IAS Success Story: तीन अटेम्प्ट, दो में सफल, ऐसा रहा बिहार की बेटी अभिलाषा का UPSC सफर
अभिलाषा अभिनव ने साल 2017 में अपने तीसरे प्रयास में UPSC CSE एग्जाम क्लियर किया और मनचाही IAS रैंक पाई. इसके पहले भी एक बार उनका सेलेक्शन हो चुका था. जानते हैं अभिलाषा से परीक्षा पास करने के टिप्स.
Success Story Of IAS Topper Abhilasha Abhinav: बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली अभिलाषा अभिनव साल 2017 की टॉपर रही हैं. इस साल उन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा 18वीं रैंक के साथ पास की. इसके पहले भी अभिलाषा का सेलेक्शन हो चुका था लेकिन रैंक कम आने की वजह से उन्हें आईआरएस सेवा मिली थी, जिससे अभिलाषा संतुष्ट नहीं थी. फलस्वरूप उन्होंने फिर एग्जाम दिया और इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए सीधा टॉपर बनीं.
अभिलाषा जिस जगह से हैं, वहां एक उम्र के बाद लड़कियों की शादी कर देना ही उचित माना जाता है. ऐसे माहौल में अभिलाषा को अपने माता-पिता को उनका विवाह न करने के लिए मनाने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा खर्च करनी पड़ी. हालांकि अभिलाषा के सेलेक्शन के बाद उनके पैरेंट्स को भी लग गया कि बेटी की शादी न करके उसे पढ़ने देने का उनका निर्णय गलत नहीं था. जैसे हर कैंडिडेट के जीवन में अपने संघर्ष होते हैं, अभिलाषा के भी थे. नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में अभिलाषा ने परीक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर और जीवन के विभिन्न संघर्षों पर खुलकर बात की.
हमेशा नौकरी के साथ की तैयारी –
अभिलाषा बचपन से ही पढ़ाई में अच्छी थी. क्लास दसवीं में जहां उन्होंने अपने जिले में टॉप किया था, वहीं बारहवीं में भी उनके 80 प्रतिशत से ऊपर अंक आए थे. क्लास 12वीं के बाद अभिलाषा ने बीटेक किया और एक कंपनी में जॉब करने लगीं. इसी दौरान उन्होंने यूपीएससी की तैयारी भी आरंभ कर दी.
अभिलाषा ने परीक्षा की तैयारी के लिए कभी नौकरी नहीं छोड़ी और अपने तीन प्रयासों के दौरान वे हमेशा काम करती रहीं. यही नहीं अभिलाषा दूसरे कैंडिडेट्स को यह सलाह भी देती हैं कि अगर आपके पास काम करने की मजबूरी नहीं है और आप फुल टाइम इस एग्जाम के लिए प्रिपेयर कर सकते हैं तो खुद को लकी मानकर इस मौके का पूरा फायदा उठाएं. टाइम की जो लग्जरी आपको मिलती है, उसको लेकर शुक्रगुजार महसूस करें और उन कैंडिडेट्स से इसकी कीमत पूछें जो जॉब में रहकर किसी तरह टाइम मैनेज करते हैं.
अगर अभिलाषा की यूपीएससी जर्नी की बात करें तो उन्होंने पहला अटेम्प्ट साल 2014 में दिया था जब उनका प्री में भी नहीं हुआ था. इसके बाद उन्होंने अगले साल परीक्षा नहीं दी. दूसरे अटेम्प्ट में साल 2016 में वे आईआरएस सर्विस के लिए चयनित हुयीं. अभिलाषा ने फिर कोशिश की और इस बार सफल होकर ही दम लिया.
यहां देखें अभिलाषा द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू -
अभिलाषा की सलाह -
परीक्षा की तैयारी के विषय में अभिलाषा का कहना है कि इस परीक्षा को तीन परीक्षाओं के रूप में न देखते हुए शुरू से ही एक मानें और प्री, मेन्स और इंटरव्यू की तैयारी एक साथ करें. परीक्षा का प्रारूप समझने और गाइडेंस लेने के लिए टॉपर्स के इंटरव्यू देख सकते हैं. एक बात का ध्यान रखें कि प्रेरणा कहीं से भी लें लेकिन अपने लिए प्लानिंग अपने अनुसार करें. किसी को कॉपी न करें क्योंकि किसी और की स्ट्रेटजी आपके काम नहीं आएगी.
अभिलाषा ने हमेशा नौकरी के साथ तैयारी की इसलिए उन्हें दूसरे कैंडिडेट्स की तुलना में अधिक मेहनत करनी पड़ती थी. वे कहती हैं नौकरी करने वाले वीकेंड्स का फायदा उठा सकते हैं और जब भी ऑफिस में समय मिले उस समय पढ़ सकते हैं. अभिलाषा तो कम्यूट करने के समय भी फोन पर पढ़ाई करती थीं, इस प्रकार टेक्नोलॉजी ने उनकी बहुत मदद की.
अंत में अभिलाषा की यही सलाह है कि सेल्फ बिलीफ इस परीक्षा को पास करने में बहुत मदद करता है. किसी और को प्रूफ करने से पहले आपको खुद विश्वास होना चाहिए कि आप कर सकते हैं तभी कर पाएंगे. खुद से ईमानदार रहें और ईमानदारी से प्रयास करें, यहां आपको दूसरों को कुछ साबित नहीं करना है बल्कि अपने लिए सफलता पानी है.
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