IAS Success Story: दो अटेम्पट्स, दोनों में सफल लेकिन नहीं रुके जब तक अभिषेक बन नहीं गए IAS ऑफिसर
इस साल UPSC 2019 परीक्षा पास करने वाले 24 साल के अभिषेक जैन जिनकी रैंक भी 24 ही आयी है, मानते हैं कि दुनिया की कोई भी अच्छी चीज आसानी से नहीं मिलती फिर चाहे वो IAS का पद ही क्यों न हो.
Success Story Of IAS Topper Abhishek Jain: दिल्ली में जन्में और पले-बढ़े अभिषेक जैन के घर का माहौल ऐसा था कि बहुत कम उम्र में ही उन्होंने तय कर लिया था कि बड़े होकर कोई ऐसा काम करना है जिससे ग्राउंड लेवल पर लोगों की मदद की जा सके. थोड़ी समझ आयी तो जान गए की सिविल सर्विसेस ऐसा क्षेत्र है जिसमें रहकर वे अपनी तमन्ना पूरी कर सकते हैं. बस ये वो समय था जब अभिषेक तय कर चुके थे कि उन्हें आईएएस ही बनना है. इरादा इतना पक्का था कि कभी कोई बैकअप प्लान नहीं रखा, कभी किसी दूसरी फील्ड में जाने के बारे में सोचा तक नहीं. अर्जुन की तरह अपनी निगाह सीधे लक्ष्य पर रखी और परिणाम यह हुआ कि 24 साल की छोटी सी उम्र में अभिषेक एक नहीं दो बार यूपीएससी परीक्षा में सफल हुए. जहां कैंडिडेट्स सालों लगा देते हैं और एक सफलता के लिए तरस जाते हैं, वहीं अभिषेक को अपने पहले ही अटेम्पट में सफलता मिल गयी थी. अपने पहले प्रयास में उन्हें 111 रैंक मिली थी और सर्विस एलॉट हुयी आईआरएस-आईपी जिसकी वर्तमान में अभिषेक ट्रेनिंग कर रहे हैं. आज जानते हैं अभिषेक के इस सफर के बारे में.
आईएएस ही बनना था –
अभिषेक का जन्म, शुरुआती शिक्षा और ग्रेजुएशन सब दिल्ली में ही हुआ. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.कॉम करने के बाद अभिषेक ठान चुके थे कि सिविल सर्विसेस के क्षेत्र में ही जाना है. बचपन का धुंधला सा विचार इस उम्र तक आते-आते पूरा स्वरूप ले चुका था. पहला अटेम्पट देने के पहले अभिषेक ने एक साल कोचिंग ली थी. अटेम्पट में भी उनका सेलेक्शन हो गया था लेकिन उनकी आईएएस पद की चाह ने उन्हें चैन से बैठने नहीं दिया. अभिषेक कहते हैं, आईआरएस सर्विस बहुत अच्छी है, ये किसी भी देश की बैकबोन होती है लेकिन आईएएस बनकर आप डायरेक्ट डेवलेपमेंट से जुड़ सकते हैं. सीधे तौर पर जरूरतमंद लोगों के लिए काम कर सकते हैं, जैसा कि वे हमेशा से चाहते थे. दरअसल अभिषेक अपने दादा से काफी इंस्पायर हैं जो एक आईएएस के अंडर काम करते थे. इसके साथ ही उनके मामा भी ऐसी ही सेवाओं से जुड़े थे, जिसे देखकर अभिषेक के मन में आईएएस बनने का बीज फूटा. इसी वजह से पहले अटेम्पट में अच्छी रैंक आने के बावजूद वे रुके नहीं और दोबारा कोशिश की और अंततः वे आईएएस पद के लिए सेलेक्ट हो गए.
हमेशा पहले अटेम्पट को माना आखिरी –
अभिषेक अपनी तैयारियों के विषय में बात करते हुए कहते हैं, मैंने परीक्षा देने से पहले इन दो निराशावादी विचारों को कभी अपने दिमाग में आने नहीं दिया. पहला तो यह कि हर साल लाखों बच्चे यह परीक्षा देते हैं, मैं कैसे चयनित हो पाऊंगा और दूसरा यह कि इस परीक्षा को पास करने के कई मौके मिलते हैं. उन्होंने हमेशा अपने पहले अटेम्पट को ही आखिरी मानकर तैयारी की. अभिषेक कहते हैं जैसे क्लास 12वीं बोर्ड परीक्षा एक ही बार देने को मिलती है, वैसे ही मैंने सोच लिया था कि इसके लिए भी दूसरा मौका नहीं मिलेगा. इतनी स्पष्ट सोच ही अभिषेक को हर बार सफलता के इतने करीब लायी.
सेल्फ स्टडी को देते हैं ज्यादा महत्व –
अभिषेक अपनी तैयारियों के विषय में बात करते हुए कहते हैं कि कोचिंग से आपको गाइडेंस मिल जाता है, एक राह पता चल जाती है पर इस पर चलना आपको खुद ही है. बेहतर होगा डायरेक्शन क्लियर हो जाने के बाद सेल्फ स्टडी पर फोकस करें, यह ज्यादा लाभ देती है. हालांकि अभिषेक टेस्ट सीरीज़ सॉल्व करने को काफी जरूरी मानते हैं. वे कहते हैं, टेस्ट सीरीज से आप खुद को एनालाइज कर पाते हैं, अपनी कमियां जान पाते हैं इसलिए कोचिंग न भी ज्वॉइन करें तो टेस्ट सीरीज़ जरूर ज्वॉइन करें. इसके साथ ही टॉपर्स के इंटरव्यू देखें. ये इंटरव्यू आपको परीक्षा के लिए गाइड करने के साथ ही मोटिवेट भी करते हैं. अभिषेक ने खुद बहुत से टॉपर्स के इंटरव्यू देखकर अपनी तैयारी के लिए जरूरी एलिमेंट्स इकट्ठा किए.
रिवीज़न, प्रैक्टिस और अवेयरनेस इन तीन का रखें ख्याल –
अभिषेक दूसरे कैंडिडेट्स को यही सलाह देते हैं कि किताबें सीमित रखें पर बार-बार रिवीजन करें. ठीक इसी तरह आंसर राइटिंग प्रैक्टिस भी सफलता के लिए बहुत जरूरी है. इसके बाद अंतिम जरूरी प्वॉइंट है अवेयरनेस. आपके आसपास क्या हो रहा है इस पर पैनी निगाह रखें क्योंकि करेंट अफेयर्स की इस परीक्षा को पास करने में अहम भूमिका होती है. न्यूज पेपर लगातार पढ़ें और टेस्ट देते रहें. अभिषेक कहते हैं ये टेस्ट आपको बताते हैं कि आप में कहां कमी है ताकि आप उसे समय रहते दूर कर सकें.
दूसरे कैंडिडेट्स को सलाह –
अभिषेक कहते हैं सुनें सबकी पर करें मन की. कब सोना है, कब पढ़ना है, क्या पढ़ना है, कैसे स्ट्रेटजी बनाएं जैसा बहुत सा ज्ञान आपको मिलेगा पर आप उतना ही लें जितना आपके लिए उचित हो. कभी किसी की कॉपी न करें क्योंकि एक इंसान के तौर पर आप अलग हैं, किसी की कॉपी नहीं. आंसर्स को एनालाइज करें, देखें की टॉपर्स कैसे उत्तर लिखते हैं, उनका प्रेजेंटेशन कैसा है पर उनकी नकल न करें.
इस साल जो स्टूडेंट्स परीक्षा पास नहीं कर पाएं हैं उनके लिए अभिषेक की यही सलाह है कि देखें कहां कमी रह गयी है. अभी कुछ दिनों बाद यूपीएससी अंक रिलीज कर देगा. चेक करें कि गलती कहां हुयी, उसे अगली बार न दोहराएं. इस परीक्षा को पास करने के सफर में एक बात का ध्यान रखें कि कोई भी अच्छी चीज आसानी से नहीं मिलती. अगर इतनी बड़ी परीक्षा को पास करने का सपना देखा है तो मेहनत भी उसी स्तर की करनी होगी. इसलिए हिम्मत न हारें, कल आपका होगा.
IAS Success Story: साधारण बैकग्राउंड और हिंदी मीडियम के निशांत जैन कैसे बने UPSC टॉपर? जानते हैं Admissions 2020: कोरोना के कारण कॉलेजों के लिए हॉस्टल खोलना हुआ चुनौती, कुछ ने अपनाएं ये उपायEducation Loan Information:
Calculate Education Loan EMI