All About UGC NET: यूजीसी नेट जून परीक्षा रद्द होने से अचानक ये एग्जाम चर्चा में आ गया है. जो इस परीक्षा से किसी भी तरह से नहीं जुड़े हैं, वे भी जानना चाहते हैं कि आखिर माजरा क्या है, ये कौन सा एग्जाम है, कौन कंडक्ट करता है वगैरह-वगैरह. अगर आपके मन में भी इस एग्जाम को लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं तो इनका जवाब यहां पा सकते हैं. आगे बढ़ने से पहले जान लेते हैं क्यों कैंसिल हुई परीक्षा और क्यों गरमाया है ये मुद्दा.


परीक्षा आयोजन के अगले दिन ही हुई कैंसिल


बता दें कि यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन 18 जून को किया गया था और परीक्षा आयोजित होने के अगले दिन यानी 19 जून को ही इसे रद्द कर दिया गया. एजुकेशन मिनिस्ट्री ने एग्जाम कैंसिल कर दिया और कहा कि परीक्षा की शुचिता से समझौता हुआ है. शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषिकी इकाई से प्राप्त इनपुट का हवाला देते हुए कहा कि परीक्षा की अखंडता से "समझौता" किया गया था. इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई है और फिर से परीक्षा का आयोजन होगा. अब जानते हैं, क्या है ये परीक्षा. 


क्या है फुल फॉर्म


इस परीक्षा का नाम है यूनिवर्सिटी ग्रैंट्स कमीशन नेशनल एलिजबिलिटी टेस्ट. यूजीसी के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाता है, मुख्य तौर पर ये NET का एग्जाम है. इसे एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यूजीसी के लिए आयोजित करती है. परीक्षा साल में दो बार होती है, आमतौर पर जून और दिसंबर के महीने में. 1989-90 से ये एग्जाम आयोजित किया जाता है.


इनके के लिए है ये फील्ड


इस परीक्षा को मुख्य तौर पर एकेडमिक्स की फील्ड में जाने की इच्छा रखने वाले कैंडिडेट देते हैं. वे या तो पहले रिसर्च करते हैं और बाद में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर या एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर कॉलेजों, यूनिवर्सिटी आदि में पढ़ाते हैं. या सीधे एग्जाम पास करके इन पदों पर नियुक्ति पाते हैं और रिसर्च भी करते रहते हैं.


क्या है पात्रता


इस एग्जाम में बैठने के लिए कोई एज लिमिट नहीं है. संबंधित विषय में कम से कम 55 परसेंट मार्क्स के साथ मास्टर्स किए कैंडिडेट अप्लाई कर सकते हैं. ये 100 से ज्यादा विषयों में आयोजित होता है और आप अपना विषय चुनकर उसमें परीक्षा पास करके उसकी मास्टरी के लिए आवेदन पेश कर सकते हैं.


जेआरएफ यानी जूनियर रिसर्च फैलो के लिए आयु सीमा होती है (31 साल) पर प्रोफेसर पद के लिए नहीं. जेआरएफ पाने वाले कैंडिडेट रिसर्च करने के साथ ही हर महीने कुछ रकम पाते हैं. परीक्षा पास करके लेक्चरशिप पाने वालों को ये सुविधा नहीं मिलती.


एग्जाम पास करने से क्या होता है


इसे मोटे तौर पर ऐसे समझें कि परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेट्स देश के विभिन्न कॉलेजों में प्रोफेसर पद पर आवेदन करने की पात्रता पा जाते हैं. इन्हें पीचएडी करने के लिए अलग से एंट्रेंस नहीं देना होता हालांकि संस्थान के हिसाब से नियम अलग हो सकता है. जहां एडमिशन ले रहे हैं, वहां पता करना होगा.


ये है काम की वेबसाइट


इस बारे में कोई भी डिटेल जानना हो, अप्लाई करना हो या अपडेट्स पत करने हों, आप यूजीसी नेट की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं, जिसका पता ये है – ugcnet.nta.nic.in. हाल ही में हुई यूजीसी नेट जून परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया है.


पेपर पैटर्न कैसा होता है


ये परीक्षा हिंदी और इंग्लिश दो भाषाओं में आयोजित की जाती है. इसमें मल्टीपल च्वॉइस क्वैश्चंस पूछे जाते हैं और परीक्षा की अवधि होती है तीन घंटे. ये नेशनल लेवल का टेस्ट है जिसका एक पेपर सबके लिए कॉमन होता है, दूसरा पेपर आपके चुने गए विषय के मुताबिक होता है.


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