IIT Admission 2020: यूनियन ह्यूमन रिर्सोस डेवलेपमेंट मिनिस्टर रमेश पोखरियाल ने ट्वीट के माध्यम से यह सूचना दी कि इस साल आईआईटी में एडमिशन के लिए क्लास 12वीं के अंकों को कंसीडर नहीं किया जाएगा. यह फैसला केवल इस साल के लिए है. दरअसल कोरोना की वजह से इस वर्ष सीबीएसई के साथ ही आईसीएसई बोर्ड की भी पेंडिंग परीक्षाएं आयोजित नहीं हो पायी थीं.


इसके अलावा भी बहुत से बोर्ड्स के साथ इस बार कोई न कोई समस्या रही. कुछ ही बोर्ड ऐसे थे जिनकी 12वीं की परीक्षाएं लॉकडाउन के पहले संपन्न हो गयी या जिन्होंने लॉकडाउन के बाद पेंडिंग परीक्षाएं आयोजित कर ली. इस बार अधिकतर बोर्ड्स में एवरेज मार्क्स के तहत स्टूडेंट्स को पेंडिंग परीक्षाओं में अंक दिए गए. इन वजहों को ध्यान में रखते हुए एचआरडी मिनिस्टर ने यह घोषणा की है कि इस साल आईआईटी में एडमिशन के लिए क्लास बारहवीं के अंक नहीं देखे जाएंगे, अगर कैंडिडेट जेईई एडवांस प्रवेश परीक्षा पास कर लेता है तो उसे आईआईटी में एडमिशन दिया जाएगा फिर चाहे उसका 12वीं का स्कोर कैसा भी हो.


जेएबी ने लिया फैसला


यह निर्णय ज्वॉइंट एडमिशन बोर्ड (JAC) द्वारा लिया गया है, जिसके अंतर्गत क्लास 12 का रिजल्ट, आईआईटी में एडमिशन के लिए इस बार कोई महत्व नहीं रखेगा. हालांकि बोर्ड ने यह भी साफ किया है कि यह फैसला केवल इस साल के लिए है. कोरोना महामारी के फैलने की वजह से उपजे हालातों से डील करने के अंतर्गत यह निर्णय लिया गया है.


आपकी जानकारी के लिए बता दें पहले भी कोरोना की वजह से कुछ बड़े डिसीजन हुए थे जिनके अंतर्गत जेईई मेन्स और नीट 2020 जैसी परीक्षाएं कैंसिल कर दी गयी थीं. इन परीक्षाओं की आयोजन तिथि कई बार बदली कई बार परीक्षाएं स्थगित हुयीं, यहां तक की स्टूडेंट्स के एक समूह ने परीक्षाएं रद्द करने की भी मांग उठायी. अंततः इन परीक्षाओं की आयोजन तिथि बदलकर सितंबर 2020 कर दी गयी है.


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