Fake Job Offers: इंटरनेट पर नौकरी की खोज में बढ़ोतरी के साथ-साथ भारत में नौकरी घोटालों के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. कई स्कैमर्स जॉब बोर्ड्स के साथ सामने आ रहे हैं, जो नौकरी की खोज कर रहे जरूरतमंद लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. फर्जी जॉब अलर्ट के बारे में भारत सरकार की ओर से एक एडवाइजरी जारी की गई है. दरअसल केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फर्जी ऑनलाइन नौकरी का ऑफर का पता लगाने के लिए पांच तरीके बताए हैं, जिनकी मदद से आप ये जान पाएंगे कि आपको मिल रहा जॉब ऑफर कहीं फेक तो नहीं है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ट्विटर पर फर्जी ऑनलाइन नौकरी की पेशकश का पता लगाने के लिए पांच तरीके बताए हैं. ट्विटर पर मंत्रालय की ओर से लिखा गया है कि क्या आप जानते हैं कि हजारों लोग ऑनलाइन जॉब फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं? फेक ऑनलाइन नौकरी की पेशकश का पता लगाने के लिए यहां कुछ संकेत दिए गए हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार फर्जी नौकरी के मामले में एक बार की बातचीत के बाद ही आपको नियुक्ति पत्र दे दिया जाता है. इस टाइप के लैटर में नौकरी की स्थिति साफ नहीं की गई होती है.
इन 5 तरीकों से पहचानें फर्जी जॉब ऑफर्स
1- अगर आपको एंप्लॉयर से शुरुआती चैट के बाद अपॉइंटमेंट लेटर बहुत जल्दी मिल जाता है, तो समझ लें कि आपके साथ धोखा हो रहा है.
2- फर्जी जॉब के मामले में नियुक्ति पत्र में नौकरी की आवश्यकता या नौकरी का विवरण दर्ज नहीं होता है.
3- इस तरह के फर्जी लेटर अक्सर अव्यावसायिक ईमेल से मिलते हैं.
4- इस तरह के मामलों में आपको गोपनीय जानकारी देने के लिए कहा जाता है.
5- आपको अपने जॉब ऑफर के लिए पैसे मांगे जाते हैं.
कैसे दर्ज करें शिकायत
सरकार के मुताबिक अगर कोई साइबर क्राइम का शिकार है तो वह साइबर क्राइम की ऑफिशियल वेबसाइट cybercrime.gov.in पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. पिछले महीने, विदेश मंत्रालय ने भी युवाओं और उम्मीदवारों को 'आकर्षक नौकरियों का ऑफर करने वाले फेक नौकरी रैकेट' के खिलाफ एक एडवाइजरी जारी की है. MEA ने सूचित किया कि लोगों को म्यांमार ले जाया जा रहा था. इसके बाद कठिन परिस्थितियों में काम करने के लिए बंदी बना लिया गया था और उन्हें म्यावाडी के क्षेत्र में रखा गया था.
इससे पहले बुधवार (05 अक्टूबर) को, विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने म्यांमार में फर्जी नौकरी रैकेट में फंसे लगभग 45 भारतीयों को बचाया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत म्यांमार में भारतीयों के फर्जी नौकरी रैकेट में फंसने के मामले को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहा है. विशेष रूप से, लाओस और कंबोडिया में भी इसी तरह के जॉब रैकेट के मामले सामने आए हैं.
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