Success Story Of IAS Topper Gopal Krishna: बेंगलुरु के गोपाल कृष्ण का यूपीएससी सफर काफी कठिनाइयों भरा रहा. साल 2017 में अंततः सेलेक्ट होने के पहले वे दो बार फेल हुए और विडंबना देखिए कि दोनों बार सफलता के काफी करीब आकर उन्हें हार मिली. अगर गोपाल की यूपीएससी जर्नी के विषय में बताएं तो पहले ही प्रयास में वे मेन्स तक पहुंचे लेकिन आगे न बढ़ सके.


दूसरे प्रयास में तीनों स्टेजेस क्लियर की लेकिन जब रिजल्ट आया तो पीडीएफ में नाम नहीं था. यानी तीनों चरण पार करने के बाद भी सेलेक्ट नहीं हुए. गोपाल ने तब भी हिम्मत नहीं हारी और तीसरा अटेम्प्ट दिया. तीसरी बार वे लकी रहे और उनका नाम चयनित उम्मीदवारों की सूची में था लेकिन रैंक कम आने से उन्हें इंडियन ऑडिट और एकाउंट सर्विस मिला.


गोपाल इससे संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने फिर से प्रयास किया यानी चौथी बार परीक्षा दी. आखिरकार उनकी सालों की मेहनत रंग लाई और चौथी बार में उन्होंने अपना मनपसंद आईएएस पद पाया.


इस क्षेत्र में आने के पहले गोपाल मेडिसिन में ग्रेजुएशन कर चुके हैं. एक जमा-जमाया करियर छोड़ उन्होंने इस फील्ड में आने का रिस्क लिया और कड़ी मेहनत के बाद मंजिल तक पहुंचे. दरअसल स्नातक के बाद गोपाल ने तीन साल काम भी किया और तभी यूपीएससी देने के विचार से इस फील्ड में आ गए. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में गोपाल ने अपने इस सफर की खुलकर चर्चा की.


 जब तक न हो जाएं सभी चरण पास तब तक न करें खुलासा –


गोपाल कहते हैं कि इस सफर के दौरान मोटिवेटिंग एलिमेंट्स बहुत तगड़ा काम करते हैं. इसलिए जरूरी है कि निगेटिव लोगों और उनकी निगेटिव बातों से जितना संभव हो दूर रहें. लोगों को हर कंडीशन में कुछ न कुछ कहना है चाहे आप कुछ भी करें. जब गोपाल ने मेडिसिन की राह छोड़ी तब भी उन्हें ऐसे ही तानों का सामना करना पड़ा.


गोपाल एक सलाह और देते हैं कि एग्जाम देते समय और सफल होते समय कितना भी टाइम लग जाए पर इसे सबके सामने डिस्क्लोज न करें. जैसे एग्जाम दिया और पहला या दूसरा चरण पार हो गया तो किसी से इस बारे में चर्चा न करें. इसे तब तक सीक्रेट रखें जब तक अंतिम सेलेक्शन न हो जाए. सफर के दौरान लोगों को जब पता चलता है तो बहुत ही उल-जुलूल रिएक्शन आते हैं, जो आपके लिए ठीक नहीं.


पूरे सफर के दौरान मोटिवेटेड रहने के लिए इंस्पिरेशनल मूवी भी देख सकते हैं. साथ ही पढ़ाई के बीच में क्वालिटी ब्रेक लें ताकि आपका दिमाग फ्रेश रहे.


यहां देखें गोपाल कृष्ण द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू - 



 इंटरनेट का लाभ उठाएं -


गोपाल दूसरे कैंडिडेट्स को यही सलाह देते हैं कि तैयारी के दौरान स्मार्ट स्टडी करें. खासतौर पर अगर आप वर्किंग प्रोफेशनल हैं तो इस बात का और ध्यान रखें. इस काम के लिए इंटरनेट की मदद लें जहां एक क्लिक पर आपको सबकुछ मिल जाता है. नोट्स आदि बनाने में भी समय जाया न करें बल्कि इसकी जगह कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में मिलने वाले बने बनाएं नोट्स का प्रयोग करें. कुल मिलाकर हार्डवर्क के साथ ही स्मार्ट वर्क करें तो ही सफलता हासिल कर पाएंगे.


अंत में बस इतना ही की आंसर राइटिंग पर भरपूर ध्यान दें क्योंकि जो आप लिखेंगे उसी के आधार पर अंक मिलेंगे भले आपको कितना भी आता हो, उससे फर्क नहीं पड़ता. इसके लिए अभ्यास ही एक मात्र विकल्प है.


खुद पर भरोसा रखें चाहे कितनी भी बार असफलता हाथ लगे. अगर आपने ठान लिया और उसी शिद्दत से प्रयास आरंभ कर दिए तो आज नहीं तो कल सफलता मिलती जरूर है.


 

IAS Success Story: हमेशा नौकरी के साथ तैयारी करने वाली नंदिनी ने दूसरे प्रयास में क्रैक किया एग्जाम, इस स्ट्रेटजी से पायी सफलता

Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI