Topper’s Success Mantra: पढ़ाई करते समय लगभग सभी स्टूडेंट्स अपना बेस्ट देते हैं लेकिन हर किसी के लिए परिणाम सकारात्मक नहीं आते. जहां कुछ एक्सेल करते चले जाते हैं तो कुछ बहुत कोशिश के बाद भी सफलता नहीं पा पाते. दरअसल पढ़ाई के समय कुछ छोटी लेकिन जरूरी बातों को ध्यान रखकर आप भी बढ़िया परिणाम पा सकते हैं. किसी और से अपनी सफलता की तुलना करना ठीक नहीं लेकिन जितनी कोशिश कर रहे हैं उतना फल मिले, इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आपके लिए मददगार हो सकता है.


रोज करते हैं टॉपर्स रिवीजन


टॉपर स्टूडेंट्स की आदत होती है कि वे हर दिन पढ़ाई शुरू करने से पहले पुराना रिवाइज करते हैं. जब एक टॉपिक खत्म करते हैं तो नये को शुरू करने से पहले पिछला ठीक से रिवाइज करते हैं. जब टॉपिक पक्का हो जाता है तो ही आगे बढ़ते हैं. इसलिए रिवीजन को सफलता की कुंजी कहना गलत नहीं होगा.


समय को बांट लेते हैं


दिन के समय को बराबर भागों में बांट लेते हैं और तय कर लेते हैं कि किस समय क्या करना है. कितनी देर पढ़ाई करनी है, कितनी देर रेस्ट करना है, कितनी देर कौन से विषय को देना है. ये सब तय करने के बाद वे दिन की शुरुआत करते हैं जिससे उनका समय बिलकुल भी बर्बाद नहीं होता. इससे हर दिन प्लानिंग के हिसाब से टारगेट भी पूरा होता है और सोच-विचार में समय व्यर्थ नहीं जाता.


बाहर से मोटिवेशन नहीं ढूंढ़ते


टॉपर्स खुद को मोटिवेट करने के लिए बाहरी तरीके नहीं तलाशते बल्कि अपनी पढ़ाई को ही मोटिवेशन बना लेते हैं. एक-एक टॉपिक खत्म करना, उस पर पकड़ मजबूत करना और रिवीजन करते हुए समय पर कोर्स खत्म करना ही उनका मोटिवेशन होता है. वे वीडियो देखने या कहानी पढ़कर मोटिवेशन तलाशने में समय नहीं जाया करते.


छोटे-छोटे गोल बनाते हैं


इसी तरह टॉपर्स एक साथ बहुत सारे गोल नहीं रखते बल्कि छोटे-छोटे टारगेट बनाते हैं और उन्हें पूरा करते चलते हैं. वो पूरी पढ़ाई को प्लान के मुताबिक छोटे-छोटे टॉपिक्स में बांटते हैं और एक साथ बहुत कुछ करने के बजाय जिससे प्रेशर महसूस हो, वे छोटे-छेटे टुकड़े पूरे करते चलते हैं. इससे उनका मोटिवेशन हाई होता है और टारगेट भी पूरा होता है. ये प्लानिंग के साथ समझदारी और कैलकुलेशन से काम करते हैं. 


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