर्ट्स वाले स्टूडेंट अपने 12वीं के सब्जेक्ट के मुताबिक ग्रेजुएशन में एडमिशन ले सकते हैं. हालांकि पिछले कुछ सालों में  आर्ट्स के प्रति छात्रों का झुकाव बढ़ा है. आजकल अधिकतर छात्र आर्ट्स का चयन कर रहे हैं. आर्ट्स वाले छात्र मास कम्युनिकेशन, पत्रकारिता, विज्ञापन, इंटीरियर डिजाइनिंग, ग्राफिक्स डिजाइनिंग, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, इतिहास, फैशन डिजाइनिंग, फोटोग्राफी, रंगमंच आदि विषयों में से आर्ट्स के स्टूडेंट्स किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं.  इसके अतिरिक्त एक आर्ट स्टूडेंट के रूप में आप लिंग्विस्टिक, रिलीजियस स्टडी, आर्ट रेस्टोरेशन, फॉरेन लैंग्वेज, फिल्म निर्माण, कला इतिहास और ऐसे अन्य संबंधित क्षेत्रों का अध्ययन कर उसमें अपना करियर बना सकते हैं.







Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI