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IAS Success Story: आईएएस बनना था प्रखर का लक्ष्य, ऐसे की तैयारी और टॉप की यूपीएससी परीक्षा
Success Story: यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों से प्रखर कहते हैं कि वह टॉपर्स (Toppers) की रणीनीति को समझें और उसके बाद तैयारी करें
Success Story of IAS: लगातार प्रयास और धैर्य के सहारे देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है.ऐसा कर दिखाया यूपीएससी-2020 एग्जाम में 29वीं रैंक हासिल करने वाले आईएएस प्रखर कुमार सिंह (IAS Prakhar Kumar Singh) ने.
प्रखर ने बताया कि यूजी करने के तुरंत बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी. पहला प्रयास में उनकी तैयारी भी पूरी नहीं हुई थी.लिहाजा वह परीक्षा पास (Exam Clear) नहीं कर पाए थे.बाद में जब वह यूपीएससी (UPSC) में सलेक्ट हुए तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था.
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर प्रखर ने सिविल सर्विस परीक्षा में हिस्सा लेने का फैसला पढ़ाई के शुरू से कर लिया था. उन्होंने बताया कि उनका मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू बहुत अच्छा रहा था. प्रखर ने बताया कि चूंकि उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था इसलिए उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट (Optional Subject) के रूप में चुना था.क्योंकि इसी की तैयारी अच्छे से कर सके. प्रखर बताते हैं कि, परीक्षा का परिणाम आने से पहले उन्हें लगता था कि टॉपर्स कुछ अलग पढ़ाई करते होंगे. लेकिन परिणाम आने के बाद उन्हें पता चला कि टॉपर्स भी वही पढ़ते हैं जो बाकी अभ्यर्थी पढ़ते हैं. बस उनका तरीका अन्य अभ्यर्थियों से कुछ अलग होता है.
टॉपर्स की रणीनीति को समझें
सिविल सर्विसेज की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से कहा है कि इस परीक्षा में हिंदी व इंग्लिश मीडियम कोई मायने नहीं रखता है.सब की तैयारी पूरी होनी चाहिए.सभी को अपना टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करनी चाहिए सफलता उनके कदम एक दिन जरूर चूमेगी.आईएएस की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी को प्रखर की सलाह है कि वह टॉपर्स की रणीनीति को समझें और उसके बाद तैयारी करें. ऑप्शनल विषय (Optional Subject) के सिलेक्शन पर उन्होंने कहा कि जिस सब्जेक्ट में अभ्यर्थी का इंटरेस्ट जिस विषय में हो उसे सेलेक्ट (Select) करें. प्रखर की सलाह है कि अभ्यर्थी हर सप्ताह व हर महीने के हिसाब से अपना टारगेट सेट करें.
प्रखर ने बताया कि यूजी करने के तुरंत बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी. पहला प्रयास में उनकी तैयारी भी पूरी नहीं हुई थी.लिहाजा वह परीक्षा पास (Exam Clear) नहीं कर पाए थे.बाद में जब वह यूपीएससी (UPSC) में सलेक्ट हुए तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था.
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर प्रखर ने सिविल सर्विस परीक्षा में हिस्सा लेने का फैसला पढ़ाई के शुरू से कर लिया था. उन्होंने बताया कि उनका मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू बहुत अच्छा रहा था. प्रखर ने बताया कि चूंकि उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था इसलिए उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट (Optional Subject) के रूप में चुना था.क्योंकि इसी की तैयारी अच्छे से कर सके. प्रखर बताते हैं कि, परीक्षा का परिणाम आने से पहले उन्हें लगता था कि टॉपर्स कुछ अलग पढ़ाई करते होंगे. लेकिन परिणाम आने के बाद उन्हें पता चला कि टॉपर्स भी वही पढ़ते हैं जो बाकी अभ्यर्थी पढ़ते हैं. बस उनका तरीका अन्य अभ्यर्थियों से कुछ अलग होता है.
टॉपर्स की रणीनीति को समझें
सिविल सर्विसेज की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से कहा है कि इस परीक्षा में हिंदी व इंग्लिश मीडियम कोई मायने नहीं रखता है.सब की तैयारी पूरी होनी चाहिए.सभी को अपना टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करनी चाहिए सफलता उनके कदम एक दिन जरूर चूमेगी.आईएएस की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी को प्रखर की सलाह है कि वह टॉपर्स की रणीनीति को समझें और उसके बाद तैयारी करें. ऑप्शनल विषय (Optional Subject) के सिलेक्शन पर उन्होंने कहा कि जिस सब्जेक्ट में अभ्यर्थी का इंटरेस्ट जिस विषय में हो उसे सेलेक्ट (Select) करें. प्रखर की सलाह है कि अभ्यर्थी हर सप्ताह व हर महीने के हिसाब से अपना टारगेट सेट करें.
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