एमबीए के बाद छात्रों में AI स्किल सीखने की ज्यादा डिमांड, स्टडी सर्वे में हुए चौंकाने वाले खुलासे, पढ़ें पूरी खबर
GMAC Survey Report: छात्रों में एआई स्किल्स को लेकर पिछले कुछ ऐसे से काफी दिलचस्प बढ़ती हुई देखने को मिली है. तो वहीं अब एमबीए की पढ़ाई के बाद एआई से जुड़ी स्किल्स को सीखने की डिमांड बढ़ रही है.
GMAC Survey Report: पिछले कुछ वक्त से एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नाम दुनिया में खूब गूंज रहा है. एआई लोगों की हर जरूरत के हिसाब से मददगार साबित हो रहा है. एआई की मदद से कई सारे टेक्नोलॉजी से जुड़े काम डेटा बेस्ड काम काफी आसान हो गए. इसलिए अब एआई की स्किल्स सीखने के लिए भी लोगों की जिज्ञासा काफी बड़ी है.
साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स इन क्षेत्रों में छात्रों दिलचस्प बढ़ती हुई देखने को मिली है. तो वहीं अब एमबीए की पढ़ाई में ते बाद एआई से जुड़ी स्किल्स को सीखने की डिमांड बढ़ रही है. इसमें भारत और चीन दो देश सबसे आगे हैं. चलिए जानते हैं क्या है पूरी खबर.
एआई स्किल्स सीखने में भारत और चीन आगे
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार जीमैक यानी ग्रेजुएशन मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल द्वारा प्रोस्पेक्टिव स्टूडेंट सर्वे 2024 की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी सामने आई है कि छात्रों में अब एआई की स्किल्स सीखने का रुझान काफी बढ़ा है. रिपोर्ट के अनुसार बिजनेस की पढ़ाई के बाद छात्रों का रुझान अब टेक्नोलॉजी बेस्ड स्किल सीखने की ओर ज्यादा है.
इस मामले में पिछले साल से लेकर इस साल तक 38 फ़ीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. छात्र अब मशीन लर्निंग और जेनरेटिव एआई सीखने के क्षेत्र में ज्यादा जा रहे हैं. जीमैक के सीईओ जोए जेम्स ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि स्टेम यानी साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स के कोर्स के बाद में एआई स्किल को सीखने के लिए काफी बढ़ोतरी हुई है.
जिसमें सबसे ज्यादा छात्र भारत से हैं जहां साल 2019 में 43 फीसदी लोग इन कोर्स में भाग ले रहे थे. तो वहीं 2023 में यह संख्या 57 फ़ीसदी हो चुकी है और दूसरे नंबर पर चीन है जो की 2019 तक 35 फीसदी था तो वहीं 2023 में बढ़कर 51 फ़ीसदी हो चुका है.
सस्टेनेबिलिटी कोर्सेज पहली पसंद
जीमैक यानी ग्रेजुएशन मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल द्वारा किए गए सर्वे में छात्रों का रुझान जहां एआई बेस्ड कोर्सेज को लेकर ज्यादा बढ़ा है. तो वहीं इस सर्वे में पहले स्थान पर सस्टेनेबिलिटी कोर्सेज हैं. करीब 62 प्रतिशत छात्रों की पहली पसंद सस्टेनेबिलिटी कोर्स हैं. तो वहीं दूसरे पर नंबर पर एमबीए है जो 42 प्रतिशत है. तीसरे पर एआई कोर्सेज हैं जो 38 प्रतिशत हैं. तो वहीं 17 प्रतिशत हाइब्रिड लर्निंग के पक्षधर थे.
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