IAS Success Story: आईएएस विपिन गर्ग का असफलता के साथ रहा चोली-दामन का साथ, फिर भी नहीं मानी हार
आईएएस टॉपर विपिन गर्ग ने कई बार असफल होने बाद भी हार न मानते हुए सिविल सेवा परीक्षा में 20 वां स्थान लाया.
Success story of IAS Vipin Garg: राजस्थान के संवाई माधोपुर के रहने वाले आईएएस टॉपर विपिन गर्ग का भी असफलताओं से पुराना रिश्ता है. परन्तु विपिन गर्ग ने इन असफलताओं को दरकिनार करते हुए तीसरे अटेंप्ट में सिविल सर्विसेस की परीक्षा में 20वीं रैंक हासिल किया.
विपिन गर्ग क़े असफलता की कहानी कुछ इस प्रकार है- राजस्थान के माधोपुर के विपिन गर्ग की असफलता की शुरुआत तब शुरू होती है जब वे 10वीं की परीक्षा आदर्श विद्या मंदिर से उत्तीर्ण करने के पश्चात कोटा में इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए कोचिंग करने गये और कोचिंग के एंट्रेंस एग्जाम में ही फेल हो गये.
कोचिंग में प्रवेश न मिल पाने के कारण इनके डॉ. पिता ने इनका प्रवेश 11वीं कक्षा में करवा दिया, परन्तु इनको 11वीं कक्षा में गणित विषय प्रदान करने से इनके टीचर ने मना कर दिया. मजबूरी में विपिन ने 11वीं कक्षा में जूलॉजी और बॉटनी के साथ अपनी पढ़ाई शुरू की, परन्तु इसके साथ उन्होंने गणित की पढ़ाई कभी भी बंद नहीं की. विपिन जब 12वीं की परीक्षा दे रहे थे उसी वर्ष उन्होंने मेडिकल प्रवेश परीक्षा का भी एग्जाम दिया था और वे मेडिकल की इस प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण भी हो गए थे लेकिन आयु केवल 17 वर्ष की होने के कारण इनका दाखिला मेडिकल में नहीं हो पाया.
सफलता की कहानी इस प्रकार है- विपिन गर्ग के पिता बताते हैं कि विपिन की जिंदगी में एक नया टर्निंग पॉइंट एक ऑटो ड्राईवर के कारण आया जिसने विपिन की जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया. वे बताते हैं कि विपिन एक दिन जब घर से ट्यूशन पढ़ने ऑटो से जा रहा था तो रास्ते में ही उसकी जेब में रखा 100 रूपये का नोट ऑटो में ही गिर गया. विपिन जब ऑटो से उतरा तो उसके पास पैसे नहीं थे जिस पर ऑटो वाले ने उससे किराया नहीं लिया और चला गया. परन्तु कुछ ही समय पश्चात वह ऑटो ड्राईवर वाला आया और रूपया वापस करने लगा.
इस घटना ने विपिन को यह शिक्षा प्रदान कर गयी कि “मेहनत कभी बेकार नहीं जाती और मेहनत का फल अवश्य मिलाता है.” इस घटना ने विपिन के जीवन में एक नयी ऊर्जा भर दी. इस ऊर्जा के कारण विपिन को वर्ष 2009 में राजस्थान मेडिकल प्रवेश परीक्षा में द्वीतीय स्थान, एम्स में 17वां स्थान तथा आल इंडिया पीएमटी में 22वां स्थान प्राप्त हुआ. विपिन ने आईआईटी प्रवेश परीक्षा भी उत्तीर्ण की और आईआईटी दिल्ली में प्रवेश लेकर 02 माह पढ़ाई भी की. परन्तु विपिन ने अपनी बड़ी बहन डॉ कल्पना अग्रवाल से प्रभावित होकर मेडिकल की तरफ मुड़ गए और एम्स के एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले लिया.
एम्स से एमबीबीएस पूर्ण करने के पश्चात इनकी रूचि आईएएस बनने में हो गयी. आईएएस की परीक्षा में भी दो बार इंटरव्यू से वापस होने के वावजूद भी इन्होंने हार नहीं मानी और अंततः तीसरे प्रयास में विपिन ने पूरे देश में 20 वां स्थान हासिल किया.
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI