Success Story Of IAS Topper Navya Singla: चंडीगढ़ की नव्या सिंग्ला यूपीएससी की फील्ड में हाथ आजमाने के पहले ही तय करके आयी थी कि पहले प्रयास में ही परीक्षा पास करनी है. हालांकि इस विचार के साथ कई कैंडिडेट्स आते हैं लेकिन हर कोई अपने इरादों में सफल नहीं होता. लेकिन नव्या उन गिने-चुने कैंडिडेट्स में से हैं जो जैसा सोचते हैं वैसा कर भी लेते हैं. साल 2016 में नव्या ने पहली बार यूपीएससी सीएसई परीक्षा दी और 102 रैंक के साथ टॉप किया. दरअसल नव्या मानती हैं कि पहले प्रयास में आपके अंदर जो जोश, जो जील होती है वह बाद में कितनी भी कोशिश करें बरकरार नहीं रह पाता. इस बड़ी परीक्षा को नव्या ने छोटे से समय में कैसे पास किया इस बारे में उन्होंने दिल्ली नॉलेज ट्रैक से बात की. जानते हैं विस्तार से.
इकोनॉमिक्स की स्टूडेंट रही हैं नव्या –
नव्या बेसिकली चंडीगढ़ की रहने वाली हैं और उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई भी यहीं हुई. क्लास 12 के बाद आगे की पढ़ाई के लिए नव्या दिल्ली चली गईं और यहां के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से उन्होंने इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद ही तुरंत नव्या ने यूपीएससी का मन बनाया और पूरी तरह से तैयारी में जुट गईं. हालांकि नव्या साथ में इसी विषय से मास्टर्स भी कर रही थी.
नव्या ने अपनी तैयारी में कोचिंग का सपोर्ट लिया और जहां जब जैसी जरूरत महसूस हुई वहां से गाइडेंस लिया और एंड में दो संस्थानों की टेस्ट सीरीज भी ज्वॉइन की. हालांकि कोई भी सलाह देने से पहले नव्या यह जरूर कहती हैं कि हर किसी की जरूरतें अलग होती हैं और उसे अपनी स्ट्रेटजी और प्लानिंग अपने अनुसार करनी चाहिए न कि किसी और के अनुसार. हो सकता है जो उनके लिए काम किया वह आपके लिए काम न करे.
न्यूज पेपर है बहुत जरूरी –
नव्या तैयारी के पहले चरण में न्यूज पेपर पढ़ने की सलाह देती हैं. वे कहती हैं कि करेंट अफेयर्स के लिए यह एक ऐसा स्टेप है जिसे रोज फॉलो करें और चाहे जो हो जाए न्यूज पेपर स्किप न करें. जरूरी हिस्सों के नोट्स बनाएं और सुबह पढ़े गए पेपर से बने नोट्स रात में रिवाइज करके ही सोएं. नव्या वैसे भी इस परीक्षा की तैयारी के लिए सीमित किताबों से बार-बार रिवाइज करने पर जोर देती हैं. वे कहती हैं कि प्री परीक्षा के लिए खासतौर पर कम किताबें रखें और उन्हें पढ़ने के साथ ही बार-बार रिवाइज करें. प्री में सफलता का यही मूल-मंत्र है. जब तैयारी थोड़ा आगे बढ़ जाए जो टेस्ट पेपर सॉल्व करें और इनमें जो गलतियां हों उन्हें दूर करते चलें.
दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में नव्या सिंग्ला ने विस्तार से बात की –
नव्या की सलाह –
नव्या कहती हैं कि मेन्स में आंसर राइटिंग का बहुत महत्व है इसलिए तैयारी होने के बाद खूब आंसर लिखें. अपने शेड्यूल को टाइम-टेबल के हिसाब से बांध लें कि हफ्ते में क्या खत्म करना है, महीने में क्या आदि, उसके हिसाब से पढ़ाई करें. नव्या बताती हैं कि यूं तो इस परीक्षा के लिए साल भर ही या जितने समय भी आप तैयारी करते हैं लगकर पढ़ाई करनी होती है पर प्री होने और मेन्स के आने के पहले का समय अत्यंत कड़ी मेहनत का होता है.
इसके साथ ही नव्या पिछले साल के पेपर देखने और रिवीजन करने पर काफी जोर देती हैं. वे कहती हैं पिछले साल के जितने अधिक से अधिक पेपर देख सकें देखें, यह बहुत हेल्प करता है. अगला जरूरी बिंदु है जमकर रिवीजन करने का. वे कहती हैं तैयारी समय से पूरा करके उसे बार-बार पढ़ें. पूरी तैयारी के दौरान पेपर पढ़ना कभी बंद न करें और साक्षात्कार के पहले तक भी इसे पढ़ते रहें क्योंकि जब आप अपने आसपास हो रही चीजों से अवेयर होते हैं जो आपके आंसर्स में वैल्यु एडिशन हो जाता है. सिलेबस पास रखकर पेपर पढ़ें और केवल काम की चीजों पर फोकस करें. यही बात वे करेंट अफेयर्स के लिए भी मानती हैं कि इनका प्रयोग आपके उत्तर को वजन देता है. अंत में इतना ही कि टॉपर्स के इंटरव्यू देखें ये भी बहुत मदद करते हैं और यह याद रखें कि एक-डेढ़ साल की तैयारी में यह परीक्षा पास की जा सकती है अगर आप अपनी पूरी जान लगा दें और कंसिसटेंसी का साथ पढ़ाई करें. पहले प्रयास की बात बाकी प्रयासों में नहीं आती इसलिए जमकर मेहनत करें और पहले प्रयास को आखिरी मानकर आगे बढ़ें.
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