कोलकाता में 10 नवंबर 2024 को एसआईपी अबेकस प्रोडिजी कॉम्पिटिशन के 21वें संस्करण का आयोजन किया गया. इसमें 11 देशों के करीब 5800 युवाओं ने हिस्सा लिया और अपनी गणितीय प्रतिभा दिखाई. इंटरनेशनल लेवल के इस इवेंट में 6 से 14 साल तक के बच्चों ने अपनी काबिलियत की झलक दिखाई. इन बच्चों ने जोड़, घटाना, गुणा और भाग सहित अंकगणित के 300 सवालों को महज 11 मिनट में सुलझा दिया.


कॉन्फिडेंस बढ़ाने और स्किल दिखाने का प्लेटफॉर्म


एसआईपी अबेकस प्रोग्राम के तहत हुआ यह कॉम्पिटिशन वक्त के साथ रेस लगाने जैसा था, जिससे बच्चों को बेहतरीन लर्निंग एक्सपीरियंस मिला. इस कार्यक्रम का मकसद बच्चों में एकाग्रता, विजुअल मेमोरी और लॉजिकल थिंकिंग जैसे जरूरी स्किल्स डिवेलप करना था. इससे न सिर्फ बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा, बल्कि उन्होंने मुश्किल समस्याओं से निपटने का तरीका भी सीखा.


अतिथियों ने कही यह बात


आईआईएम कोलकाता के डायरेक्टर-इन-चार्ज डॉ. सैबल चट्टोपाध्याय इस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट थे. उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता से बच्चों को भविष्य के लिए बड़ा सोचने का मौका मिलेगा. वहीं, एसआईपी अबेकस इंडिया एंड इंटरनेशनल के एमडी दिनेश विक्टर ने इस कार्यक्रम से होने वाले असर पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अबेकस एक बेहतरीन प्रोग्राम है, जो बच्चों को एकाग्रता, विजुअल मेमोरी और गणित में मजबूत आधार विकसित करने मदद करता है. इस तरह के कार्यक्रम स्कूल में बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से ज्यादा अहम हैं.


गणित के प्रति बढ़ेगा लगाव


एसआईपी अबेकस प्रोडिजी प्रतियोगिता के माध्यम से एसआईपी अकैडमी का मकसद गणित को बेहद रोचक और आसान बनाना है. मजेदार और रोचक एक्टिविटीज के माध्यम से यह बच्चों में गणित के प्रति लगाव को बढ़ाती है. साथ ही, उन्हें अपनी कैपिसिटी का पता लगाने के लिए भी प्रेरित करता है.


इस तरह के कार्यक्रम में इंटरेक्टिव लर्निंग मॉड्यूल, स्ट्रक्चर्ड अबेकस ट्रेनिंग और शानदार एक्टिविटीज के माध्यम से स्टूडेंट्स का एजुकेशनल परफॉर्मेंस बेहतर होता है. साथ ही, उनकी सीखने की ललक में भी इजाफा होता है. इस तरह के प्रयासों से बच्चों में न सिर्फ अकैडमिक कामयाबी पाने का जुनून बढ़ता है, बल्कि वे वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए भी तैयार होते हैं.


लगातार कर रहे स्किल डिवेलपमेंट का काम


बता दें कि एसआई अकैडमी इंडिया की स्थापना 2003 में हुई थी. यह अकैडमी एजुकेशनल लैंडस्केप में लगातार बदलाव कर रही है. इसने अब तक साढ़े नौ लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को ट्रेंड किया है और बच्चों के स्किल डिवेलपमेंट के मामले में खुद को पुरोधा के रूप में स्थापित किया है. एसआईपी अबेकस प्रोडिजी प्रतियोगिता से युवाओं के दिमाग का विकास होता है. साथ ही, इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और उनकी क्षमता भी बढ़ती है. इस बात को दिनेश विक्टर ने बेहद आसान शब्दों में ऐसे समझाया है. उन्होंने कहा, 'मैं पैरेंट्स को प्रोत्साहित करूंगा कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए वे इस कार्यक्रम के बारे में गंभीरता से विचार करें.'



मैथ एजुकेशन का भविष्य है यह कार्यक्रम


एसआईपी अबेकस प्रोडिजी प्रतियोगिता ऐसी विरासत है, जो युवाओं को लगातार नई-नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित करती है. अपने बेहतरीन स्किल्स और नंबरों के प्रति लगाव से ये प्रतिभाशाली युवा गणित के भविष्य का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं.


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