UGC Guidelines Live Updates: ऑनलाइन प्रणाली पर दिया जा सकता है जोर; अगस्त-सितंबर में होनी थी नये सेशन की शुरुआत
UGC की गाइडलाइन जल्द जारी हो सकती हैं. इसके बाद ही पता चलेगा कि यूनिवर्सिटीज के फाइनल एग्जाम होंगे या नहीं.
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नई दिल्ली: University Grants Commission ( UGC - यूजीसी ) द्वारा आखिरी साल की परीक्षा और 2020-2021 के एकेडमिक कैलेंडर के बारे में जल्द ही नई गाइडलाइंस जारी की जा सकती है, पहले उम्मीद की जा रही थी ये गाइडलाइंस एक जुलाई को घोषित होंगे लेकिन कल UGC की ओर से कुछ दिशा-निर्देश प्रकाशित नहीं किये गए. यूजीसी की गाइडलाइंस आने से पहले एक तरफ जहां यूपी सरकार आज उत्तर प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटीज और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में फाइनल ईयर/सेमेस्टर की परीक्षाओं के बारे में फैसला लेने जा रही है. कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा देश भर के विश्वविद्यालयों के लिए अंतिम वर्ष/अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइन जारी होनी है. देश के मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि परीक्षां रद्द की जा सकती हैं. लेकिन जब कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आ जाती. इस मामले पर कुछ नहीं कहा जा सकता है.
पिछले दिनों यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया था कि यूनिवर्सिटी के लास्ट ईयर/ लास्ट सेमेस्टर के लिए जुलाई में एग्जाम कंडक्ट कराने, स्थगित करने या फिर मार्क्स के बेसिस पर स्टूडेंट्स को प्रमोट करने को लेकर दो जुलाई को निर्णय लिया जाएगा. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अंतिम फैसला यूजीसी की गाइडलाइंस के बाद किया जाएगा.
यूजीसी की गाइडलाइंस अभी जारी नहीं हुयी हैं पर ऐसी उम्मीद की जा रही है नये नियमों में ऑनलाइन शिक्षा पर पहले से भी ज्यादा जोर दिया जाए. कोरोना के इस माहौल में ऑनलाइन क्लासेस और ऑनलाइन परीक्षाएं ही एकमात्र विकल्प दिखायी देती हैं. कम से कम स्टूडेंट्स की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए फिलहाल इनका ही प्रयोग करना होगा.
कोरोना के बढ़ते केसेस को देखते हुए बहुत से राज्यों में लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है. ऐसे में अगर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित होती भी हैं तो इन राज्यों के स्टूडेंट्स के लिए समस्या खड़ी हो जाएगी. महाराष्ट्र, नागालैंड, झारखंड और पश्चिम बंगाल कुछ ऐसे ही राज्य हैं.
एचआरडी मिनिस्ट्री ने यूजीसी से अपने निर्णय पर पुनः विचार करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि कोरोना के इस माहौल में स्टूडेंट्स के लिए परीक्षाएं आयोजित कराना खतरे से खाली नहीं. इसके साथ ही नये सत्र की शुरुआत के विषय में भी दोबारा सोचा जा सकता है.
यूजीसी ने कुछ समय पहले अपने एक निर्णय में कहा था कि कॉलेजेस में फाइनल ईयर के एग्जाम्स कंडक्ट कराएं जाने चाहिए और बाकी ईयर्स के स्टूडेंट्स को ऐसे ही प्रमोट कर दिया जाना चाहिए. हालांकि यूजीसी के इस निर्णय का फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स ने जमकर विरोध किया, वे कोरोना के इस माहौल में किसी हाल एग्जाम देने को तैयार नहीं थे.
यूजीसी की पिछली गाइडलाइंस में नये सेशन की शुरुआत को लेकर भी कई बातें कही गयी थीं. इनके मुताबिक पुराने स्टूडेंट्स के लिए नये सेशन की शुरुआत 01 अगस्त से और नये स्टूडेंट्स के लिए सेशन की शुरुआत 01 सितंबर से करने की योजना बनी थी. लेकिन यूजीसी की नई गाइडलाइंस आने से पुराने सारे निर्णय अब खुद-ब-खुद रद्द हो गए हैं.