Success Story Of IAS Ekta Singh: एकता सिंह उन गिने-चुने कैंडिडेट्स में से हैं जिन्हें यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास करने में सालों का समय नहीं देना पड़ता और जो पहले ही अटेम्पट में मंजिल तक पहुंच जाते हैं. जाहिर सी बात है कि इसके पीछे कड़ी मेहनत के साथ ही प्रॉपर प्लानिंग, सही स्ट्रेटजी और तगड़ा मोटिवेशन होता है. हालांकि कई बार कैंडिडेट्स ये सारे एफर्ट्स डालने के बाद भी सफल नहीं हो पाते. एकता का केस थोड़ा फर्क है जहां पहले ही प्रयास में सब कुछ सेट हो गया. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में एकता ने शेयर की अपनी प्रिपरेशन स्ट्रेटजी. जानते हैं कुछ मुख्य बिंदु.


 यहां देखें एकता सिंह द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू



एकता हैं आईआईटी पासआउट –


आईएएस बनने से पहले एकता इंजीनियर थी. उन्होंने आईआईटी बीएचयू से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है. एकता बचपन से ही पढ़ने में काफी अच्छी थी और लगभग हर कक्षा में उनके अच्छे अंक आते थे. जेईई में सेलेक्ट होना और उसके बाद पहली बार में यूपीएससी सीएसई परीक्षा में सेलेक्ट हो जाना, इस बात को प्रमाणित करता है.


एकता ने साल 2015 में ग्रेजुएशन पूरा करते ही सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी थी और इसके लिए कोचिंग ज्वॉइन कर ली थी. वे कहती हैं कि अगर आप कोचिंग नहीं कर सकते तो कुछ कोचिंग्स के नोट्स मार्केट में उपलब्ध होते हैं, आप चाहें तो उन्हें खरीदकर पढ़ सकते हैं.


प्री परीक्षा में मुख्य हैं करेंट अफेयर्स –


ऐसे तो यूपीएससी का जो भी सिलेबस दोनों परीक्षाओं के लिए दिया होता है कैंडिडेट को वह सब पढ़ना होता है पर एकता मानती हैं कि प्री परीक्षा में मुख्य रूप से करेंट अफेयर्स से प्रश्न आते हैं. इनकी तैयारी बहुत अच्छे से करें. बात को आगे बढ़ाते हुए वे कहती हैं कि करेंट अफेयर्स के लिए पेपर पढ़ना बहुत जरूरी हो जाता है. हालांकि पेपर का चुनाव आप अपनी मर्जी से कर सकते हैं लेकिन पूरी तैयारी के दौरान पेपर जरूर पढ़ें. इसके साथ ही अगर तब भी कुछ हिस्सा छूट जाए तो करेंट अफेयर्स की मंथली मैगजीन ले लें और उनसे पढ़ाई करें.


एनसीईआरटी स्किप करने की न सोचें –


एकता बताती हैं कि समय कम होने की वजह से उनके दिमाग में एक बार यह बात आयी थी कि एनसीईआरटी की किताबें न पढ़कर सीधे स्टैंडर्ड बुक्स पर आ जाएं. लेकिन उन्होंने जब इस बारे में अपने सीनियर्स से बात की तो उन्होंने ऐसा करने से सख्त मना कर दिया. बाद में एकता को भी समझ आया की एनसीईआरटी की किताबें बहुत जरूरी हैं खासकर ज्योग्राफी विषय के लिए. यहां से बेसिक्स क्लियर करें उसके बाद ही आगे की तैयारी में हाथ डालें.


इंटरनेट की लें मदद –


आप कितनी भी किताबें इकट्ठी कर लें पर कई बार ऐसा होता है कि कुछ टॉपिक्स आपको नहीं मिलते या उनका डिटेल नहीं पता चलता. ऐसे में इंटरनेट की मदद ले सकते हैं. नेट पर जाकर जो विषय किताब में नहीं मिल रहे उन्हें तलाश सकते हैं. इससे और किताबें नहीं तलाशनी पड़ती और विस्तार से पूरा टॉपिक समझ आ जाता है.


अगली जरूरी बात आती है टेस्ट सीरीज की, टेस्ट पेपर जरूर हल करें. इनसे आपको अपनी कमियां पता चलती हैं और आप समय से उनमें सुधार कर पाते हैं. प्री परीक्षा में सीसैट एग्जाम में एकता को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं पड़ी थी क्योंकि वे इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं वरना इस पेपर को हल्के में न लें.


एकता की सलाह –


एकता परीक्षा के हर चरण के लिए कोचिंग को महत्वपूर्ण मानती हैं. उन्होंने हर स्टेप पर हेल्प ली थी. हालांकि वे इसे कैंडिडेट की पर्सनल च्वॉइस भी मानती हैं. कड़ी मेहनत, सही गाइडेंस इस परीक्षा में सफलता के लिए बहुत जरूरी है. पिछले सालों के पेपर देखकर तैयारी करें ताकि अंदाजा हो कि कैसे प्रश्न आते हैं. अपनी कमियों को समय रहते दूर करें और जहां जरूरत लगे वहां सुधार भी करें. अपने सीनियर्स से आंसर चेक कराएं और खुद भी उन्हें एनालाइज करें. पूरी तैयारी के दौरान मानसिक रूप से शांत रहें और किसी भी चीज को लेकर स्ट्रेस न लें. तनाव तैयारी पर विपरीत प्रभाव डालता है. सही दिशा में सही मोटिव से आगे बढ़ेंगे तो एक दिन मंजिल तक जरूर पहुंचेंगे.


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