UGC Guidelines Live Updates: ऑनलाइन प्रणाली पर दिया जा सकता है जोर; अगस्त-सितंबर में होनी थी नये सेशन की शुरुआत
UGC की गाइडलाइन जल्द जारी हो सकती हैं. इसके बाद ही पता चलेगा कि यूनिवर्सिटीज के फाइनल एग्जाम होंगे या नहीं.
यूजीसी की गाइडलाइंस अभी जारी नहीं हुयी हैं पर ऐसी उम्मीद की जा रही है नये नियमों में ऑनलाइन शिक्षा पर पहले से भी ज्यादा जोर दिया जाए. कोरोना के इस माहौल में ऑनलाइन क्लासेस और ऑनलाइन परीक्षाएं ही एकमात्र विकल्प दिखायी देती हैं. कम से कम स्टूडेंट्स की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए फिलहाल इनका ही प्रयोग करना होगा.
कोरोना के बढ़ते केसेस को देखते हुए बहुत से राज्यों में लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है. ऐसे में अगर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित होती भी हैं तो इन राज्यों के स्टूडेंट्स के लिए समस्या खड़ी हो जाएगी. महाराष्ट्र, नागालैंड, झारखंड और पश्चिम बंगाल कुछ ऐसे ही राज्य हैं.
एचआरडी मिनिस्ट्री ने यूजीसी से अपने निर्णय पर पुनः विचार करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि कोरोना के इस माहौल में स्टूडेंट्स के लिए परीक्षाएं आयोजित कराना खतरे से खाली नहीं. इसके साथ ही नये सत्र की शुरुआत के विषय में भी दोबारा सोचा जा सकता है.
यूजीसी ने कुछ समय पहले अपने एक निर्णय में कहा था कि कॉलेजेस में फाइनल ईयर के एग्जाम्स कंडक्ट कराएं जाने चाहिए और बाकी ईयर्स के स्टूडेंट्स को ऐसे ही प्रमोट कर दिया जाना चाहिए. हालांकि यूजीसी के इस निर्णय का फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स ने जमकर विरोध किया, वे कोरोना के इस माहौल में किसी हाल एग्जाम देने को तैयार नहीं थे.
यूजीसी की पिछली गाइडलाइंस में नये सेशन की शुरुआत को लेकर भी कई बातें कही गयी थीं. इनके मुताबिक पुराने स्टूडेंट्स के लिए नये सेशन की शुरुआत 01 अगस्त से और नये स्टूडेंट्स के लिए सेशन की शुरुआत 01 सितंबर से करने की योजना बनी थी. लेकिन यूजीसी की नई गाइडलाइंस आने से पुराने सारे निर्णय अब खुद-ब-खुद रद्द हो गए हैं.
पहले खबर थी की यूजीसी की गाइडलांस 01 जुलाई को आ जाएंगी पर इस बाबत इंतजार लंबा ही होता जा रहा है. अभी तक यूजीसी की गाइडलांस जारी नहीं हुयी हैं. यूजीसी की गाइडलांस पर देश के कॉलेज, यूनिवर्सिटी लगभग सभी शैक्षणिक संस्थान निर्भर हैं और सभी को गाइडलाइंस का बेसब्री से इंतजार है. उम्मीद है जल्द ही इस संबंध में घोषणा होगी.
लाखों छात्र विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा विश्वविद्यालयों के लिए अंतिम वर्ष/अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइन जारी करने का इंतजार कर रहे हैं. आयोग द्वारा कुहाड समिति का गठन किया गया है. कुहाड समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही UGC की नई गाइडलाइन जारी हो सकती हैं. इस समय लाखों स्टूडेंट्स गाइडलाइन जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखा जाए तो परीक्षा होना थोड़ा मुश्किल दिख रहा है. लेकिन स्पष्ट रूप से नई गाइडलाइन सामने आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा अंतिम वर्ष/सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए दिशा-निर्देश का इंतजार लाखों छात्र कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गठित कुहाड समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही UGC की नई गाइडलाइन जारी हो सकती हैं. आर.सी. कुहाड की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है. बता दें कि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति हैं आर.सी.कुहाड. अब रिपोर्ट आने के बाद ही UGC की नई गाइडलाइन में साफ हो पाएगा कि परीक्षाओं का आयोजन होगा या नहीं.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर सकता है. इस समय स्टूडेंट्स और अभिभावक यूजीसी की गाइडलाइंस आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. आयोग द्वारा गठित कुहाड समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही UGC की नई गाइडलाइन जारी की जा सकती हैं. इस समिति के प्रमुख हरियाणा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति आरसी कुहाड हैं. कुहाड समिति की सिफारिशें आने के बाद ही यूजीसी नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है.
राजस्थान यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी एग्जाम सेंटर्स से एफिडेविट मांगा है. जिसमें उन्हें कोरोना वायरस महामारी की गाइडलाइन को फॉलो किए जाने का जिक्र करना होगा. यूनिवर्सिटी ने परीक्षाओं के लिए 180 एग्जाम सेंटर बनाए हैं.
राजस्थान यूनिवर्सिटी के इन एग्जाम के दौरान ड्यू पेपरों के साथ ही स्नातक में एडिश्नल सबजेक्ट के एग्जाम भी होंगे. परीक्षा के दौरान स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करना होगा. स्टूडेंट्स को एग्जाम सेंटर पर एक घंटे पहले पहुंचना होगा. सभी को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना अनिवार्य होगा. एंट्री से पहले स्टूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी साथ ही हाथों को सैनेटाइज भी किया जाएगा.
UGC ने पहले कहा था कि फाइनल ईयर के एग्जाम कंडक्ट कराने की बात कही थी. वहीं फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स को प्रमोट किया जाना था. इसको लेकर फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स ने इस पर नाराजगी जताई थी. हालांकि अब सबकी निगाहें यूजीसी की नई गाइडलाइंस पर हैं.
अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंड्स कैंपस खुलने के बावजूद इस साल दिसंबर तक ऑनलाइन क्लास अटैंड कर सकते हैं. कोरोना वायरस महामारी के चलते यूनिवर्सिटी छात्रों को ये सुविधा उपलब्ध करवा रही है.
भारत के कई राज्यों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन बढ़ा दिया है. ऐसे में स्टूडेंट्स के लिए एग्जाम सेंटर पहुंचना मुश्किल हो सकता है. इन सब बातों को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि एग्जाम रद्द हो सकते हैं. इसलिए स्टूडेंट्स यूजीसी की गाइडलाइन का इंतजार कर रहे हैं.
अहमदाबाद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार पंकज चंद्रा ने कहा है कि अगर कैंपस खुलने के बाद भी कोई स्टूडेंट्स कैंपस आने से कतरा रहा है तो ऐसे स्टूडेंट्स को ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा. ये सुविधा तब तक दी जाएगी जब तक स्टूडेंट कैंपस आने के लिए तैयार न हो जाए.
यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के अलावा टीचर्स और पेरेंट्स भी कई दिनों से सोशल मीडिया के जरिए एग्जाम कैंसल करने की मांग कर रहे हैं. इस सभी का कहना है कि एग्जाम के चलते कोरोना वायरस महामारी के बीच जिंदगी जोखिम में नहीं डाल सकते.
बैकग्राउंड
नई दिल्ली: University Grants Commission ( UGC - यूजीसी ) द्वारा आखिरी साल की परीक्षा और 2020-2021 के एकेडमिक कैलेंडर के बारे में जल्द ही नई गाइडलाइंस जारी की जा सकती है, पहले उम्मीद की जा रही थी ये गाइडलाइंस एक जुलाई को घोषित होंगे लेकिन कल UGC की ओर से कुछ दिशा-निर्देश प्रकाशित नहीं किये गए. यूजीसी की गाइडलाइंस आने से पहले एक तरफ जहां यूपी सरकार आज उत्तर प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटीज और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में फाइनल ईयर/सेमेस्टर की परीक्षाओं के बारे में फैसला लेने जा रही है. कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा देश भर के विश्वविद्यालयों के लिए अंतिम वर्ष/अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइन जारी होनी है. देश के मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि परीक्षां रद्द की जा सकती हैं. लेकिन जब कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आ जाती. इस मामले पर कुछ नहीं कहा जा सकता है.
पिछले दिनों यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया था कि यूनिवर्सिटी के लास्ट ईयर/ लास्ट सेमेस्टर के लिए जुलाई में एग्जाम कंडक्ट कराने, स्थगित करने या फिर मार्क्स के बेसिस पर स्टूडेंट्स को प्रमोट करने को लेकर दो जुलाई को निर्णय लिया जाएगा. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अंतिम फैसला यूजीसी की गाइडलाइंस के बाद किया जाएगा.
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