नई दिल्ली: कोविड-19 लॉकडाउन ने व्यावहारिक रूप से हमारे जीवन को काफी बदल दिया है. चूंकि दुनिया भर के बिजनेस अब घरों में शिफ्ट हो गए हैं, इसलिए हमारे स्कूल बहुत तेज़ी से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चले गए हैं. यह सुनिश्चित करते हुए कि बच्चे अपनी पढ़ाई में पीछे नहीं रहे. हालांकि, एक नए स्कूल सेशन की शुरुआत हमेशा खास होती है. साल के अन्य समय के विपरीत, स्टूडेंट्स खास तौर से स्कूल वापस जाने के लिए, अपने टीचर्स और दोस्तों के साथ फिर से जुड़ने और यह पता लगाने के लिए उत्साहित होते हैं कि उनकी इस नई कक्षा के नए पाठ्यक्रम में क्या है.


इस तरह का माहौल स्टूडेंट्स, अभिभावकों और टीचर्स के लिए संक्रमण को और भी कठिन बना देता है. यदि ऑफिस से दूर काम करना चुनौतीपूर्ण है, तो कल्पना करें कि बच्चों के लिए अपनी कक्षा से दूर रहना कैसे होगा. जबकि स्कूलों ने दैनिक क्लासेज को पूरा करना, असाइनमेंट खत्म करना और उपस्थिति को बनाए रखना अनिवार्य कर दिया है, जैसे स्कूल में, आपके पेरेंट्स की जिम्मेदारी है कि आप अपने बच्चों को प्रेरित रखें और उन्हें इस नई दिनचर्या को आसानी से अपनाने में मदद करें.


यह सुनिश्चित करने के लिए ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक (ऑपरेशन) राजीव बंसल ने यहां कुछ उपयोगी टिप्स दिए गए हैं, जिनकी मदद से स्टूडेंट्स को अपनी वर्तमान कक्षा के लिए ऑनलाइन लर्निंग यानि पढ़ने-सीखने का अनुभव बेहद उत्पादक बनाया जा सकता है.


ध्यान भटकाना कम करें
याद रखें, आपके बच्चे अब पूरा समय घर पर सीख रहे हैं. किसी भी अन्य काम या खेल के आकर्षण से बचने के लिए एक शांत स्टडी एरिया बनाएं और उन्हें अपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में अच्छे से मदद करें. उन चीजों को नजरों से दूर रखें जो ध्यान भटका सकती हैं. उदाहरण के लिए, यदि आप डाइनिंग टेबल का उपयोग कर रहे हैं, तो नमक, काली मिर्च, कटलरी और कोई भी अनावश्यक वस्तु को वहां से हटा दें.


माहौल की गड़बड़ी से बचने के लिए खिड़कियां बंद रखें और टीवी बंद रखें. सही कुर्सी और टेबल स्थिति चुनें जो सही बैठने की मुद्रा सुनिश्चित करती है. अंत में, सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे पढ़ाई-लिखाई के उद्देश्यों के अलावा किसी और काम के लिए वाई-फाई का उपयोग नहीं कर रहे हैं.


स्कूल की तरह ही अवकाश का समय निर्धारित करें
आपके बच्चों को स्कूल में दोपहर के लंच टाइम में ब्रेक दिया जाता है. घर पर भी ऐसे ही पैटर्न का पालन करें. खाने, आराम करने और खेलने के लिए 30 से 45 मिनट का अवकाश निर्धारित करें. अपने बच्चों को स्क्रीन से थोड़ा समय दें और उन्हें बालकनी में बाहर जाने दें, कुछ ताज़ा हवा दें और अगली क्लास के लिए फ्रेश फील करें. आपके बच्चों को पूरा दिन सिर्फ टैब, कंप्यूटर या मोबाइल के सामने बैठने में नहीं बिताना चाहिए.


उन्हें संगठित रहने में मदद करें
क्या आपके बच्चों की अपना होमवर्क करने के लिए कोई पसंदीदा जगह है? इसे एक नियमित क्लास अध्ययन स्थान में परिवर्तित करने पर विचार करें. बच्चों को स्मार्टफोन या टैबलेट के बजाय एक लैपटॉप या डेस्कटॉप देना चाहिए. अपने बच्चों के साथ बैठें और रोज़ टाइम टैबल बनाएं, जो आपको एक वास्तविक स्कूल टाइम टेबल से मिलती जुलती हो. घर पर क्लास का अनुशासन बनाएं और सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे शेड्यूल का पालन कर रहे हैं और समय सीमा के भीतर अपने काम को पूरा कर रहे हैं.


बच्चों की ऑनलाइन क्लास को एक 'वास्तविक' कक्षा की तरह बनाएं
अपने बच्चों को एक निश्चित सोने और जागने के शेड्यूल पर रखें, उन्हें सुबह तैयार करें और सुनिश्चित करें कि वे स्कूल के समय पर अपनी कक्षाओं में भाग लें. उनकी कक्षाओं की सीमाओं को मजबूत करें और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राथमिकता देने का महत्व सिखाएं.


पेरेंट्स के रूप में, आप पर आपके बच्चे का समर्थन लेना और उनका विश्वासपात्र भी बनना है. अपने और अपने बच्चों के बीच सीधे संवाद यानि हर विषय को लेकर खुलकर बातचीत करने के विकल्प खुले रखें. उनकी समस्याओं को सुनें और उन्हें जल्द से जल्द हल करें ताकि वे अपनी शिक्षा में तेजी ला सकें. इसके अलावा भी, बच्चों के टीचर्स और स्कूल के साथ संपर्क में रहें, सहयोगात्मक रूप से कठिनाइयों का समाधान करने के लिए और एक निर्बाध शैक्षणिक वर्ष के समाधान के साथ आगे आएं.


ये भी पढ़ें:


Bihar Board 10th Result 2020: बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं का रिजल्‍ट जल्‍द हो सकता है जारी, देखें डिटेल्स
Sarkari Naukri LIVE Updates: इन सरकारी विभागों में निकली बंपर भर्तियां, देखें डिटेल्स


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI