IAS Success Story: IIT से IAS तक, तमाम कठिनाइयों से जूझकर खुशबू ने पूरा किया यह सफर
साल 2018 में पंजाब की खुशबू गुप्ता ने यूपीएससी सीएसई परीक्षा 80वीं रैंक के साथ क्लियर की थी. इस एग्जाम में ऐस्से के महत्व पर प्रकाश डाल रही हैं खुशबू, जानें विस्तार से.
Success Story Of IAS Topper Khushboo Gupta: जो लोग यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास करने के लिए बैकग्राउंड की दुहाई देते हैं उन्हें पंजाब के एक छोटे से गांव भदौड़ की खुशबू गुप्ता से मिलना चाहिए. खुशबू एक ऐसी जगह से ताल्लुक रखती हैं जहां शायद कोई आईएएस शब्द का मतलब भी नहीं जानता था. ऐसी जगह की इस बेटी ने न केवल आईएएस बनने का सपना देखा बल्कि दूसरे ही प्रयास में उसे सच भी करके दिखाया. जिस गांव से पिछले चालीस साल से कोई अधिकारी नहीं बना वहां की खुशबू ने दूसरे ही प्रयास में यह सफलता हासिल कर ली. यही नहीं खुशबू इसके पहले आईआईटी से ग्रेजुएशन भी कर चुकी हैं. खुशबू को संसाधन नहीं मिले लेकिन परिवार का सहयोग भरपूर मिला जिसके बल पर उन्होंने निरतंर नये कीर्तिमान स्थापित किए. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में खुशबू ने यूपीएससी में निबंध विषय में अच्छे नंबर कैसे लाएं इस विषय पर बात की.
निबंध को लेकर लोग अक्सर पूछते हैं यह प्रश्न –
खुशबू कहती हैं कि जब निबंध की तैयारी की बात आती है तो अक्सर कैंडिडेट्स यह पूछते हैं कि इस परीक्षा की तैयारी करनी भी चाहिए या बाकी पेपर्स की तैयारी के दौरान जो इनपुट आपको मिलता है केवल उसे ही कॉपी में उतारने से काम बन जाता है. इसके जवाब में खुशबू कहती हैं कि अगर आपको इस पेपर में अच्छा स्कोर करना है तो निबंध को अतिरिक्त समय देना पड़ेगा. बाकी सब्जेक्ट्स की तुलना में इस पर कम ध्यान देने से समस्या नहीं आएगी लेकिन इसे पूरी तरह इग्नोर करना भारी पड़ सकता है. चूंकि यह विषय रैंक बनाने या बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाता है इसलिए इसका अभ्यास जरूर करें. न्यूज पेपर पढ़कर और जीएस की तैयारी करके आप जो इनपुट इकट्ठा करें उसे ठीक से कॉपी में उतारना भी एक कला है जो आपको सीखनी होगी.
खुशबू अपना उदाहरण देते हुए कहती हैं कि एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट होने के कारण वे अच्छा नहीं लिख पाती थी इसलिए उन्होंने करीब डेढ़ महीना इस एग्जाम की तैयारी को दिए. चूंकि उनकी स्पीड भी बहुत अच्छी नहीं थी इसलिए उन्हें इस बिंदु पर भी काफी काम करना पड़ा था. कुल मिलाकर यह पेपर एक्स्ट्रा अटेंशन मांगता है.
यहां देखें खुशबू गुप्ता द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू -
मॉक टेस्ट से हुआ लाभ –
खुशबू दूसरे कैंडिडेट्स को यही सलाह देती हैं कि निबंध के लिए जितना हो सके अभ्यास करें. बिना प्रैक्टिस के आप एक बढ़िया ऐस्से नहीं लिख सकते. जब ऐस्से पूरा हो जाए तो उसे टॉपर्स के ऐस्से से मैच करें और देखें कि आपके निबंध में क्या कमी है. खुशबू तो अपने निबंध दोस्तों और सीनियर्स को दिखाकर उनका फीडबैक लेती थी और फिर उस हिसाब से उनमें सुधार करती थी. वे उनसे पूछती थी कि इसमें क्या कमी महसूस हो रही है या जो विषय वह समझाना चाह रही हैं, निबंध पढ़कर उन्हें वह विषय समझ आ रहा है या नहीं. उनसे मिले फीडबैक के आधार पर खुशबू अपने निबंध को इंप्रूव करती थी.
वे इसके लिए अलग से टेस्ट सीरीज ज्वॉइन करने की भी सलाह देती हैं. खुशबू कहती हैं इससे आपको अपनी कमियां पता चल जाती हैं. एक खास बात का ध्यान और रखें कि कॉन्टेक्स्ट से न भटकें. अक्सर लोग लिखते-लिखते कहीं और ही पहुंच जाते हैं और जो पूछा गया होता है वह विषय पीछे छूट जाता है. इससे बचने के लिए भी आपको निबंध लिखकर देखने होंगे. अगर आप मुख्य परीक्षा के पहले दस से बारह निबंध लिखकर उन्हें एनालाइज कर लेते हैं तो आपको एग्जाम में अच्छा परफॉर्म करने से कोई रोक नहीं सकता.
परीक्षा की शुरुआत के कुछ मिनट में निबंध के मुख्य बिंदु कहीं रफ में जरूर लिख लें ताकि अंत में कोई जरूरी प्वॉइंट न छूटें. इन कुछ बातों का ध्यान रखकर आप ऐस्से में अच्छे अंक पा सकते हैं.
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