UGC Guidelines LIVE Updates: कॉलेज की फाइनल ईयर की परीक्षाओं को लेकर किसी भी वक्त जारी हो सकती है UGC की गाइडलाइन
University Grants Commission ( UGC - यूजीसी ) द्वारा आखिरी साल की परीक्षा और 2020-2021 के एकेडमिक कैलेंडर के बारे में जल्द ही नई गाइडलाइंस जारी की जा सकती है, पहले उम्मीद की जा रही थी ये गाइडलाइंस 1 जुलाई को घोषित होंगे लेकिन कल UGC की ओर से कुछ दिशा-निर्देश प्रकाशित नहीं किये गए. यूजीसी की गाइडलाइंस आने से पहले एक तरफ जहां यूपी सरकार आज उत्तर प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटीज और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में फाइनल ईयर/सेमेस्टर की परीक्षाओं के बारे में फैसला लेने जा रही है. कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है.
देश के मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि परीक्षां रद्द की जा सकती हैं. लेकिन जब कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आ जाती. इस मामले पर कुछ नहीं कहा जा सकता है.
JEE और NEET परीक्षा को टालने की मांग छात्र और अभिभावकों द्वारा लगातार की जा रही है. कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हालात की समीक्षा के लिए एक पैनल का गठन किया है. इस कमेटी में NTA के डीजी समेत अन्य एक्सपर्ट शामिल हैं. एनटीए से कहा गया है कि मौजूदा हालात की समीक्षा करके 3 जून तक अपनी रिपोर्ट दाखिल करे. हालांकि मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षा इस वक्त होना मुश्किल दिख रहा है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) फाइनल ईयर की परीक्षाओं और एकेडमिक कैलेंडर के बारे में आज किसी भी वक्त गाइडलाइंस जारी कर सकता है. इससे पहले कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि गाइडलाइंस 1 जून को जारी हो सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ऐसे में सभी स्टूडेंट्स की नजरें UGC के नए दिशा-निर्देश पर टिकी है. क्योंकि इस वक्त अभिभावक और छात्र दोनों नहीं चाहते कि परीक्षाएं आयोजित की जाएं.
इस कैलेंडर की सबसे प्रमुख बात यह है कि इन गतिविधियों की मैपिंग छात्रों की सीखने के प्रतिफलों के साथ की गई है. इसके द्वारा अभिभावक और अध्यापक बच्चों की प्रगति पर भी नजर बनाये रखेंगे. इस कैलेंडर में अनुभव आधारित शिक्षा के लिए कला और शारीरिक शिक्षा के साथ साथ योग भी शामिल किया गया है. तनाव और चिंता को दूर करने के तरीके भी इस कैलेंडर में सुझाये गए हैं. फिलहाल इस कैलेंडर में चार भाषाओं के विषयों को शामिल किया गया है जिनमें संस्कृत, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी हैं. इस वैकल्पिक कैलेंडर में ई-पाठशाला, एनआरओईआर और दीक्षा पोर्टल पर अध्यायवार उपलब्ध सामग्री को भी शामिल किया गया है.
केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, "यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि छात्रों को कम से कम समय कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बिताना पड़े. जिनके पास इंटरनेट सुविधा है वो भी और जिनके पास नहीं है वो भी, शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं. अध्यापक विद्यार्थियों को मोबाइल पर एसएमएस भेजकर या फोन पर कॉल कर के उनका मार्गदर्शन करें. इंटरनेट सुविधा उपलब्ध होने की स्थिति में अध्यापक, अभिभावक और बच्चे व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, गूगल मेल और गूगल हैंगऑउट द्वारा एक दूसरे से जुड़ सकते हैं और पढ़ाई जारी रख सकते हैं."
अहमदाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर पंकज चंद्रा ने कहा, "हमने तय किया है कि यदि कोई छात्र कैम्पस खुलने पर भी कैम्पस आने में असहज महसूस करता है, तो हम उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई करने की सुविधा तब तक मुहैया कराएंगे, जब तक उन्हें यह महसूस नहीं हो जाता कि वे कैंपस में आने के लिए तैयार हैं." अहमदाबाद यूनिवर्सिटी अगस्त में अपना मानसून सेमेस्टर ऑनलाइन शुरू करेगा और उसने इस बात की विस्तृत योजना बनाई है कि हालात सामान्य होने पर कैम्पस को कैसे और कब खोला जाए. हालांकि, सभी छात्रों को यह तय करने की छूट होगी कि वे ऑनलाइन क्लास चाहते हैं या कैम्पस आकर पढ़ाई करना चाहते हैं. यह छात्रों को अपने घरों में सुरक्षित रूप से रहकर शैक्षणिक वर्ष निर्धारित समय पर शुरू करने का मौका देगा. प्रोफेसर चंद्रा ने कहा कि जब भी महामारी की स्थिति में सुधार होगा, हम अपने छात्रों को कैम्पस में ले आएंगे.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों के लिए नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है. इस समय छात्र यूजीसी की गाइडलाइंस
आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है. यूजीसी की गाइडलाइंस कुहाड समिति की रिपोर्ट के बाद आ सकती है. बता दें कि इस समिति के प्रमुख हरियाणा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति आरसी कुहाड हैं. कुहाड समिति की ये रिपोर्ट काफी अहम मानी जा रही है. अब देखना होगा कि कुहाड समिति क्या रिपोर्ट सौंपती है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों के लिए नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है. इस समय छात्र यूजीसी की गाइडलाइंस
आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है. यूजीसी की गाइडलाइंस कुहाड समिति की रिपोर्ट के बाद आ सकती है. बता दें कि इस समिति के प्रमुख हरियाणा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति आरसी कुहाड हैं. कुहाड समिति की ये रिपोर्ट काफी अहम मानी जा रही है. अब देखना होगा कि कुहाड समिति क्या रिपोर्ट सौंपती है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों के लिए नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है. इस समय छात्र यूजीसी की गाइडलाइंस
आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है. यूजीसी की गाइडलाइंस कुहाड समिति की रिपोर्ट के बाद आ सकती है. बता दें कि इस समिति के प्रमुख हरियाणा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति आरसी कुहाड हैं. कुहाड समिति की ये रिपोर्ट काफी अहम मानी जा रही है. अब देखना होगा कि कुहाड समिति क्या रिपोर्ट सौंपती है.
ऐसे में परीक्षा होती है जो छात्रों को एग्जाम सेंटर पर पहुंचने में काफी परेशानी होगी. इन सब बातों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि परीक्षाएं रद्द की जा सकती है. इस वक्त सभी छात्र विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की नई गाइडलाइन जारी करन का इंतजार कर रहे हैं. आज किसी भी समय UGC गाइडलाइन जारी कर सकता है.
UGC फाइनल ईयर के एग्जाम और शैक्षणिक कैलेंडर को लेकर जल्द गाइडलाइन जारी कर सकता है. स्टूडेंट्स और अभिभावकों की नजरें UGC की नई गाइडलाइंस पर टिकी हुई हैं. कुछ राज्यों में लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है. ऐसे में परीक्षाएं कराना मुश्किल हो गया है, दूसरी तरफ कोरोना के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. आज UGC किसी भी वक्त नई गाइडलाइन जारी कर सकता है. वहीं, पंजाब सरकार ने राज्य विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षाओं को 15 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया है.
देशभर के छात्र फाइनल ईयर और सेमेस्टर एग्जाम के लिए यूजीसी गाइडलाइन्स का इंतजार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों की ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षाओं को लेकर आज फैसला आएगा. यूपी सरकार यूजीसी की गाइडलाइन्स जारी होने का इंतजार कर रही है. वहीं दूसरी तरफ छात्र लगातार सोशल मीडिया के जरिए परीक्षाएं रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं. इस समय सबकी नजरें यूजीसी की गाइडलाइन्स पर टिकी हुई हैं.
सुनिए मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कमेटी गठित करने को लेकर क्या कहा
विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं पर सुझाव देने के लिए कुलपति प्रो. एन. के. तनेजा की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है. जिसमें विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को रद्द करने और स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रमोट करने के कई विकल्प सुझाए गए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार समिति की इस रिपोर्ट पर आज फैसला लेगी.
विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं पर सुझाव देने के लिए कुलपति प्रो. एन. के. तनेजा की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है. जिसमें विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को रद्द करने और स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रमोट करने के कई विकल्प सुझाए गए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार समिति की इस रिपोर्ट पर आज फैसला लेगी.
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब और हरियाणा ने कोरोनावायरस महामारी बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए फाइनल ईयर की परीक्षा सहित अपने राज्य की सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज की परीक्षा रद्द करने का फैसला कर लिया था.
रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब स्टेट की सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में होने वाली अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं को स्थगित करने की घोषणा कर दी थी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने COVID-19 महामारी के बीच परीक्षाओं के आयोजन पर छात्रों और अभिभावकों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं का जवाब देते हुए 15 जुलाई तक परीक्षा स्थगित करने का फैसला लिया है।
गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने कोरोनावायर के बढ़ते मामलों को देखते हुए 2 जुलाई से शुरू होने वाले फाइनल ईयर/सेमेस्टर के एग्जाम्स कैंसिल कर दिए हैं. जीटीयू ने यह भी कहा है कि परीक्षा की चेंज हुई डेट के बारे में जल्द ही सूचना जारी की जाएगी. गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने ये परीक्षाएं कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से कैंसिल की हैं. बता दें कि देशभर में तमाम स्टूडेंट्स द्वारा परीक्षा कैंसिल किए जाने की मांग उठाई जा रही है.
UGC फाइनल ईयर की परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर के बारे में किसी भी वक्त संशोधित दिशा-निर्देशों को जारी कर सकता है. इस वक्त तमाम छात्रों और अभिभावकों की नजरें UGC की नई गाइडलाइंस पर टिकी हुई हैं. अब परीक्षाओं को रद्द किए जाने को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है.
यूजीसी की गाइडलाइंस जारी होने के बाद ही स्थितियां पूरी तरह स्पष्ट होंगी. CBSE और ISCE बोर्ड की 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं रद्द किए जाने के बाद कुछ ऐसे ही फैसले की उम्मीद UGC से छात्र और अभिभावक लगा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की वार्षिक परीक्षाओं को लेकर निर्णय 2 जुलाई को आएगा. UGC आज नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है. अगर आज UGC की नई गाइडलाइंस आती हैं तो यूपी सरकार निर्णय लेने से पहले उस पर भी विचार कर सकती है. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा है कि 1 जुलाई को जारी होने वाली HRD मिनिस्ट्री की गाइड लाइन देखने के बाद ही दो जुलाई को फैसला लिया जाएगा. हालांकि अभी तक UGC की नई गाइडलाइंस जारी नहीं हुई है.
सीबीएसई और ISCE बोर्ड की 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं रद्द किए जाने के बाद यूजीसी परीक्षाओं को लेकर कोई बड़ा फैसला सुना सकता है. हालांकि अभी तक इसे लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आईं है कि परीक्षाएं रद्द होंगी या नहीं. जिस वजह से बैचलर और पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. UGC विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को लेकर नए दिशा निर्देश कभी भी जारी कर सकता है.
पंजाब यूनिवर्सिटी भी UG और PG की फाइनल ईयर की परीक्षाओं के बारे में कोई फैसला लेने से पहले यूजीसी की गाइडलाइन्स का इंतजार करेगी. गाइडलाइन्स जारी होने के बाद ही यह पता चल पायेगा कि विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं रद्द होगी या नहीं. कुछ दिनों पहले HRD मंत्री ने यूजीसी से कहा था कि परीक्षा आयोजित करने और नया शैक्षणिक सत्र शुरू करने को लेकर उसने जो दिशा-निर्देश जारी किए हैं, उन पर वह फिर से विचार करे.
जहां एक ओर ऐसी संभावना पाई जा रही है कि यूजीसी आज 1 जुलाई 2020 को नई गाइडलाइन्स जारी करने वाला है. वहीं दूसरी ओर देश की राजधानी में स्थित दिल्ली विश्विविद्यालय के शिक्षकों ने भी यूजीसी से विश्विद्यालय की परीक्षाएं रद्द करने की मांग की. डीयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजीव रे ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो.डीपी सिंह को एक पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 15 जुलाई तक के लिए राज्य विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है. इससे संबंधित आदेश भेज दिए गए है. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना महामारी की स्थिति के आकलन के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा.
एक तरफ जहां फाइनल ईयर और सेमेस्टर एग्जाम यूजीसी गाइडलाइन्स 2020 के आज जारी होने का इंतजार किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ HRD मिनिस्टर डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सम्बन्धित मामलें पर 24 जून को कहा था कि अंतिम वर्ष या सेमेस्टर के छात्रों को परीक्षाएं देनी होंगी।
University Grants Commission (यूजीसी) ने इससे पहले मई में परीक्षा को लेकर में दिशा-निर्देश संशोधित किए थे। तब सभी यूनिवर्सिटी की फाइनल परीक्षाओं को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई थी जिसमें कॉलेजों ओर यूनिवर्सिटीज को निर्देश दिया गया था कि वे फाइनल ईयर/ सेमेस्टर की परीक्षाओं को आयोजित करवाएं इसके अलावा अन्य स्टूडेंट्स को पहले की परीक्षाओं के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाए.
University Grants Commission (यूजीसी) ने इससे पहले मई में परीक्षा को लेकर में दिशा-निर्देश संशोधित किए थे। तब सभी यूनिवर्सिटी की फाइनल परीक्षाओं को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई थी जिसमें कॉलेजों ओर यूनिवर्सिटीज को निर्देश दिया गया था कि वे फाइनल ईयर/ सेमेस्टर की परीक्षाओं को आयोजित करवाएं इसके अलावा अन्य स्टूडेंट्स को पहले की परीक्षाओं के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाए
उत्तर प्रदेश के यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजों की अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट की परीक्षाएं होंगी या नहीं इसका फैसला कल यानी 2 जुलाई को होना है। उत्तर प्रदेश की 18 यूनिवर्सिटी और कॉलेजेस के 48 लाख से अधिक विद्यार्थियों पर होगा इसका असर होगा। उच्च शिक्षा विभाग ने कोरोना संकट के दौरान यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं के आयोजन के लिए चार सदस्यीय समित गठित की थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को सौंपते हुए दूसरे प्रदेशों की तर्ज पर यूपी में भी परीक्षायें नहीं कराने और विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के प्रोन्नत करने का सुझाव दिया था। अगर आज यूजीसी की गाइडलाइंस आज आ जाती है तो योगी सरकार कल 2 जुलाई को अंतिम फैसला लेते समय इन गाइडलाइंस पर भी विचार करेगी.
वहीं, Gujarat Technical University (GTU) के फाइनल ईयर के छात्रों ने यूजीसी (University Grants Commission) को पत्र लिखकर परीक्षाएं रद्द कर पिछले सेमेस्टर की परीक्षा या मेरिट के आधार पर रिजल्ट जारी करनवाने की मांग की है.
University Grants Commission (UGC), यूनिवर्सिटी और कॉलेज की फाइनल ईयर/ सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर नई गाइडलाइन्स आज 1 जुलाई 2020 को जारी कर सकता है. ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा था कि परीक्षाओं को लेकर जो समिति बनी है उस पर फैसला यूजीसी की गाइडलाइन्स आने के बाद 02 जुलाई को लिया जायेगा.
आपको बतादें कि पिछले सप्ताह CBSE बोर्ड ने कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड की पेंडिंग परीक्षाएं रद्द का थीं उसके बाद CISCE बोर्ड ने भी ICSE और ISC की परीक्षायें रद्द कर दी थीं. उसके अगले ही दिन CTET की परीक्षा जो 5 जुलाई को होनी थी उसे कोरोना के चलते स्थगित कर दिया गया था
महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्यप्रदेश और हरियाणा द्वारा यूनिवर्सिटी की फाइनल ईयर की परीक्षायें स्थगित करने का फैसला लिया जा चुका है. वहीं पंजाब ने भी सभी विश्वविद्यालय की परीक्षाएं 15 जुलाई तक स्थगित करने का ऐलान किया है. बाकी राज्यों में होने वाली परीक्षायें आज के यूजीसी (University Grants Commission) फैसले पर निर्धारित है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के टीचर्स ने भी यूजीसी (University Grants Commission) से यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं रद्द करने की मांग की। डीयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजीब रे ने एक बार फिर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो.डीपी सिंह को पत्र लिखकर यह परीक्षा रद्द करने की मांग की.
बैकग्राउंड
UGC Guidelines Live Updates 2020: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), विश्वविद्यालयों और कॉलेज की फाइनल ईयर/ सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर नई गाइडलाइन्स आज किसी भी वक्त जारी कर सकता है. ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा था कि परीक्षाओं को लेकर जो समिति बनी है उस पर फैसला यूजीसी की गाइडलाइन्स आने के बाद 02 जुलाई को लिया जायेगा. हालांकि अभी तक यूजीसी ने नई गाइडलाइन्स जारी नहीं की है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है. यूजीसी की गाइडलाइंस कुहाड समिति की रिपोर्ट के बाद आ सकती है.
आपको बतादें कि यूजीसी ने मई 2020 में यूनिवर्सिटी की फाइनल परीक्षाओं के लिए नई गाइड लाइन्स जारी की थी. जिसमें कॉलेजों ओर विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया था कि वे फाइनल ईयर/ सेमेस्टर की परीक्षाओं को आयोजित करवाएं. इसके अलावा अन्य स्टूडेंट्स को पहले की परीक्षा के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाए.
बाद में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोविड -19 की मौजूदा हालात को देखते हुए एक समिति बनाई थी जिसे संशोधित गाइडलाइन्स जारी करने के लिए कहा गया था. इसके अलावा पिछले सप्ताह एआईसीटीई के चेयरमैन ने कोरोना वायरस कोविड-19 को देखते हुए नई गाइडलान्स जारी करने की बात कही थी. इसके साथ ही यह भी कहा था कि यह गाइड लाइन्स एआईसीटीई, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, आर्किटेक्ट काउंसिल, फार्मेसी काउंसिल की सलाह से बनाई जायेगी.
आपको बतादें कि पिछले सप्ताह सीबीएसई ने कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड की पेंडिंग परीक्षाएं रद्दकर दी गई. उसके अगले ही दिन CTET की परीक्षा जो 5 जुलाई को होनी थी उसे कोरोना के चलते स्थगित कर दिया गया था. इसके अलावा देश के कई बोर्डों ने भी कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. इसके अलावा सीबीएसई ने स्कूलों को आदेश जारी कर कहा कि वे कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं के फेल स्टूडेंट्स को अगली कक्षाओं में प्रमोट करें.
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