Maximum Jobless Graduates In This State Of India: सरकार ने पार्लियामेंट में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा है कि इंडिया में साल 2021-22 और 2022-23 के बीच सबसे ज्यादा जॉबलेस ग्रेजुएट लद्दाख में हैं. इस यूनियन टेरिटरी में पिछले साल की तुलना में इस साल 16 परसेंट जॉबलेस ग्रेजुएट्स की संख्या बढ़ी. लद्दाख के अलावा ऊपर बताए गए सालों में सबसे ज्यादा जॉबलेस ग्रेजुएट पुड्डुचेरी, अंडमान निकोबार आईलैंड, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, मेघालय, झारखंड, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हैं.
क्या कहती है रिपोर्ट
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक इस बारे में लेबर मिनिस्टर से और भी सवाल पूछा गया लेकिन उन्होंने उसका जवाब नहीं दिया. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ताजा पीएलएफएस रिपोर्ट्स के मुताबिक अनइंप्लॉयमेंट रेट ग्रेजुएट्स कैंडिडेट्स के बीच जिनकी उम्र 15 साल से ज्यादा थी इस प्रकार रहा. उन्होंने कहा कि साल 2021-22 में और साल 2022-23 में ये 14.9 परसेंट और 13.4 परसेंट क्रमश: रहा. इससे पता चलता है कि पिछले साल बेरोजगारी में कमी आयी.
पहले से बेहतर हुई है स्थिति
2022-23 के फिगर्स में मार्जिनल बढ़ोत्तरी है लेकिन इससे ये साफ होता है कि सिचुएशन पहले से बेहतर हुई है. ऐसा कई राज्यों और यूनियन टेरिटरी जैसे लक्ष्यदीप, अरुणाचल प्रदेश, केरला, गोवा, मणिपुर और मिजोरम में भी हुआ है जहां बेरोजगारी दर घटी है. पिछले साल की तुलना में साल 2023 में पढ़े-लिखे बेरोजगार कुछ प्रतिशत कम हुए हैं.
किस राज्य का क्या है हाल
बिहार में इनकी संख्या 20 परसेंट से घटकर 16.6 परसेंट हो गई है. हरियाणा में 18.4 परसेंट से 12.6 परसेंट और कर्नाटक में 12.5 परसेंट से घटकर ये 9.4 परसेंट पहुंची है.
यूपी में ये आंकड़ा कम ही बेहतर हुआ है लेकिन 11.3 परसेंट से ये 11 परसेंट पर आया है. जेएंडके में 22.8 परसेंट अनइंप्लॉयड यूथ थे जो अब 4.5 परसेंट कम हिए ङैं. इस प्रकार पिछली सालों की तुलना में बेरोजगारी दर कम हुई है, ऐसा आंकड़ों से पता चलता है.
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