Success Story Of IAS Topper Atirag Chaplot: अतिराग चपलोत की यूपीएससी जर्नी काफी इंट्रेस्टिंग रही. उनका दो बार यूपीएससी परीक्षा में दो-दो अंकों से चयन रुका. हालांकि तीसरी बार उन्होंने सारी कमी पूरी करते हुए न केवल चयन सुनिश्चित किया बल्कि 15वीं रैंक के साथ टॉपर भी बनें. अतिराग की यूपीएससी जर्नी के बारे में जानने से पहले उनके बारे में थोड़ा जान लेते हैं.


यूपीएससी सीएसई परीक्षा में टॉप करने के पहले अतिराग सीए परीक्षा में भी टॉप कर चुके हैं. उन्होंने सिविल सेवा की फील्ड में जाने के पहले चार्टर्ड एकाउंटेंट की डिग्री ली है. फिर कुछ कारणों से उन्होंने सिविल सेवा के क्षेत्र में जाने की योजना बनाई. सीए में भी अतिराग ने ऑल इंडिया रैंक 16 के साथ टॉप किया था. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में उन्होंने शेयर किया अपना अनुभव.


दो बार दो अंकों से हुए असफल –


अतिराग ने यूपीएससी परीक्षा का पहला अटेम्पट साल 2016 में दिया था, 2015 में सीए की डिग्री लेने के बाद. इस साल उनका प्री परीक्षा में दो अंकों से चयन नहीं हुआ. अगले साल 2017 में अतिराग ने फिर से प्रयास किया और इस साल एक कदम और आगे बढ़े लेकिन फिर दो अंकों से रह गए. इस बार उनका सेलेक्शन मेन्स परीक्षा में दो अंकों से नहीं हुआ. इस प्रकार अतिराग दो बार दो परीक्षाओं में दो ही अंकों से असफल हुए. हालांकि फिर उन्होंने कमर कसी और तय किया कि चाहे जो हो जाए परीक्षा तो पास करनी ही है. उनका यह प्रढ़ काम आया और अतिराग ने अंततः तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की.


देखें अतिराग चपलोत द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू



पिछली गलतियों से लिया सबक –


अतिराग कहते हैं कि उन्होंने पिछले दोनों अटेम्पट्स की गलतियों से सबक लिया और जहां जो भी कमी दिखी उसे दूर किया. सबसे पहले वे बात करते हैं सीसैट पेपर की. अतिराग कहते हैं कि इस पेपर में चूंकि केवल क्वालीफाइंग मार्क्स लाने होते हैं और यह बहुत ही जनरल टाइप का होता है तो अगर आपको इसके लिए बहुत मेहनत की जरूरत नहीं है तो इस पर अधिक समय खर्च न करें. वे कहते हैं कि टेस्ट पेपर देकर देखें अगर आपके पासिंग मार्क्स आराम से आ रहे हैं तो इसका मतलब है यह पेपर आपका तैयार है. इस पर बहुत समय खर्च करने की जरूरत नहीं है. इसकी जगह दूसरे पेपर्स पर एनर्जी और टाइम स्पेंड करें. पिछले सालों के पेपर डाउनलोड करके आप यह टेस्ट दें और खुद को टेस्ट करें.


अगली बारी सिलेबस और बुक लिस्ट की –


अतिराग का मानना है कि सीसैट पेपर के लिए योजना तय हो जाने के बाद अगला चरण आता है यूपीएससी की वेबसाइट पर जाकर सिलेबस डाउनलोड करना और उसी के हिसाब से हर विषय के लिए किताबें सेलेक्ट करना. उन्होंने भी कुछ जनरल और फेमस किताबें ही तैयारी के लिए चुनी थी. बस इस बात का ध्यान रखा कि जो किताबें एक बार तय कर लीं उन्हीं से बार-बार रिवीजन किया. यहां अतिराग एक बात का ध्यान रखने के लिए कहते हैं कि रिर्सोस लिमिटेड रखें पर यह देख लें कि वे सारे टॉपिक्स कवर करते हों. पिछले सालों के पेपर डाउनलोड करके देखने से भी आप समझ जाएंगे कि परीक्षा का प्रारूप कैसा होता है और सिलेबस में से किस प्रकार के प्रश्न बनते हैं. इसलिए पिछले कुछ सालों के पेपर जरूर हल करें.


नहीं ली कोचिंग –


अतिराग ने अपनी तैयारी के इतने सालों में कभी भी कोचिंग ज्वॉइन नहीं की और उनकी पूरी प्रिपरेशन सेल्फ प्रिपरेशन थी. वे परीक्षा की तैयारी में मॉक टेस्ट्स को बहुत महत्व देते हैं क्योंकि उनके हिसाब से यह बेस्ट तरीका है यह जानने का कि आपको किस एरिया में सुधार की जरूरत है. आप जिन हिस्सों को लेकर कंफर्टेबल हों, उन्हें कम समय दें और जिन हिस्सों को हल करने में आपको दिक्कत हो रही हो उन्हें और अधिक मेहनत से तैयार करें. कुल मिलाकर मॉक आपको आपकी असलियत से वाकिफ कराते हैं. प्री और मेन्स दोनों ही परीक्षाओं में इनका बड़ा महत्व है. यह भी ध्यान रखें कि इन मॉक्स को देते समय एक्चुअल एग्जाम में क्या स्ट्रेटजी फॉलो करेंगे यह भी फाइंड आउट कर लें. बिलकुल परीक्षा जैसे माहौल में एग्जाम दें और अपनी कमियों पर काम करें. अगली जरूरी चीज है आंसर राइटिंग जिसे ठीक से समझने के लिए पास्ट ईयर के टॉपर्स की कॉपियों को डाउनलोड करें और देखें की टॉपर्स कैसे उत्तर लिखते हैं. आप भी अपने उत्तरों को प्रभावशाली ढ़ंग से लिखें.


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