Success Story Of IAS Topper Lodha Shrenik: महाराष्ट्र के रहने वाले लोढ़ा श्रेनिक उन स्टूडेंट्स में से नहीं आते जो हमेशा से बहुत ब्राइट होते हैं और जिनके हर क्लास में अच्छे नंबर आते हैं. लोढ़ा एक एवरेज स्टूडेंट रहे हैं और अपने स्कूल के दिनों में उनका मन पढ़ाई से ज्यादा क्रिकेट खेलने में लगता था. उस समय उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि बड़े होकर डॉक्टर बनना है या यूपीएससी परीक्षा देनी है. लेकिन किस्मत में तो कुछ और ही लिखा था. अक्सर पढ़ाई में नॉन-सीरियस और खेल-कूद को ज्यादा तरजीह देने वाले स्टूडेंट्स को देखकर लोग यह अंदाजा लगा भी नहीं पाते हैं कि ऐसे स्टूडेंट बड़े होकर आईएएस या आईपीएस बन सकते हैं. पर शायद जीवन इसी अनिश्चित्ता का नाम है. दसवीं और बारहवीं साधारण अंकों से पास करने वाले लोढ़ा ने पहले मेडिकल की परीक्षा पास की और एमबीबीएस डॉक्टर बने और उसके बाद साल 2018 की यूपीएससी सीएसई परीक्षा में 133वीं रैंक लाकर आईपीएस ऑफिसर भी बने. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में लोढ़ा श्रेनिक ने अपनी इस सफर की खास बातें शेयर की.
पांच अटेम्पट, चार में फेल
लोढ़ा की यूपीएससी जर्नी आसान नहीं थी. इंटर्नशिप के दौरान से ही उन्होंने इस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी और शुरू कर दिए थे परीक्षा के अटेम्पट्स. इस समय लोढ़ा को भी नहीं पता होगा कि वे एक ऐसे सफर पर निकल चुके हैं जहां उन्हें साल दर साल असफलता का सामना करना है. हालांकि लोढ़ा ने इन सालों में कभी हिम्मत नहीं हारी और निरंतर प्रयास करते रहे. वे अपनी कमियों को समझकर उन्हें भी दूर कर रहे थे और लगातार कड़ी मेहनत करके आगे बढ़ रहे थे.
देखें लोढ़ा श्रेनिक द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू
अगर लोढ़ा के अटेम्पट्स की बात करें तो पहली बार में वे प्री परीक्षा पास कर गए लेकिन मेन्स की बिलकुल तैयारी न होने के कारण मुख्य परीक्षा में रह गए. इसके बाद के अटेम्पट में लोढ़ा प्री परीक्षा भी क्लियर नहीं कर पाए. वे कहते हैं कि यह समय उनके लिए काफी लो फील करने का वक्त था जब वे पहले ही चरण में बाहर हो गए.
जब आया यूपीएससी छोड़ने का ख्याल
दूसरे अटेम्पट में प्री परीक्षा में ही फेल हो जाने के बाद लोढ़ा ने वापस मेडिकल की फील्ड में जाने का मन बनाया. उन्हें लगा कि इससे बेहतर है कि वे मेडिकल की फील्ड में ही पीजी कर लें. इस समय उनके एक सीनियर ने उन्हें समझाया और प्री परीक्षा पास करने के कुछ गोल्डेन टिप्स भी दिए. इन्हीं टिप्स की मदद से लोढ़ा ने आगे के सभी अटेम्पट्स में प्री परीक्षा पास की.
लोढ़ा कहते हैं कि इस परीक्षा के तीनों चरण अलग-अलग स्ट्रेटजी की मांग करते हैं. प्री में जहां टेस्ट सीरीज सॉल्व करने की बहुत अहमियत है, वहीं मेन्स में आंसर राइटिंग के महत्व को समझना जरूरी है. इसी तरह पर्सनेलिटी टेस्ट में कम्यूनिकेशन स्किल्स बहुत मैटर करती हैं. आपको पहले ही दिन से तीनों चरणों के लिए अलग-अलग स्ट्रेटजी बनाकर तैयारी करनी चाहिए.
प्री को मानते हैं सबसे कठिन
लोढ़ा कहते हैं कि परीक्षा के तीनों चरणों में से प्री परीक्षा सबसे अधिक कठिन स्टेज है. इसे पास करना जितना जरूरी है उतना ही मुश्किल. हालांकि वे यह भी कहते हैं कि कुछ छोटी लेकिन जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप यह परीक्षा पास कर सकते हैं. जैसे सिलेबस को बहुत अच्छे से देखें. किताबें कम से कम रखें और उन्हीं सीमित किताबों से बार-बार या कहें जितना अधिक बार हो सके रिवीजन करें. जब तैयारी पक्की हो जाए तो टेस्ट सीरीज सॉल्व करें. बिलकुल परीक्षा जैसे माहौल में परीक्षा दें और अपनी कमियों को समय रहते दूर करें.
प्री परीक्षा में रांग आंसर को सही में से अलग कर पाना या कौन सा आंसर गलत हो सकता है यह गेस करना बहुत मुश्किल होता है. केवल अभ्यास से ही इस तकनीक को सीखा जा सकता है.
फेल हों तो ईगो न लाएं आड़े
अंत में लोढ़ा यही कहते हैं कि यह परीक्षा होती ही ऐसी है जिसमें कैंडिडेट चाहे न चाहे पर कई बार फेल होता है. वह सोचता तो है कि एक बार में या अधिकतम दो बार में परीक्षा पास कर लेंगे पर ऐसा कई बार होता नही है. ऐसे में कांफिडेंस लूज न करें और न ही अपना ईगो बीच में लाएं कि मैं कैसे रह गया. जो है उसको स्वीकार करें और अपनी कमियों को पता करके उन्हें सुधारें. खुद से झूठ न बोलें कि मैंने अपना 100 प्रतिशत दिया है और समस्या सिस्टम में है. दरअसल समस्या आपके अंदर होती है और आप खुद ही यह समझ नहीं पाते कि कहां कमी रह गई. बेहतर होगा अपने लूप होल्स जानने की कोशिश करिए और उन्हें समय रहते दूर करिए. सफलता मिलने में देर लगे तो घबराइये नहीं. यह एक प्रक्रिया है जो रातों-रात खत्म नहीं की जा सकती.
UPSC CMSE Exam 2020 का इंटरव्यू शेड्यूल घोषित, upsc.gov.in पर करें चेक
DU Admissions 2020: दिल्ली यूनिवर्सिटी ने रिलीज की दूसरी स्पेशल कट-ऑफ लिस्ट, du.ac.in पर करें चेक
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI