UGC Changed Policy For Admission In Higher Educational Institutes: यूजीसी के प्रमुख जगदीश कुमार के अनुसार भारतीय विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को अब विदेशी विश्वविद्यालयों की तरह साल में दो बार एडमिशन देने की अनुमति दी जाएगी यूजीसी ने इस योजना को अब मंजूरी दे दी है. हांलांकि अभी ये अनिवार्य नहीं है.
ये नियम इसी सत्र से लागू होगा जिसके तहत एक साल में दो बार उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों को प्रवेश मिलेगा. ये नियम एकेडमिक सेशन 2024-25 से ही लागू होगा. यूजीसी चेयरमैन ने आगे बताया है कि साल में दो बार एडमिशन होने से छात्रों के बीच उत्साह बना रहेगा, इसका कारण है दो बार मौका मिलना.
विदेशों में मिलती है ये व्यवस्था
विदेशों की ही तरह अब हमारे देश में भी ये व्यवस्था लागू हो जाएगी. फॉरेन कंट्रीज में एडमिशन की प्रक्रिया को लचीला रखा जाता है और साल में केवल एक बार ही एडमिशन नहीं होते. इसी तरह अब हमारे देश में भी हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में साल में एक बार की जगह दो बार प्रवेश दिया जाएगा.
इस बारे में यूजीसी का कहना है कि दुनियाभर के विश्वविद्यालय पहले से ही Biannual Admission Process फॉलो कर रहे हैं. भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान इस प्रवेश साइकिल को अपनाते हैं, तो इससे हमारे उच्च शिक्षा संस्थान अपने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और छात्र आदान-प्रदान को बढ़ा सकते हैं.
अनिवार्यता नहीं है
यूजीसी चेयरमैन जगदीश कुमार ने ये भी स्पष्ट किया है कि विश्वविद्यालयों के लिए द्विवार्षिक प्रवेश देना अनिवार्य नहीं होगा और वे उच्च शिक्षा संस्थान जिनके पास बेसिक स्ट्रक्चर और फैकल्टी है, वे ही इस मौके का उपयोग कर सकते हैं.
अभी क्या है नियम
वर्तमान नियमों की बात करें तो अभी साल में एक बार एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होती है. इसके तहत जुलाई-अगस्त में नया सेशन शुरू होता है जो अगले साल मई-जून में खत्म हो जाता है. स्टूडेंट्स को केवल एक बार ही प्रवेश मिलता है. नई व्यवस्था के तहत साल में दो बार एडमिशन दिए जाएंगे.
इन महीनों में होगा एडमिशन
नई एकेडमिक साइकिल के तहत अब जुलाई-अगस्त के साथ ही जनवरी-फरवरी में भी एडमिशन होंगे. यूजीसी चेयरमैन जगदीश कुमार ने इस बाबत घोषणा की है. उनका कहना है कि कई बार बहुत सी वजहों से कैंडिडेट्स समय पर एडमिशन नहीं ले पाते और उनका साल बेकार हो जाता है. ऐसे स्टूडेंट्स को इस प्रक्रिया से मदद मिलेगी.
इन प्रोग्राम में पहले ही मिलती थी सुविधा
बता दें कि रेग्यूलर प्रोग्राम में दो बार प्रवेश की सुविधा अब लागू की गई है लेकिन ओपेन और डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में ये सुविधा पहले ही मिलती थी. इनकी सफलता को देखते हुए ही अब रेग्यूलर मोड के प्रोग्राम में भी ये विकल्प दिया गया है.
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