Success Story Of IAS Topper Rishi Raj: साल 2017 के टॉपर ऋषि राज का इस क्षेत्र में आने का कारण थोड़ा अलग है. वे हमेशा से इस फील्ड में करियर नहीं बनाना चाहते थे लेकिन कुछ मजबूरियों ने उन्हें इस ओर आने के लिए प्रेरित किया. सिंगरौली के ऋषि ने जिस साल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री ली, उसी साल उन्हें इस फील्ड के लिए मेडिकली अनफिट घोषित कर दिया गया.
दरअसल ऋषि को कलरब्लाइंडनेस की समस्या निकल आई और इस क्षेत्र में ग्रेजुएशन करने के बावजूद उन्हें दूसरा विकल्प तलाशना पड़ा. हालांकि ऋषि ने इस कमजोरी को अपनी ताकत बनाया और पहले ही अटेम्प्ट में यूपीएससी सीएसई परीक्षा के तीनों चरण पास कर लिए. लेकिन इस बार वे थोड़े अनलकी रहे और फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं आया. ऋषि ने साहस नहीं खोया और फिर से परीक्षा दी. अंततः उन्होंने साल 2017 में अपने दूसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में 27वां स्थान हासिल किया. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में ऋषि ने परीक्षा की तैयारी के बारे में खुलकर बात की.
इंटरनेट ने छोटी कर दी है दुनिया –
ऋषि तैयारी के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि पहले के समय की बात और थी जब परीक्षा के लिए जरूरी रिर्सोस इकट्ठा करना मुश्किल काम होता था. लेकिन अब इंटरनेट ने दुनिया बहुत छोटी कर दी है. एक क्लिक पर आपको परीक्षा से संबंधित हर जानकारी मिल जाएगी. चाहे किताबें हों, चाहे गाइडेंस, स्ट्रेटजी, कोई विषय विशेष की सामग्री या कुछ और, सबकुछ एक क्लिक पर पाया जा सकता है.
ऋषि तो यहां तक कहते हैं कि यूपीएससी कैंडिडेट्स के बीच में दिल्ली जाकर कोचिंग करने को बड़ा जरूरी माना जाता है, जबकि ऐसा नहीं है. कोचिंग में मिलने वाली हर सामग्री एक बढ़िया इंटरनेट कनेक्शन से घर बैठे पाई जा सकती है. इसलिए अगर आप दिल्ली नहीं भी जा पा रहे हैं तो परेशान न हों. आप अपने घर पर ही वह सब पा सकते हैं जो परीक्षा की तैयारी के लिए जरूरी है.
इसी का हिस्सा हैं टेस्ट सीरीज ज्वॉइन करना. ऋषि कहते हैं इस परीक्षा में सफल होने के लिए टेस्ट सीरीज की अहम भूमिका है इसलिए इसे जरूर ज्वॉइन करें. अगर ऑफलाइन एग्जाम देने जाएं तो उससे बेहतर तो कुछ भी नहीं लेकिन अगर यह संभव न हो तो ऑनलाइन ही परीक्षा दें पर जरूर दें.
यहां देखें ऋषि राज द्वारा दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू -
ऋषि की सलाह –
ऋषि दूसरे यूपीएससी कैंडिडेट्स को यही सलाह देते हैं कि इस एग्जाम के लिए ऑप्शनल बहुत सोच-समझकर चुनें. इस बात का भी ध्यान रखें कि ऑप्शनल वो हो जो आप चाहते हैं न कि वह जो दूसरे
आपको सलाह देते हैं. जिस विषय पर आपकी पकड़ हो, आप अच्छा कर सकते हों, उसे ही ऑप्शनल बनाएं जैसे ऋषि ने इंलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग चुना था. जिसके लिए लोगों ने उन्हें काफी मना किया था.
तैयारी शुरू करने से पहले सिलेबस भली प्रकार जरूर देख लें और करेंट अफेयर्स पर भी पूरा ध्यान दें. हालांकि ऋषि ने पेपर नहीं पढ़ा बल्कि उसकी जगह करेंट अफेयर्स के जो कंपाइलेशन होते हैं उन्हें तैयार किया. कहीं से भी पढ़ें लेकिन मतलब तैयारी से है.
अगली जरूरी बात है लिमिटेड किताबें इकट्ठा करना और उन्हीं से बार-बार रिवाइज करना. इसके लिए प्रीवियस ईयर के क्वेश्चन पेपर भी देख सकते हैं.
आंसर राइटिंग को भी इग्नोर न करें और इस पर भरपूर ध्यान दें. जब तक आप सही से उत्तर लिखना नहीं सीख जाते तब तक पढ़ाई का कोई फायदा नहीं है. अपने उत्तरों को लिखने के बाद एनालाइज भी करें. सही स्ट्रेटजी और प्लानिंग के साथ तैयारी करेंगे तो सफल जरूर होंगे.
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI