IAS Success Story: चार बार असफल रहने वाले अनुदीप ने पांचवी बार में ऑल इंडिया रैंक 1 के साथ किया टॉप, ऐसा रहा UPSC सफर
साल 2017 में ऑल इंडिया रैंक वन के साथ टॉप करने वाले अनुदीप ने पांचवीं बार में यह सफलता पाई. इसके पहले वे चार बार असफलता का सामना कर चुके थे लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. जानते हैं अनुदीप से उनकी जर्नी के बारे में.
Success Story Of IAS Topper Anudeep Durishetty: तेलांगना के अनुदीप दुरीशेट्टी का यूपीएससी का सफर काफी लंबा रहा लेकिन जब सफलता मिली तो ऐसी की पिछली सारी असफलताओं पर पर्दा पड़ गया. दरअसल अनुदीप ने जब साल 2017 में यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की तो यह उनका पांचवां प्रयास था.
इसके पहले वे तीन बार किसी न किसी स्टेज पर फेल होते रहे. हालांकि सेकेंड अटेम्प्ट में अनुदीप ने तीनों स्टेजेस पास की और उन्हें आईआरएस सेवा मिली पर अनुदीप को हमेशा से आईएएस ही बनना था. उन्होंने कोशिशें बंद नहीं की और पांचवीं बार में मंजिल तक पहुंच ही गए. इस बार ये सफलता साधारण नहीं थी अनुदीप ने ऑल इंडिया रैंक वन के साथ टॉप किया था. अनुदीप को मिली सफलता छोटी नहीं थी लेकिन इसके पहले उन्होंने बहुत सी असफताएं देखीं. कैसे कोप किया अनुदीप ने जानते हैं विस्तार से. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में अनुदीप ने विभिन्न मुद्दों पर बात की.
अनुदीप का यूपीएससी सफर –
अनुदीप तेलांगना के हैं और उनकी शुरुआती शिक्षा यहीं की एक छोटी सी जगह मेटपल्ली से हुई है. स्कूल की पढ़ाई के बाद अनुदीप ने बिट्स पिलानी, राजस्थान से ग्रेजुएशन पूरा किया और इसी दौरान कुछ कारणों से उनका रुझान यूपीएससी की तरफ हुआ और परीक्षा के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठी करने के बाद उन्होंने तैयारी शुरू कर दी. हालांकि यहां उनका सफर खासा लंबा और संघर्षभर रहा, जिसका निचोड़ इस प्रकार है.
साल 2012 में अनुदीप ने पहला अटेम्प्ट दिया. इस साल वे इंटरव्यू राउंड तक पहुंचे लेकिन चयनित नहीं हुए. इसके अगले ही साल अनुदीप ने परीक्षा पास की लेकिन रैंक कम आने की वजह से उन्हें एलॉट हुई आईआरएस सेवा. यहां उन्होंने कस्टम्स एंड सेंट्रल एक्साइज ऑफिसर के तौर पर ज्वॉइन कर लिया लेकिन आईएएस पद के लिए अपने प्रयासों को नहीं रोका.
इसके पहले अनुदीप ने पहले प्रयास में सेलेक्ट न होने के बाद नौकरी कर ली थी. अनुदीप की तैयारी की एक और खास बात यह रही की पूरी तैयारी के दौरान उन्होंने कभी नौकरी नहीं छोड़ी और हमेशा जॉब के साथ ही तैयारी की.
यहां देखें अनुदीप दुरीशेट्टी द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू -
अनुदीप की सलाह –
अनुदीप अपने अनुभव से दूसरे कैंडिडेट्स को कुछ सलाह देते हैं, जो इस प्रकार है. अनुदीप के अनुसार इस परीक्षा के लिए सिलेबस बहुत जरूरी है, इसे पूरा और ठीक से कवर करें क्योंकि यह ऐसा एग्जाम नहीं है जहां कुछ पढ़कर और कुछ छोड़कर काम चल जाए. जब पढ़ना है तो सबकुछ पढ़ना है. अगली जरूरी बात है रिवीजन और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस. दूसरे कैंडिडेट्स की तरह अनुदीप भी मानते हैं कि इस परीक्षा की तैयारी के लिए सीमित सोर्स रखें और उन्हीं से बार-बार पढ़ें लेकिन रिवीजन पर खासा फोकस करें. यही सफलता की चाबी है.
आंसर राइटिंग के महत्व को बताते हुए अनुदीप यहां तक कहते हैं कि उनके पिछले प्रयासों में असफल होने का एक कारण भरपूर आंसर राइटिंग प्रैक्टिस न करना भी था.
जॉब के कारण मिलने वाले सीमित समय में अनुदीप अपना पूरा जोर लगा देते थे. मुख्य पढाई वीकेंड्स पर होती थी और थोड़ी बहुत वीक डेज में इसलिए अनुदीप को खास समय नहीं मिल पाता था. लेकिन बाद के प्रयासों में अनुदीप ने आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस की तभी सफल हुए.
अंत में अनुदीप यही कहते हैं नौकरी के साथ तैयारी करना मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं. आप चाहें तो मैनेज कर सकते हैं. हालांकि इस दौरान फेलियर का सामना करना पड़े तो परेशान न हों और प्रयास जारी रखें, अगर सच्ची लग्न से तैयारी कर रहे हैं तो सफलता जरूर मिलेगी.
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