Punjab: कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों को 1500 रुपये प्रतिमाह और गेजुएशन तक फ्री एजुकेशन
पंजाब सरकार ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह कोविड महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों और अपने परिवार के कमाने वाले सदस्य को खोने वाले बच्चों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में 1,500 रुपये प्रति माह और स्नातक तक मुफ्त शिक्षा प्रदान करना सनुश्चित करेगी.
पंजाब सरकार ने गुरुवार को उन बच्चों के लिए बड़ा ऐलान किया जिनके परिवार के कमाऊ सदस्य या माता-पिता दोनों कोरोना संक्रमित होने के बाद काल के गाल में समा गए. दरअसल पंजाब सरकार ने कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए सोशल सिक्योरिटी पेंशन के रूप में 1,500 रुपये प्रति माह और ग्रेजुएशन तक मुफ्त शिक्षा देने का ऐलान किया है.
CM ने कोरोना के कारण पैरेंट्स खो चुके बच्चों के लिए किया बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कोविड के कारण अपने माता-पिता दोनों को खो चुके बच्चों के पालक माता-पिता बनने को राज्य का कर्तव्य बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों और परिवार का कमाऊ सदस्य खो चुके बच्चों के लिए सरकारी संस्थानों में मुफ्त शिक्षा प्रदान करना सुनिश्चित करेगी.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों को 21 साल की उम्र तक – ग्रेजुएशन लेवल तक राहत के उपाय प्रदान किए जाएंगे.
मॉनिटरिंग कमेटी के गठन की भी घोषणाकी गई
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने हर एक मामले की प्रगति और राहत उपायों की समीक्षा के लिए सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास मंत्री की अध्यक्षता में एक मॉनिटरिंग कमेटी के गठन की भी घोषणा की है. इसके साथ ही पंजाब सरकार ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग कोविड प्रभावित व्यक्तियों के लिए राहत उपायों के कार्यान्वयन हेतु नोडल विभाग होगा.
इन राज्यों ने भी कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए की घोषणा
बता दें कि इससे पहले दिल्ली, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की राज्य सरकारों ने घोषणा की थी कि वे उन बच्चों की शिक्षा को प्रायोजित करेंगे जिन्होंने अपने माता-पिता को कोविड-19 के चलते खो दिया है. तीनों राज्यों ने ऐसे बच्चों के लिए आर्थिक राहत की भी घोषणा की थी.
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