यूपीएससी के एग्जाम की तैयारी कर रहे कई अभ्यर्थी अक्सर इस बात को लेकर आश्चर्य में रहते हैं कि वे किसके टिप्स को फॉलो करें. तो इसका उत्तर है किसी को भी नहीं. यह सलाह दे रहे है यूपीएससी सीएसई क्लीयर करने वाले डॉ राजदीप सिंह खैरा (Dr. Rajdeep Singh Khaira). वे बताते हैं कि यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) देने के बाद मई 2021 में उनके पिता का कोरोना महामारी के चलते निधन हो गया था.
सितंबर में डॉक्टर खेरा का यूपीएससी का इंटरव्यू था, फिर भी उन्होंने हिम्मत से काम लिया. इससे पहले भी एक बार वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंचे थे, लेकिन उनका सिलेक्शन नहीं हुआ था. लेकिन इस साल उनकी मेहनत रंग लाई और वे आईएएस अधिकारी बन गए. वे कहते है कि इंटरव्यू में उनको कम नंबर आने की आशंका थी, इसलिए उन्होंने लिखित परीक्षा में ज्यादा स्कोर लाने पर फोकस किया. पंजाब के राजदीप की शुरुआती शिक्षा वहीं से हुई, उन्होंने पटियाला से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और डॉक्टर बने. 2017 में वह मेडिकल ऑफिसर के पद पर सिलेक्ट हुए, शुरुआती असफलताओं के बाद 24 सिंतबर 2021 को जारी हुए यूपीएससी (UPSC) के नतीजों में सिलेक्टेड कैंडिडेट की लिस्ट में वह भी शामिल थे.
यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए वे कहते है कि फेल होने पर उस हार को एक्सेप्ट करे और आगे बढ़े. तैयारी के दौरान हो सकता है कि अभ्यर्थियों को कई बार निराशा का सामना करना पड़े और हो सकता है की अभ्यर्थी डिस्ट्रैक्ट भी हो लेकिन असफलता को स्वीकार न करते हुए फोकस करते हुए अभ्यर्थियों को आगे बढ़ना चाहिए. पहले अटेम्प्ट में वह इंटरव्यू राउंड (Interview Round) तक वे भी पहुंचे, लेकिन सिलेक्ट नहीं हुए. उनके सामने दो ऑप्शन थे, असफलता से निराश हो जाएं या फिर अपनी गलतियों पर काम करें और उन्होंने गलतियों पर काम करने की ठान ली.
खुद पर भरोसा होना जरुरी
91 फीसदी के साथ 12वीं बोर्ड एग्जाम में उन्होंने जिले में टॉप रैंक हासिल की थी, साथ ही एमबीबीएस में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया. शुरुआत से पढ़ाई में वे अव्वल रहे, राजवीर बताते है की उनको पहली असफलता यूपीएससी में ही मिली. वे कहते है कि बाकी अभ्यर्थी क्या कर रहे हैं, इस पर ध्यान न देकर अपने टारगेट पर फोकस करे. उन्होंने तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी और दूसरे अभ्यर्थियों को भी उससे दूरी बनाने की सलाह दी.
डॉ खेरा बताते हैं कि हर अभ्यर्थी के लिए अलग-अलग स्ट्रेटजी काम करती है. एग्जाम से पहले उन्हें बताया गया कि इंटरव्यू के लिए मॉक टेस्ट बहुत जरूरी है. लेकिन यूपीएससी क्लीयर करने का ऐसा कोई रूल नहीं है. उन्होंने बिना किसी मोचक टेस्ट के ही यूपीएससी की परीक्षा क्लीयर की. वे कहते है कि अभ्यर्थियों को खुद पर भरोसा और खुद की तैयारी पर भरोसा होना चाहिए.
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