यूपीएससी एग्जाम पास करना और IAS अधिकारी बनना अपने आप में ही एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. अभ्यर्थी कड़ी मेहनत, अनुशासन और अपने लक्ष्य को पाने की जिद के दम पर ही यह उपलब्धि हासिल कर पाते है. लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन सफलता काफी कम को ही मिल पाती है. अभ्यर्थी इस एग्‍जाम (Exam) में सफल होने के लिए अपने कई साल लगा देते हैं उसके बाद भी काफी कम अभ्यर्थी (Applicant) ही सफल हो पाते है और कुछ फिर भी कामयाब नहीं हो पाते. आज हम एक ऐसे सफल अभ्यर्थी प्रदीप द्विवेदी की सक्‍सेस स्‍टोरी (Success Story) जानने वाले हैं, जिन्‍होंने तीसरे प्रयास में न केवल यूपीएससी की परीक्षा को क्लियर किया, बल्कि पूरे देश में 74 वीं रैंक भी प्राप्त की.


बुंदेलखंड के रहने वाले प्रदीप द्विवेदी (Pradeep Dwivedi) एक साधारण परिवार से आते है उनके पिता एक किसान और उनकी मां गृहिणी. प्रदीप ने बचपन से ही काफी संघर्ष किया लेकिन पढ़ाई नहीं छोड़ी. उन्होंने भोपाल से इंजीनियरिंग की और मध्य प्रदेश के इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट में उन्हें नौकरी मिल गई. फिर उनकी रुचि यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) में जगी और उन्होंने तय किया कि वह केवल दो ही बार परीक्षा में भाग लेंगे. लेकिन दो बार में सफलता न मिलने पर प्रदीप ने तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी और देशभर में 74 वीं रैंक हासिल की.


सेल्फ स्टडी जरूरी
यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए प्रदीप कहते है की तैयारी शुरू करने से पहले ही वेबसाइट (Website) पर यूपीएससी की परीक्षा के सिलेबस और पैटर्न की जांच कर लें क्योंकि यह बेहद जरूरी है और अभ्यर्थी उसके मुताबिक ही अपना स्‍टडी मटेरियल तैयार कर सकते है. शुरुआत में फॉर्मल कोचिंग की जरूरत अभ्यर्थियों को नहीं होगी लेकिन मेंस और इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थी कोचिंग की मदद ले सकते है. इसके अलावा प्रदीप कहते हैं की अभ्यर्थी खुद को अपडेट रखने के लिए इंटरनेट की मदद लें और सेल्फ स्टडी पर ज्यादा ध्यान दे. इस एग्जाम को क्लियर करने के लिए सेल्फ स्टडी करना बेहद जरूरी है.


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