कोरोनावायरस की दूसरी लहर के घातक परिणाम को देखते हुए UPSC सिविल सेवा प्रीलिमनरी परीक्षा 2021 और IFS (भारतीय वन सेवा) 2021 परीक्षा स्थगित कर दी गई थी. ये परीक्षाएं पहले 27 जून को आयोजित होने वाली थी लेकिन अब नया शेड्यूल जारी कर दिया गया है और ये परीक्षाएं 10 अक्टूबर 2021 को आयोजित की जाएंगी.


बहरहाल परीक्षा की तारीखें अब नजदीक आ रही हैं ऐसे में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेटर बनने के लिए कैंडिडेट्स भी सबसे मुश्किल एग्जाम को क्रैक करने के लिए और अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए दिन-रात मेहनत में जुटे हुए हैं. गौरतलब है कि सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के तीन बेसिक स्टेज हैं. पहला स्टेज प्रीलिम्स है जो नेचर में ऑब्जेक्टिव है, दूसरा स्टेज मेन्स है जो एक लिखित परीक्षा है और तीसरा स्टेज इंटरव्यू है जो एक वर्बल इवैल्यूएशन प्रोसेस है. इसके बाद फाइनल रिजल्ट डिक्लेयर किया जाता है. तो चलिए आज हम यहां आपको एक ही अटैम्पट में यूपीएससी प्री एग्जाम क्लियर करने के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं.


पूरा सिलेबस कवर करें


सिलेबस को अच्छे से कवर किया जाना चाहिए. किसी भी हिस्से को हल्के में नहीं छोड़ा जाना चाहिए, चाहे पिछले रुझान कुछ भी हों. दरअसल यूपीएससी का सिलेबस काफी ज्यादा और बड़ा होता है. कहीं से भी कुछ भी पूछा जा सकता है इसलिए पूरे सिलेबस को अच्छी तरह से कवर करें. UPSC प्रीलिम्स 2020 में एंशियंट इंडिया से बहुत ज्यादा सवाल पूछे गए थे.


मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करें


सिलेबस के एक बड़े हिस्से की कवरेज के बाद  मॉक टेस्ट की जमकर प्रैक्टिस करें. हालांकि मॉक टेस्ट प्रैक्टिस करने की संख्या लिमिटेड ही रखें. ज्यादा प्रैक्टिस करने से आपकी एनर्जी खत्म हो जाएगी और बहुत कम टेस्ट सॉल्व करने से आपकी तैयारी में कमी रह जाएगी. टेस्ट के बाद एनालिसिस एक जरूरी प्रैक्टिस है. अच्छी परफॉरमेंस से ओवर कॉन्फिडेंट न हो और खराब प्रदर्शन से निराश न हो. बस बेहतर करने के कोशिश में जुटे रहें.


प्रॉपर रिविजन करें


प्रीलिम्स का सिलेबस काफी बड़ा और बिखरा हुआ है. कवरेज से ज्यादा रिविजन सबसे ज्यादा जरूरी है. इसलिए सिलेबस के कवरेज और कवर किए गए हिस्से के रिविजन में सही बैलेंस होना चाहिए. सिलेबस को अच्छी तरह से स्कैन करें और प्राथमिकता दें. सिलेबस का जो हिस्सा डाटा और फैक्ट ओरिएंटेड है उसे एक्चुअल एग्जाम से पहले कई बार रिवाइज करें.


प्रॉपर नोट्स बनाएं


बिना प्रॉपर नोट्स बनाए यूपीएससी के किसी भी सिलेबस को क्वालिटी के साथ कवर नहीं किया जा सकता है. नोट्स एक प्रॉपर फॉर्मेट में बनाए जाने चाहिए ताकि उम्मीदवारों के लिए इनसे याद करना और रीविजन करना बेहद आसान हो. नोट्स बहुत मुश्किल नहीं होने चाहिए और इसलिए नोट्स बनाने का मकसद हमेशा ध्यान में रखना चाहिए.


एग्जाम से एक महीने पहले नए टॉपिक्स को एक्सप्लोर न करें


प्रीलिम्स से पहले का आखिरी महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है. इसलिए अगर ज्यादा जरूरी नहीं है तो इस लास्ट मंथ में किसी भी नए टॉपिक को कवर ना ही करें. दरअसल एग्जाम से पहले के एक महीने को खासतौर पर रिविजन के लिए रखना चाहिए.


CSAT पर भी खास ध्यान दें


इसे हल्के में लेने पर भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. जो लोग सीसैट के लिए पूरी तरह से नौसिखिए हैं, उन्हें इसे जनरल स्टडीज के बराबर ही रखना चाहिए. एडवांस स्टेज वाले उम्मीदवारों को भी इसे गंभीरता से लेना चाहिए. कम से कम पिछले वर्षों के पेपर छूटने नहीं चाहिए.


पिछले सालों के पेपर्स से प्रैक्टिस करें


पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र आपकी तैयारी को दिशा और दशा प्रदान करते हैं. आपके नॉलिज बेस को बढ़ाने के अलावा, लास्ट ईयर के क्वेश्चन पेपर्स आपके मेंटल आउटलुक को बनाने में भी मदद करते हैं. ये आपकी  कॉमन सेंस को बढ़ाते है और ऑप्शन को खत्म करने में आपकी मदद करते हैं.


करंट अफेयर्स पर सबसे ज्यादा ध्यान दें


इस परीक्षा में करंट अफयर्स की भी काफी अहम भूमिका होती है इसलिए इस पर खास ध्यान दिया जाना चाहिए. स्टैंडर्ड न्यूजपेपर्स, मंथली मैग्जीन, इंडियन ईयर बुक, इकोनॉमिक सर्वे, बजट पीआईबी और योजना आपके करंट अफेयर्स के प्लैटर्स पर होने चाहिए. एक्सक्लूसिव करंट अफेयर्स एक गुड आइडिया है लेकिन इस पर बहुत ज्यादा डिपेंडेंसी बेकार की प्रैक्टिस हो सकती है.


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