Success Story Of IAS Topper Rishabh CA: साल 2018 के टॉपर ऋषब सीए मूल रूप से तमिलनाडु के हैं. यूपीएससी सीएसई परीक्षा में सफलता उन्हें तीसरे प्रयास में मिली. इसके पहले भी वे दो अटेम्प्ट्स दे चुके थे लेकिन किसी न किसी स्टेज पर असफल हुए. हालांकि इन असफलताओं से हार मानने के बजाय ऋषब ने इनसे सीख ली और सभी एरियाज में सुधार करते हुए तीसरे प्रयास में न केवल परीक्षा पास की बल्कि 23वीं रैंक के साथ टॉपर भी बनें. इस साल ऋषब के नाम एक और एचीवमेंट जुड़ा, साल 2018 में वे जीएस टू पेपर में सबसे ज्यादा स्कोर करने वाले कैंडिडेट भी बने. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में ऋषब ने परीक्षा की तैयारी से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर बात की. जानते हैं विस्तार से.
पिछले साल के पेपर्स पर दें ध्यान –
ऋषब तैयारी के विषय में बात करते हुए सबसे पहले सिलेबस पर ध्यान देने की सलाह देते हैं. वे कहते हैं सिलेबस देखें और उसी के अनुरूप किताबें कलेक्ट करें. एक बात का ध्यान और रखें कि सिलेबस में से उन टॉपिक्स को निकाल लें जो करेंट अफेयर्स से जुड़े हों. इससे करेंट अफेयर्स और उन टॉपिक्स की तैयारी साथ हो जाती है.
ऋषब छोटे नोट्स बनाने की भी सलाह देते हैं. वे कहते हैं जहां तक संभव हो नोट्स बना लें इससे अंत में रिवीजन करना आसान होता है. सिलेबस के अनुसार किताबें चुनें और ध्यान रहे कि किताबें सीमित संख्या में ही हों. बहुत सारा स्टडी मैटीरियल इकट्ठा कर लेने से कोई लाभ नहीं होता. इस बात की इंपॉर्टेंस पर बात करते हुए ऋषब यहां तक सलाह देते हैं कि सिलेबस देखने, परीक्षा प्रारूप जानने और किताबें आदि इकट्ठी करने के इनीशियल काम में अगर समय भी लगे तो परेशान न हों. बेसिक तैयारियों पर समय खर्च करना आपको आगे लाभ देता है. इसी प्रकार शुरू में दिखाई गई हड़बड़ी बाद में परेशानी खड़ी करती है.
यहां देखें ऋषब सीए द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू -
ऋषब की सलाह –
ऋषब दूसरे कैंडिडेट्स को यही सलाह देते हैं कि तैयारी करने के लिए पिछले साल के प्रश्न-पत्र जरूर देखें इनसे बहुत लाभ मिलता है. इन्हें बिलकुल पेपर वाले माहौल में हल करें, चाहें तो टाइमर लगा लें पर पूरा पेपर समय के अंदर पूरा होना चाहिए. हर विषय के कम से कम दस पेपर तो सॉल्व करें ही. इसके बाद अगला जरूरी स्टेप आता है टेस्ट सीरिज. जब तैयारी काफी हद तक आगे बढ़ जाए तो टेस्ट सीरीज ज्वॉइन कर लें.
अंत में ऋषब यही कहते हैं कि अपने उत्तरों को इनोवेटिव और दूसरों से अलग बनाने की कोशिश करें. आपका प्रेजेंटेशन ऐसा होना चाहिए जो एग्जामिनर को अच्छे नंबर देने पर मजबूर करें. इसका एक तरीका है विषय की जरूरत के अनुसार आंसर्स में इनपुट डालें जैसे मैप, डायग्राम, टेबल्स, फैक्टस एंड फिगर्स, रिपोर्ट्स वगैरह.
आखिरी जरूरी बात यह है कि पूरा पेपर हल करने की कोशिश करें. अगर आप पूरा पेपर सॉल्व नहीं कर पाते जोकि अक्सर समय की कमी की वजह से होता है तो सेलेक्शन के चांसेस काफी कम हो जाते हैं. शुरू से पेपर के हर प्रश्न को टाइम स्लॉट में बांटकर चलें ताकि पेपर पूरा हो जाए. इसका एक और तरीका है कि किसी प्रश्न पर बहुत समय खर्च न करें बल्कि उतने ही समय में अधिक प्रश्न हल करने की कोशिश करें.
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